मुंबई: एंटीलिया बम केस और मनसुख हिरेन हत्याकांड मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. सचिन वझे (Sachin Vaze) एनआईए (NIA) की कस्टडी में और जांच एजेंसी उससे पूछताछ कर मामले को सुलझाने की कोशिशों में लगी हुई है. इस बीच खबर आ रही है कि NIA अधिकारियों को नवी मुंबई के कामोठे इलाके से सचिन वझे की एक और कार मिली है. ये MH01AX2627 नंबर की आउटलैंडर कार है. बता दें कि अब तक वझे की पांच कारें जब्त हो चुकी हैं.
नवी मुंबई में मिली Outlander Car
यह कार कामोठे इलाके के सेक्टर 7 में शीतलधारा सहकारी सोसायटी के बाहर पिछले महीने से पार्क की गई थी. NIA के सूत्रों के मुताबिक इस कार को प्रकाश ओव्हाल नाम का API चलाया करता था. ओव्हाल का NIA ने कई बार स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया है. ओव्हाल से अब इस बात को लेकर भी पूछताछ हो सकती है कि उसने किसके कहने पर आउटलैंडर कार को नवी मुंबई में पार्क किया था. क्या इस कार का इस क्राइम में किसी तरह से इस्तेमाल किया गया?
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NIA कोर्ट ने दो आरोपियों को NIA कस्टडी में भेजा
इधर, NIA कोर्ट ने एंटीलिया बम और मनसुख हिरेन हत्याकांड मामलों में आरोपियों विनायक शिंदे और नरेश गौर को 7 अप्रैल तक NIA कस्टडी में भेज दिया है. NIA ने NIA कोर्ट से विनायक शिंदे और नरेश गौर की 10 दिन की कस्टडी मांगी थी. NIA ने कोर्ट को बताया कि आरोपी विनायक शिंदे और नरेश गौर उस मीटिंग में मौजूद थे जिसमें मनसुख हिरेन को मारने की साजिश रची गई थी.
Antilia bomb scare and Mansukh Hiren murder cases: Accused Vinayak Shinde and Naresh Gaur sent to NIA custody till 7th April.
— ANI (@ANI) March 30, 2021
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संजय राउत का चौंकाने वाला खुलासा
इससे पहले शिवसेना नेता और राज्य सभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने सोमवार को सचिन वझे (Sachin Vaze) को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया. राउत ने कहा, ‘मैंने महाविकास अघाड़ी (MVA) के नेताओं को पहले ही चेताया था कि वो महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है.’ राउत ने कहा कि वझे की गतिविधियों पर उनको पहले से शक था.
मिली बड़ी सीख: संजय राउत
संजय राउत ने सोमवार को ये भी कहा कि वझे मामले की वजह से प्रदेश की उद्धव सरकार को आगे से और सावधान रहने के लिए बड़ी सीख मिली है. दरअसल, वझे की वजह से महाविकास अघाड़ी सरकार की किरकिरी हो रही है वहीं गठबंधन की सहयोगी पार्टियों में अविश्वास देखने को मिला है. गौरतलब है कि प्रदेश में शिव सेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की मिली जुली सरकार है.