Sidhu Moose Wala Murder: सिद्धू मूसेवाला ने 2 हफ्ते पहले ही अपने आखिरी गाने में लिखा, जवानी में ही उठ जाएगा जनाजा h3>
नई दिल्लीः कार में इनके गाने, शादी-क्लब में इनका जलवा… फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट, वॉट्सऐप हर जगह मूसेवाला-मूसेवाला… ऐसे करते थे लोग सिद्धू मूसेवाला को फॉलो। लेकिन 2 हफ्ते पहले अपने आखिरी गाने ‘लास्ट राइड’ में सिद्धू ने लिखा था ‘नी ऐदा उठुगा जवानी विच जनाना मिट्ठिए’ (जवानी में ही उठ जाएगा जनाजा)… और इसी के साथ मूसेवाला की सच लिखने वाली कलम टूट गई। सिद्धू की मौत का धक्का उनके हरेक छोटे-बड़े फैन को लगा है। सोशल मीडिया पर उनके गानों, उनके स्टाइल, उनके इंटरव्यू को फैन पोस्ट करके उन्हें याद कर रहे हैं।
विवादों का दूसरा नाम था सिद्धू मूसेवाला
सिद्धू मूसेवाला पंजाबी गायिकी के क्षेत्र में विवादित नाम रहा है। वह जब से गायकी के क्षेत्र में आए, तब से हर एलबम से पहले विवादों में घिरते रहे हैं। सिद्धू मूसेवाला ने अपने गीतों में नशा को तो कभी प्रमोट नहीं किया, लेकिन गन कल्चर का पीछा नहीं छोड़ा। सिद्धू मूसेवाला का गायक करण औजला के साथ भी विवाद पुराना है। दोनों गायक एक-दूसरे खिलाफ खुलकर बोलते थे। गीतों में दोनों गायक एक-दूसरे के खिलाफ हिंसा छेड़ने से जुड़े बोल तक इस्तेमाल करते थे। मूसेवाला 2020 में लॉकडाउन के दौरान उस समय चर्चा में आए जब उनकी एक फोटो पुलिस वालों के साथ एके-47 चलाते हुए वायरल हुई। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह भूमिगत भी हुए।
गीतों में नशे से रहे दूर, लेकिन गन कल्चर नहीं छोड़ा
इनमें उसे पांच पुलिसकर्मियों के साथ एके-47 और एक निजी पिस्टल चलाने की ट्रेनिंग लेते देखा गया था। इस विडियो के आधार पर पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। इस मामले में मूसेवाला पर आर्म्स ऐक्ट के तहत केस दर्ज हुए थे। बाद में पुलिस जांच में शामिल होने के चलते उसे जमानत दे दी गई। 6 जून 2020 को सिद्धू मूसेवाला पर गाड़ी में काले शीशे इस्तेमाल करने के लिए चालान किया गया था। जुलाई 2020 में संजू फिल्म के रिलीज होने के बाद मूसेवाला ने एक गाना भी रिलीज किया था, जिसमें उसने खुद पर लगे आरोपों को संजय दत्त पर लगे आरोपों जैसा बताया था। तब भारतीय शूटर अवनीत सिद्धू ने बंदूक परंपरा को प्रचारित करने के लिए मूसेवाला को आलोचना की थी।
सदमे में देश-विदेश के उनके फैन
पंजाबी इंडस्ट्री के बड़े-बड़े कलाकार से लेकर विदेशों में बसे उनके फैन उनके जाने से गम में हैं। किसी को विश्वास नहीं हो रहा है कि वो पंजाब का गबरू जो छोटी उम्र में ही करोड़ों लोगों का आइकन बन गया वो अब कभी भी न कॉन्सर्ट में, न ही क्लब में गाता हुआ दिखेगा। एक फैन सरबजीत सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि मूसेवाला ने सबसे पहली अपनी टीवी परफॉर्मेंस कंटीनी मंडीर के कार्यक्रम में कॉलेज कैंपस में दी थी। मूसेवाला के फैन गुरप्रीत सिंह ने बताया कि मैं कार में उनके गाने ही सुन रहा था कि उनकी मौत की खबर आई। एक पल के लिए सब कुछ रुक गया। गुरप्रीत ने कहा कि मूसेवाला को इतना जानता हूं, इतना सुन चुका हूं, इतना देख चुका हूं कि आज लग रहा है कि मैं मर गया हूं।
वहीं, एक फैन इशांत ने बताया कि 4 जून को उनका गुड़गांव में कॉन्सर्ट होने वाला था। इसके लिए उन्होंने टिकट तक खरीद ली थी। उनके दोस्त तक सब उन्हें सुनने के लिए एक्साइटेड थे लेकिन ‘बिच आई एम बैक’ लिखने वाला अब नहीं आएगा। सिद्ध मूसेवाला का पूरा नाम शुभदीप सिंह था। वह जितने फेमस थे उतना ही उनकी अपने गानों में हिंसा और बंदूक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आलोचना होती थी।
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सिद्धू मूसेवाला पंजाबी गायिकी के क्षेत्र में विवादित नाम रहा है। वह जब से गायकी के क्षेत्र में आए, तब से हर एलबम से पहले विवादों में घिरते रहे हैं। सिद्धू मूसेवाला ने अपने गीतों में नशा को तो कभी प्रमोट नहीं किया, लेकिन गन कल्चर का पीछा नहीं छोड़ा। सिद्धू मूसेवाला का गायक करण औजला के साथ भी विवाद पुराना है। दोनों गायक एक-दूसरे खिलाफ खुलकर बोलते थे। गीतों में दोनों गायक एक-दूसरे के खिलाफ हिंसा छेड़ने से जुड़े बोल तक इस्तेमाल करते थे। मूसेवाला 2020 में लॉकडाउन के दौरान उस समय चर्चा में आए जब उनकी एक फोटो पुलिस वालों के साथ एके-47 चलाते हुए वायरल हुई। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह भूमिगत भी हुए।
गीतों में नशे से रहे दूर, लेकिन गन कल्चर नहीं छोड़ा
इनमें उसे पांच पुलिसकर्मियों के साथ एके-47 और एक निजी पिस्टल चलाने की ट्रेनिंग लेते देखा गया था। इस विडियो के आधार पर पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। इस मामले में मूसेवाला पर आर्म्स ऐक्ट के तहत केस दर्ज हुए थे। बाद में पुलिस जांच में शामिल होने के चलते उसे जमानत दे दी गई। 6 जून 2020 को सिद्धू मूसेवाला पर गाड़ी में काले शीशे इस्तेमाल करने के लिए चालान किया गया था। जुलाई 2020 में संजू फिल्म के रिलीज होने के बाद मूसेवाला ने एक गाना भी रिलीज किया था, जिसमें उसने खुद पर लगे आरोपों को संजय दत्त पर लगे आरोपों जैसा बताया था। तब भारतीय शूटर अवनीत सिद्धू ने बंदूक परंपरा को प्रचारित करने के लिए मूसेवाला को आलोचना की थी।
सदमे में देश-विदेश के उनके फैन
पंजाबी इंडस्ट्री के बड़े-बड़े कलाकार से लेकर विदेशों में बसे उनके फैन उनके जाने से गम में हैं। किसी को विश्वास नहीं हो रहा है कि वो पंजाब का गबरू जो छोटी उम्र में ही करोड़ों लोगों का आइकन बन गया वो अब कभी भी न कॉन्सर्ट में, न ही क्लब में गाता हुआ दिखेगा। एक फैन सरबजीत सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि मूसेवाला ने सबसे पहली अपनी टीवी परफॉर्मेंस कंटीनी मंडीर के कार्यक्रम में कॉलेज कैंपस में दी थी। मूसेवाला के फैन गुरप्रीत सिंह ने बताया कि मैं कार में उनके गाने ही सुन रहा था कि उनकी मौत की खबर आई। एक पल के लिए सब कुछ रुक गया। गुरप्रीत ने कहा कि मूसेवाला को इतना जानता हूं, इतना सुन चुका हूं, इतना देख चुका हूं कि आज लग रहा है कि मैं मर गया हूं।
वहीं, एक फैन इशांत ने बताया कि 4 जून को उनका गुड़गांव में कॉन्सर्ट होने वाला था। इसके लिए उन्होंने टिकट तक खरीद ली थी। उनके दोस्त तक सब उन्हें सुनने के लिए एक्साइटेड थे लेकिन ‘बिच आई एम बैक’ लिखने वाला अब नहीं आएगा। सिद्ध मूसेवाला का पूरा नाम शुभदीप सिंह था। वह जितने फेमस थे उतना ही उनकी अपने गानों में हिंसा और बंदूक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आलोचना होती थी।