Student Union Election 2022: मंत्री की बेटी निहारिका को नहीं मिला छात्रसंघ चुनाव का टिकिट, रोते हुए कर दिया ये ऐलान h3>
Rajasthan University Elections: राजस्थान यूनिवर्सिटी में दो साल बाद होने जा रहे छात्रसंघ चुनाव के लिए गुरुवार को एनएसयूआई की ओर से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी की घोषणा कर दी गई। एनएसयूआई की ओर से रितु चौधरी को अध्यक्ष का उम्मीद्वार बनाया है। वहीं मंत्री की बेटी को जब टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।
हाइलाइट्स
राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा
मंत्री की बेटी को नहीं मिला छात्रसंघ चुनाव का टिकिट
रोते हुए बोली – निर्दलीय चुनाव लड़ूंगी
जयपुर:राजस्थान यूनिवर्सिटी जयपुर में छात्रसंघ चुनाव (rajasthan university student union election 2022) के लिए एनएसयूआई (NSUI) की ओर से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। एनएसयूआई की ओर से रितु चौधरी (Ritu Choudhary) को अध्यक्ष का उम्मीद्वार बनाया है। इस ऐलान के साथ ही संगठन के अन्य दावेदार आक्रोशित हो गए। मंत्री मुरारीलाल मीणा की बेटी निहारिका जोरवाल भी अध्यक्ष पद की दावेदार थी लेकिन टिकिट नहीं मिलने से नाराज हो गई। टिकिट के ऐलान के बाद राजस्थान यूनिवर्सिटी परिसर में ही निहारिका जोरवाल (Niharika Jorwal) रोते हुए बोली कि संगठन ने उसके भरोसे को तोड़ा है। अब वे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ेंगी। छात्र नेता महेश चौधरी भी अध्यक्ष पद पर दावेदारी जता रहे थे लेकिन संगठन ने महेश को टिकिट नहीं दिया। युनिवर्सिटी में जातिवाद फैला रखा है – निहारिका एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने अध्यक्ष पद के लिए जैसे की रितु चौधरी के नाम का ऐलान किया। उसी दौरान निहारिका चौधरी और उसके समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया। निहारिका और उसके समर्थकों ने अभिषेक चौधरी मुर्दाबाद के नारे लगाए और टिकिट वितरण में जातिवाद का आरोप लगाया। निहारिका ने कहा कि युनिवर्सिटी में यह बात फैला रखी है कि यहां जाट बाहूल्य है, इसलिए आदीवासी महिला को टिकिट नहीं दे सकते। Ajmer News : MDS यूनिवर्सिटी पर छात्रों का अर्धनग्न प्रदर्शन, छात्रसंघ चुनाव पर खड़े किए सवाल एनएसयूआई के 5 बागी बिगाड़ सकते हैं खेल राजस्थान यूनिवर्सिटी के चुनावों में हर बार बागी खेल बिगाड़ते रहे हैं। पिछले दो चुनावों में एनएसयूआई से बगावत करने वाले निर्दलीय प्रत्याशियों विनोद जाखड़ और पूजा वर्मा ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की थी। इस बार भी टिकिट नहीं मिलने से 5 दावेदार नाराज हैं। इनमें निहारिका जोरवाल, महेश चौधरी, महेन्द्र देगड़ा, संजय चौधरी और राजेन्द्र गोरा शामिल है। अब अगर इन निर्दलयों में एक राय बनती है तो इस बार भी एनएसयूआई की जीत खटाई में पड़ सकती है। हालांकि एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चोधरी ने कहा कि निहारिका हमारी छोटी बहिन है। वह अच्छी और एक्टिव कार्यकर्ता है। चौधरी ने भरोसा जताया कि निहारिका निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगी। (रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़)
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Web Title : Hindi News from Navbharat Times, TIL Network
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