Tarla Dalal Biopic: देश की पहली होम शेफ, जिसने घर का खाना खिलाकर दुनिया को बनाया दीवाना, 9 साल पहले ऐसे हुई मौत h3>
जब से देश की पहली होम शेफ तरला दलाल (Tarla Dalal) पर बायॉपिक अनाउंस हुई है, हर कोई उनके बारे में जानने को उत्सुक हो गया है। तरला दलाल (all about Tarla Dalal) पर उनके नाम से ही बायॉपिक आ रही है, जिसमें ऐक्ट्रेस हुमा कुरैशी (Huma Qureshi) उनका रोल प्ले करेंगी। मेकर्स ने हाल ही इस फिल्म से तरला के रोल में हुमा कुरैशी का फर्स्ट लुक रिलीज किया था।
तरला दलाल कौन (Tarla Dalal profile) थीं? वह कैसे इतनी पॉप्युलर होम शेफ बनीं, जिसकी कुकिंग के दुनियाभर में चर्चे होते थे? उनके परिवार से लेकर मौत के बारे में यहां हम आपको सारी जानकारी दे रहे हैं।
मशहूर शेफ और राइटर, तरला दलाल ने लिखीं 100 से ज्यादा किताबें
तरला दलाल देश की सबसे मशहूर शेफ थीं, फूड राइटर, कुकबुक की ऑथर थीं। तरला दलाल ने कुकिंग पर 100 से भी ज्यादा किताबें लिखीं और कई कुकिंग शोज भी होस्ट किए। इतना ही नहीं, तरला दलाल इंडियन फूड की सबसे बड़ी वेबसाइट चलाती थीं और एक मैगजीन Cooking & More भी पब्लिश करती थीं।
तस्वीरों में तरला दलाल की लाइफ
तरला दलाल को बचपन से कुकिंग का शौक, मां की करती थीं मदद
tarladalal.com तरला दलाल द्वारा शुरू की गई देश की सबसे बड़ी फूड वेबसाइट है। इस वेबसाइट के मुताबिक, तरला दलाल का जन्म महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था। तरला को बचपन से ही कुकिंग का शौक था। 12 साल की उम्र से ही उन्होंने खाना बनाने में मां की मदद करनी शुरू कर दी थी। 1956 में तरला दलाल ने कॉलेज से बीए इक्नॉमिक्स की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद 1960 में तरला दलाल की शादी नलिन दलाल से हो गई, जो उस वक्त अमेरिका में कैमिकल इंजनियरिंग कर रहे थे।
तरला दलाल की फोटो
इंजिनियर पति के लिए तरला रोजाना ट्राई करती थीं अलग-अलग रेसीपी
शादी के बाद तरला दलाल पति के साथ अमेरिका चली गईं। तरला इंडियन फूड की शौकीन थीं लेकिन विदेश में उन्हें इसमें दिक्कत हो रही थी। तब पति नलिन दलाल के कहने पर तरला दलाल ने उन्हें अलग-अलग डिश बनाने के लिए मोटिवेट किया। तरला दलाल ने अलग-अलग किताबें पढ़ना और फिर रोजाना 2-3 रेसीपी ट्राई करने लगीं। वेबसाइट के मुताबिक, 9 साल की कड़ी मेहनत के बाद तरला दलाल एक से बढ़कर एक डिश बनाने लगीं। उनकी डिशेज हर किसी को पसंद आतीं।
तरला दलाल
तरला दलाल ने 1996 में शुरू कीं कुकिंग क्लासेज
1966 में तरला दलाल को उनके दोस्तों ने कुकिंग क्लासेज शुरू करने का सुझाव दिया। तरला दलाल ने घर पर ही कुकिंग क्लास शुरू कर दीं। तरला दलाल धीरे-धीरे सफल होने लगीं। उनकी सफलता को देख पति नलिन ने तरला दलाल को कुकरी की किताबें लिखने के लिए कहा।
2007 में तरला दलाल को मिला पद्म श्री सम्मान
तरला दलाल को साल 2007 में कुकिंग के फील्ड में योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया। कुकिंग कैटिगरी में यह सम्मान पाने वालीं तरला दलाल पहली इंडियन थीं। तरला दलाल ने खुद के कुकिंग शोज भी करने शुरू कर दिए। उनकी पहुंच सिर्फ देश ही नहीं बल्कि टोरंटो, न्यू यॉर्क, लंदन, डर्बन और तोक्यो समेत कई देशों में थीं। उनका शो ‘Cook It Up With Tarla Dalal’ टीवी पर 3 साल तक ऑन-एयर किया गया था।
तरला दलाल बाद में परिवार के साथ मुंबई आकर बस गईं। 1974 में तरला दलाल ने कुकिंग पर अपनी पहली किताब The Pleasures of Vegetarian Cooking निकाली। इस किताब की लाखों कॉपियां बिकीं। धीरे-धीरे वक्त के साथ तरला दलाल की पॉप्युलैरिटी बढ़ती गई।
अपने एक कुकरी शो में ऐक्टर सुधांशु पांडे संग तरला दलाल
2013 में हार्ट अटैक से मौत, पीछे रहे गए 3 बच्चे
तरला दलाल अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके परिवार ने विरासत संभाली हुई है। तरला दलाल का 6 नवंबर 2013 को हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया। वह परिवार के साथ साउथ मुंबई में नेपियन सी रोड पर रहती थीं। तरला दलाल के तीन बच्चे हैं- बेटा संजय और दीपक और बेटी रेनू। तरला के पति नलिन दलाल की 2005 में मौत हो गई थी। अब तरला दलाल की जिंदगी और सफलता की कहानी स्क्रीन पर आने को तैयार है।
मशहूर शेफ और राइटर, तरला दलाल ने लिखीं 100 से ज्यादा किताबें
तरला दलाल देश की सबसे मशहूर शेफ थीं, फूड राइटर, कुकबुक की ऑथर थीं। तरला दलाल ने कुकिंग पर 100 से भी ज्यादा किताबें लिखीं और कई कुकिंग शोज भी होस्ट किए। इतना ही नहीं, तरला दलाल इंडियन फूड की सबसे बड़ी वेबसाइट चलाती थीं और एक मैगजीन Cooking & More भी पब्लिश करती थीं।
तस्वीरों में तरला दलाल की लाइफ
तरला दलाल को बचपन से कुकिंग का शौक, मां की करती थीं मदद
tarladalal.com तरला दलाल द्वारा शुरू की गई देश की सबसे बड़ी फूड वेबसाइट है। इस वेबसाइट के मुताबिक, तरला दलाल का जन्म महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था। तरला को बचपन से ही कुकिंग का शौक था। 12 साल की उम्र से ही उन्होंने खाना बनाने में मां की मदद करनी शुरू कर दी थी। 1956 में तरला दलाल ने कॉलेज से बीए इक्नॉमिक्स की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद 1960 में तरला दलाल की शादी नलिन दलाल से हो गई, जो उस वक्त अमेरिका में कैमिकल इंजनियरिंग कर रहे थे।
तरला दलाल की फोटो
इंजिनियर पति के लिए तरला रोजाना ट्राई करती थीं अलग-अलग रेसीपी
शादी के बाद तरला दलाल पति के साथ अमेरिका चली गईं। तरला इंडियन फूड की शौकीन थीं लेकिन विदेश में उन्हें इसमें दिक्कत हो रही थी। तब पति नलिन दलाल के कहने पर तरला दलाल ने उन्हें अलग-अलग डिश बनाने के लिए मोटिवेट किया। तरला दलाल ने अलग-अलग किताबें पढ़ना और फिर रोजाना 2-3 रेसीपी ट्राई करने लगीं। वेबसाइट के मुताबिक, 9 साल की कड़ी मेहनत के बाद तरला दलाल एक से बढ़कर एक डिश बनाने लगीं। उनकी डिशेज हर किसी को पसंद आतीं।
तरला दलाल
तरला दलाल ने 1996 में शुरू कीं कुकिंग क्लासेज
1966 में तरला दलाल को उनके दोस्तों ने कुकिंग क्लासेज शुरू करने का सुझाव दिया। तरला दलाल ने घर पर ही कुकिंग क्लास शुरू कर दीं। तरला दलाल धीरे-धीरे सफल होने लगीं। उनकी सफलता को देख पति नलिन ने तरला दलाल को कुकरी की किताबें लिखने के लिए कहा।
2007 में तरला दलाल को मिला पद्म श्री सम्मान
तरला दलाल को साल 2007 में कुकिंग के फील्ड में योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया। कुकिंग कैटिगरी में यह सम्मान पाने वालीं तरला दलाल पहली इंडियन थीं। तरला दलाल ने खुद के कुकिंग शोज भी करने शुरू कर दिए। उनकी पहुंच सिर्फ देश ही नहीं बल्कि टोरंटो, न्यू यॉर्क, लंदन, डर्बन और तोक्यो समेत कई देशों में थीं। उनका शो ‘Cook It Up With Tarla Dalal’ टीवी पर 3 साल तक ऑन-एयर किया गया था।
तरला दलाल बाद में परिवार के साथ मुंबई आकर बस गईं। 1974 में तरला दलाल ने कुकिंग पर अपनी पहली किताब The Pleasures of Vegetarian Cooking निकाली। इस किताब की लाखों कॉपियां बिकीं। धीरे-धीरे वक्त के साथ तरला दलाल की पॉप्युलैरिटी बढ़ती गई।
अपने एक कुकरी शो में ऐक्टर सुधांशु पांडे संग तरला दलाल
2013 में हार्ट अटैक से मौत, पीछे रहे गए 3 बच्चे
तरला दलाल अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके परिवार ने विरासत संभाली हुई है। तरला दलाल का 6 नवंबर 2013 को हार्ट अटैक के कारण निधन हो गया। वह परिवार के साथ साउथ मुंबई में नेपियन सी रोड पर रहती थीं। तरला दलाल के तीन बच्चे हैं- बेटा संजय और दीपक और बेटी रेनू। तरला के पति नलिन दलाल की 2005 में मौत हो गई थी। अब तरला दलाल की जिंदगी और सफलता की कहानी स्क्रीन पर आने को तैयार है।