स्‍ट्रैटजी, खुद के नोट्स और धैर्य, UPSC टॉपर श्रुति ने दिया कामयाबी का मंत्र

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स्‍ट्रैटजी, खुद के नोट्स और धैर्य, UPSC टॉपर श्रुति ने दिया कामयाबी का मंत्र

स्‍ट्रैटजी, खुद के नोट्स और धैर्य, UPSC टॉपर श्रुति ने दिया कामयाबी का मंत्र

नई दिल्लीः UPSC टॉपर श्रुति शर्मा के लिए यह यकीन करना कुछ मुश्किल था कि वे सिविल सर्विसेज की ऑल इंडिया टॉपर बनी हैं। श्रुति कहती हैं, इंटरव्यू के बाद मुझे पॉजिटिव रिजल्ट की उम्मीद तो थी मगर फर्स्ट रैंक पर विश्वास ही नहीं हुआ। मैंने कई बार अपनी रैंक चेक की। यह एक यादगार सरप्राइज है। मैं बहुत खुश हूं, उन सभी की शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मुझे इस कामयाबी को पाने में मदद की।

​दिल्ली से ही की पूरी पढ़ाई

श्रुति शर्मा का परिवार बिजनौर से है, हालांकि उन्होंने अपनी पढ़ाई दिल्ली से ही की। उन्होंने सरदार पटेल विद्यालय से स्कूली पढ़ाई की। इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज से हिस्ट्री ऑनर्स और फिर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में एमए में एडमिशन लिया। सिविल सर्विसेज एग्जाम की तैयारी के लिए उन्होंने जामिया मिल्लिया इस्लामिया की रेजिडेंशल कोचिंग अकैडमी को चुना। श्रुति कहती हैं, जामिया की इस अकैडमी से मुझे बहुत मदद मिली। साथ ही मेरे टीचर्स, दोस्तों और पैरंट्स के सपोर्ट की वजह से ही यह हो पाया है। रिजल्ट आते ही मैंने मम्मी और नानी को बताया और फिर पापा से फोन पर बात की। उनकी खुशी देखना मेरे लिए बहुत स्पेशल है।

​पहले अटेम्प्ट से मिली हिम्मत

श्रुति ने दूसरे अटेम्प्ट में सिविल सर्विसेज एग्जाम में सफलता हासिल की है। वह कहती हैं, पहली बार में मैं एक गलती की वजह से इंग्लिश मीडियम में एग्जाम नहीं दे पाई और हिंदी में लिखकर स्कोर नहीं कर पाई। एक नंबर से इंटरव्यू कॉल रह गया था। निराशा से ज्यादा हिम्मत मिली और दूसरे अटेम्प्ट में मेहनत की। श्रुति कहती हैं, सिलेबस काफी ज्यादा होता है, तो सही स्‍ट्रैटजी चाहिए होती है। मैंने खुद नोट्स बनाए, रिविजन पर फोकस रहा। साथ ही, इस एग्जाम की तैयारी में धैर्य बहुत जरूरी है। इस पर मैंने पूरा ध्यान दिया।

​खुद के नोट्स और सेल्फ स्टडी

श्रुति का मानना है कि खुद के नोट्स तैयारी में काफी मदद देते हैं। वह कहती हैं, सिविल सर्विसेज का सिलेबस बड़ा होता है। मार्केट में बहुत स्टडी मटीरियल हैं, मगर कई बार स्टूडेंट्स इसके भरोसे ही रहकर गलती करते हैं। बेसिक्स पर ध्यान देना, कॉन्सेप्टस क्लियर करने के लिए खुद के नोट्स बनाना बहुत जरूरी है। साथ ही, बार-बार रिविजन सिविल सर्विसेज की तैयारी की बड़ी जरूरत है। वह कहती हैं, कोचिंग गई थी, मदद भी मिली मगर बाद में मैंने छोड़ दी। मुझे सेल्फ स्टडी पर ज्यादा भरोसा है।

​अपने हिसाब से बनाएं अपना टाइमटेबल

श्रुति घंटों की पढ़ाई पर यकीन नहीं रखती। वह कहती हैं, हर एक का पढ़ने का अलग स्टाइल होता है, इसलिए हर कोई किसी एक फॉर्मूले पर पढ़ाई ना करें। साथ ही, घंटों के हिसाब से नहीं, बल्कि जितनी देर ध्यान और लगन से पढ़ सकें, उतना पढ़ें। अपना टाइमटेबल अपने हिसाब से बनाएं। सिविल सर्विसेज टॉपर ने आईएएस और यूपी कैडर अपनी पहली प्राथमिकता रखी है। वह कहती हैं, मैं महिलाओं को मजबूत करने और शिक्षा के क्षेत्र पर काम करना चाहती हूं। बाकी जिस सेक्टर में भी मुझे काम करने का मौका मिलेगा, वहां बेहतर काम करूंगी।

​UPSC में पहले 3 पायदानों पर लड़कियां

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बता दें कि यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा-2021 रिजल्ट में पहले तीन स्थानों पर लड़कियों का कब्जा रहा। दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज और जेएनयू से पढ़ाई करने वाली श्रुति शर्मा ने टॉप किया है। दूसरे स्थान पर अंकिता अग्रवाल रहीं। पंजाब के आनंदपुर साहिब की गामिनी सिंगला को तीसरा स्थान हासिल हुआ है। लगभग 685 उम्मीदवारों ने यूपीएससी परीक्षा पास की है। सफल उम्मीदवारों में जनरल कैटिगरी के 244, EWS वर्ग के 73, OBC के 203, SC के 105 और 60 ST परीक्षार्थी शामिल हैं।

​PM मोदी ने दी बधाई

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लगभग 685 उम्मीदवारों ने यूपीएससी परीक्षा पास की है। पीएम मोदी ने इन्हें बधाई देते हुए कहा कि इन युवाओं को मेरी शुभकामनाएं जो भारत की विकास यात्रा के एक अहम समय में अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत कर रहे हैं, जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। पीएम ने असफल रहे उम्मीदवारों को संदेश देते हुए कहा, ‘मैं निराशा को समझता हूं। मैं यह भी जानता हूं कि ये प्रतिभाशाली युवा किसी भी क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ेंगे।’ सफल उम्मीदवारों में जनरल कैटिगरी के 244, EWS वर्ग के 73, OBC के 203, SC के 105 और 60 ST परीक्षार्थी शामिल हैं।

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