Shivpal Yadav News: आजम खान से मिलने सीतापुर जेल पहुंचे शिवपाल यादव, फिर गरमाई उत्‍तर प्रदेश की राजनीति

224
Shivpal Yadav News: आजम खान से मिलने सीतापुर जेल पहुंचे शिवपाल यादव, फिर गरमाई उत्‍तर प्रदेश की राजनीति

Shivpal Yadav News: आजम खान से मिलने सीतापुर जेल पहुंचे शिवपाल यादव, फिर गरमाई उत्‍तर प्रदेश की राजनीति

सीतापुर: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yada) शुक्रवार की सुबह सीतापुर (Sitapur) पहुंचे। उन्होंने गुरुवार को घोषणा की थी कि वे आजम खान (Azam Khan) से मुलाकात करेंगे। अगले ही दिन उनके सीतापुर जेल (Sitapur Jail) पहुंचने के बाद राजनीतिक कयासबाजियों का बाजार गर्म हो गया है। यहीं पर आजम खान बंद हैं। इस मुलाकात को लेकर सीतापुर से लेकर रामपुर तक और रामपुर से लेकर लखनऊ तक विपक्ष की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। शिवपाल यादव और अखिलेश यादव (Shivpal Yadav Akhilesh Yadav) के बीच पिछले दिनों वार-पलटवार का मामला सामने आया। पहले अखिलेश ने शिवपाल पर भाजपा से नजदीकी की बात करते हुए उन्हें चले जाने की सलाह दी। इसके बाद शिवपाल ने उन्हें विधानमंडल दल से बाहर निकालने की चुनौती दे दी।

शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच चल रही राजनीतिक खींचतान के बीच आजम खान की नाराजगी के मसले को भी गरमा दिया गया है। अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी की ओर से खुलकर समर्थन नहीं किए जाने के मसले पर आजम खान और उनके परिवार की नाराजगी की खबरें सामने आई हैं। इस मामले के गरमाने के बाद राष्ट्रीय लोक दल अध्यक्ष जयंत चौधरी ने रामपुर पहुंच कर आजम खान के परिजनों ने मुलाकात की है। वहीं, आजम की नाराजगी की रिपोर्ट के साथ ही एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी उन पर डोरे डालना शुरू कर दिया है। इन तमाम स्थितियों के बीच आजम और शिवपाल की जेल में मुलाकात के कई मायने निकाले जाने लगे हैं।

शिवपाल दे रहे हैं आजम से पुराने संबंधों का हवाला
शिवपाल यादव ने आजम खान के साथ पुराने संबंधों का हवाला देते हुए उनकी तबियत काफी खराब होने की बात कही थी। गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा था कि आजम खान साहब की तबियत काफी खराब है। हम उनसे मुलाकात करने जाएंगे। आजम खान को साहब कहकर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव भी संबोधित करते रहे हैं। मुलायम के कभी काफी करीबी रहे शिवपाल यादव भी उसी समय से आजम खान से जुड़े हैं। ऐसे में जब आजम खान और शिवपाल यादव दोनों ही समाजवादी पार्टी से नाराज चल रहे हैं तो यह एक नए राजनीतिक समीकरण की तरफ बढ़ते कदम की तरफ भी संकेत देता दिखाई दे रहा है।

सपा की राजनीति में उपेक्षित हो गए हैं शिवपाल
यूपी चुनाव 2022 के पहले समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव की ओर से शिवपाल यादव का गठबंधन में जोरदार स्वागत हुआ था। शिवपाल को सपा के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया गया था। चुनाव परिणाम के बाद विधायक दल की बैठक हुई तो उन्हें बुलाया ही नहीं गया। ऐसे में कभी समाजवादी पार्टी के लिए निर्णय लेने वाले शिवपाल इस पार्टी से विधायक बनने के बाद भी आमंत्रित नहीं किए जाने से नाराज हो गए। अब वे खुद को सपा के 111 में से एक विधायक बता रहे हैं। कुछ यही स्थिति आजम खान की बनी हुई है। आजम को किसी अन्य खेमे में जाने देने से बेहतर शिवपाल अपने साथ जोड़ने की रणनीति पर भी आगे बढ़ते दिख सकते हैं। इस मुलाकात के मायने कई निकाले जा रहे हैं।



Source link