SMC और SDMC को मजबूत और एक्टिव करने की तैयारी में राज्य सरकार | State government preparing to strengthen and activate SMC and SDMC | Patrika News

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SMC और SDMC को मजबूत और एक्टिव करने की तैयारी में राज्य सरकार | State government preparing to strengthen and activate SMC and SDMC | Patrika News

SMC और SDMC को मजबूत और एक्टिव करने की तैयारी में राज्य सरकार | State government preparing to strengthen and activate SMC and SDMC | Patrika News

शिक्षा के क्षेत्र में उल्लखनीय काम करने वाले शिक्षकों और स्कूल के विकास में योगदान देने वाले भामाशाहों की तर्ज पर अब शिक्षा विभाग श्रेष्ठ एसएमसी.एसडीएमसी को भी पुरस्कृत करेगा।

एसएमसी और एसडीएमसी को मजबूत और एक्टिव करने की तैयारी में राज्य सरकार श्रेष्ठ एसएमसी.एसडीएमसी को मिलेंगे 1 लाख रुपए

ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर मिलेगा पुरस्कार
सक्रिय सदस्यों को मिलेगा एक्सपोजर विजिट का मौका
जयपुर।
शिक्षा के क्षेत्र में उल्लखनीय काम करने वाले शिक्षकों और स्कूल के विकास में योगदान देने वाले भामाशाहों की तर्ज पर अब शिक्षा विभाग श्रेष्ठ एसएमसी.एसडीएमसी को भी पुरस्कृत करेगा। इतना नहीं इनके सदस्यों को एक्सपोजर विजिट करने का मौका भी शिक्षा विभाग देगा। श्रेष्ठ एसएमसी.एसडीएमसी को पुरस्कार स्वरूप 11 हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक दिए जाएंगे।
गौरतलब है कि प्रदेश के 3825 माध्यमिक विद्यालय और 11872 उच्च माध्यमिक स्कूलों में एसएमसी-एसडीएमसी संचालित की जा रही हैं। जो स्कूलों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और शैक्षणिक सुधार का काम करती हैं। अब शिक्षा विभाग इन कमेटियों को भी मजबूत करने की दिशा में प्रयास कर रहा है। जिससे कमेटी सदस्यों का जुड़ाव स्कूल से बना रहे।
ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर होगा सम्मान
शिक्षा विभाग ने अब हर साल इन दोनों कमेटियों का भी ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर पुरस्कार प्रदान करेगा। ब्लॉक स्तर पर 11 हजार रुपए, जिला स्तर पर 51 हजार रुपए और राज्य स्तर पर श्रेष्ठ होने पर 1 लाख रुपए तक की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी।
मिलेगा एक्सपोजर विजिट का मौका
इसके अलावा दोनों ही कमेटियों को अब से एक्सपोजर विजिट करने का मौका भी मिलेगा। जिसमें कमेटी के सक्रिय सदस्य शामिल होंगे। प्रदेश के 3825 माध्यमिक विद्यालय और 11872 उच्च माध्यमिक स्कूलों में संचालित कमेटियों में सक्रिय सदस्यों का चयन इस विजिट के लिए किया जाएगा। इसका मकसद यह होगा कि वो विजिट के माध्यम से अपने उल्लेखनीय कार्यों की जानकारी दूसरे स्कूलों को दे सकेंगेे जिससे अन्य स्कूल के कमेटियों के सदस्य उसे अपने स्कूलों में भी लागू कर सकें।
सीबीईओ को दी जिम्मेदारी
सीबीईओ की अध्यक्षता में गठित कमेटी अपने परिक्षेत्र में आने वाले हर स्कूल की कमेटी में से श्रेष्ठ 3 एसएमसी और 3 एसडीएमसी का चयन करेगी। सभी सदस्यों को ब्लॉक की श्रेष्ठ कमेटियों वाली स्कूलों की विजिट कराई जाएगी। इस विजिट के लिए हर स्कूल को 2100 रुपए का वित्तीय प्रावधान रखा है।
इसी प्रकार सीडीईओ की अध्यक्षता में गठित कमेटी जिले के हर ब्लॉक की कमेटी में से श्रेष्ठ दो एसएमसी, दो एसडीएमसी का चयन कर उन कमेटियों के सदस्यों को अन्य जिले में विजिट कराएगी। स्टेट परियेाजना निदेशक की अध्यक्षता में कमेटी जिसे एसएमसी और एसडीएमएसी सदस्यों का चयन करेगी उन्हें राज्यों की श्रेष्ठ कमेटियों का विजिट कराया जाएगा। इस विजिट में राज्य स्तर की प्रकोष्ठ टीम को शामिल किया जाएगा।
गौरतलब है कि पूर्व शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और वर्तमान शिक्षामंत्री डॉ. बीडी कल्ला लगातार एसएमसी और एसडीएमसी को मजबूत करने की बात कहते आए हैं।
यह हैं एसएमसी और एसडीएमसी के दायित्व
विद्यालय सुधार योजना तैयार करना
विद्यार्थियों में जीवन कौशल का विकास करना
वियालय में आईसीटी का उपयोग सुनिश्चित करना
समुदाय की सह.भागिता सुनिश्चित करना
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान से प्राप्त राशि का रिकॉर्ड संधारण करना
विद्यालय स्तर पर निर्माण संबंधी कार्य तथा शैक्षणिक गुणवत्ता वृद्धि संबंधित सभी कार्य
नियमित रूप से वित्तीय लेखों का अनुमोदन



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