satna: फरारी काट रहे शिक्षक को बीईओ ने उपस्थित बता न्यायालय को किया गुमराह | The BEO was showing the absconding teacher present | Patrika News

97
satna: फरारी काट रहे शिक्षक को बीईओ ने उपस्थित बता न्यायालय को किया गुमराह | The BEO was showing the absconding teacher present | Patrika News


satna: फरारी काट रहे शिक्षक को बीईओ ने उपस्थित बता न्यायालय को किया गुमराह | The BEO was showing the absconding teacher present | Patrika News

यह था मामला मिली जानकारी के अनुसार मझगवां विकास खंड में पदस्थ शिक्षक विनोद कुमार तिवारी अपराध क्रमांक 316/2021 दिनांक 28 मार्च 2021 के मामले में फरारी काट रहा था। शिक्षक तिवारी को अपराध के आधार पर निलंबित कर दिया गया था। इस दौरान न्यायालय में प्रकरण डब्लूपी क्रमांक 2637/2022 की पेशी का सामने आया। जिसमें आरोपी शिक्षक तिवारी को लाभ पहुंचाने की नीयत से बीईओ जेएल साकेत ने फरारी काट रहे निलंबित शिक्षक का उपस्थिति पत्रक क्रमांक 2683 दिनांक 18 अगस्त 2021 का जारी कर दिया। यह उपस्थिति पत्रक बीईओ साकेत ने आरोपी शिक्षक को लाभ पहुंचाने की नीयत से फर्जी तरीके से जारी कर दिया जबकि इस अवधि में शिक्षक कार्यालय में उपस्थित ही नहीं था। जब यह मामला संज्ञान में आया तो वरिष्ठ अधिकारी भी चौंक गये।

जिला शिक्षाधिकारी ने जारी किया नोटिस फरारी काट रहे शिक्षक विनोद कुमार तिवारी का फर्जी उपस्थिति पत्रक बनाये जाने का मामला सामने आने पर जिला शिक्षाधिकारी के स्तर से जांच कराई गई। जिस पर पाया गया कि बीईओ कार्यालय के लिपिक ने फर्जीवाड़ा किया है। जिसे गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षाधिकारी ने बीईओ को संबंधित लिपिक के विरुद्ध फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने सहित वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह करने के संबंध में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश बीईओ साकेत को दिये। लेकिन साकेत ने संबंधित लिपिक के खिलाफ न तो एफआईआर दर्ज कराई और न ही उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही का कोई प्रस्ताव भेजा। इस पर पाया गया कि बीईओ साकेत भी लिपिक के फर्जीवाड़े में संलिप्त हैं और उनकी भी भूमिका है।

संचालनालय ने किया निलंबित इस मामले का प्रतिवेदन जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय से आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय को भेजा गया। ऐसे गंभीर मामले को देखते हुए आयुक्त लोक शिक्षण अजय वर्मा ने बीईओ जेएल साकेत को निलंबित कर दिया।

संविधान का पाठ पढ़ाने चले शिक्षक खुद भूल गये अनुशासन एक और मामला सामने आया है जिसमें मैहर विकास खंड स्थित भटूरा विद्यालय में पदस्थ सहायक अध्यापक शिवकुमार सिंगरौल ने सीएम हेल्पलाइन में यह शिकायत की थी कि उनका संविलियन पात्र होने के बाद भी नहीं किया जा रहा है। इसके लिये जिला शिक्षाधिकारी सहित जिपं सीईओ को बताते हुए संविलियन की मांग की थी। मामला सामने आने पर जिपं सीईओ ने डीईओ से इस प्रकरण पर जानकारी चाही तो पता चला कि संबंधित शिक्षक का संविलियन जनवरी माह में हो चुका है और उसके आधार पर वेतन फिक्सेसन भी हो चुका है। इस पर जिपं सीईओ ने संबंधित शिक्षक को तलब करने नोटिस भेजा। जिसमें शिक्षक ने नोटिस की रिसीविंग में ही अनर्गल बातें लिखते हुए कहा कि संविधान के अनुसार जांच की जाए। फिर जिपं सीईओ के समक्ष आने पर भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। सभी पक्षों को सुनने के बाद जिपं सीईओ ने पाया कि संबंधित शिक्षक संविलियन होने के बाद भी झूठी शिकायत कर वरिष्ठ अधिकारियों को परेशान कर रहा है। साथ ही निराकरण के बाद भी शिकायत क्लोज नहीं करा रहा है। जो शासकीय सेवक के लिये अनुशासनहीनता मानी गई। इस आधार पर सहायक अध्यापक शिवकुमार सिंगरौल को निलंबित कर दिया है।





Source link