प्राइवेट अस्पतालों में अगले हफ्ते आ रही रूसी वैक्सीन स्पूतनिक V, सरकारी अस्पतालों में इस महीने चांस नहीं

326
प्राइवेट अस्पतालों में अगले हफ्ते आ रही रूसी वैक्सीन स्पूतनिक V, सरकारी अस्पतालों में इस महीने चांस नहीं

प्राइवेट अस्पतालों में अगले हफ्ते आ रही रूसी वैक्सीन स्पूतनिक V, सरकारी अस्पतालों में इस महीने चांस नहीं

हाइलाइट्स:

  • 999.40 रुपये प्रति डोज रखा गया है स्‍पूतनिक वी वैक्‍सीन का दाम
  • मेट्रो सिटीज में अगले हफ्ते से होगा वैक्‍सीन का पायलट रोलआउट
  • कॉमर्शियल लॉन्‍च अगले महीने से, तभी राज्‍यों को मिल पाएंगी डोज
  • 15-20% डोज इम्‍पोर्ट करेगी डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज, बाकी यहीं बनेंगी

नई दिल्‍ली
रूसी कोरोना वायरस वैक्‍सीन Sputnik V इसी महीने निजी अस्‍पतालों में उपलब्ध हो जाएगी। हालांकि राज्‍य सरकारों को 18-44 एजग्रुप के लिए इस वैक्‍सीन का एक महीने और इंतजार करना पड़ेगा। विदेश में बनी यह पहली वैक्‍सीन है जिसे भारत में इमर्जेंसी यूज की मंजूरी दी गई है। शुक्रवार को हैदराबाद में Sputnik V का सॉफ्ट लॉन्‍च किया गया। इस वैक्‍सीन की एक डोज का दाम 995.40 रुपये (जीएसटी सहित) रखा गया है।

खबर है कि मैक्‍स हेल्‍थकेयर समेत निजी अस्‍पतालों की डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज (DRL) से बात चल रही है। फिलहाल यह वैक्‍सीन रूस से आयात की जा रही है। पायलट प्रॉजेक्‍ट के तहत, स्‍पूतनिक वी की पहली डोज शुक्रवार को लगाई गई। सूत्रों के अनुसार, निजी अस्‍पताल अगले हफ्ते से 18-44 साल के लोगों को यह वैक्‍सीन लगाने की शुरुआत कर सकते हैं। मगर राज्‍य सरकारों को जून के आखिर तक वैक्‍सीन उपलब्‍ध नहीं हो सकेगी।

-18 डिग्री पर स्‍टोर की जाती है Sputnik V
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर हमारे सहयोगी ‘द इकॉनमिक टाइम्‍स’ से कहा, “अभी डेढ़ लाख डोज आयात की गई हैं। अगले हफ्ते और डोज आ जाएंगी। यह तय किया गया है कि ये डोज शुरुआत में निजी अस्‍पतालों में उपलब्‍ध कराई जाएंगी।

डॉ रेड्डीज ने कहा कि वह पायलट चरण के तहत अगले हफ्ते से वैक्‍सीन लॉजिस्टिक्‍स का टेस्‍ट करेगी। पायलट प्रॉजेक्‍ट देश के उन बड़े शहरों में चलेगा जहां पर्याप्‍त कोल्‍ड चैन इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर है। स्‍पूतनिक वी वैक्‍सीन को -18 डिग्री सेल्‍सियस पर स्‍टोर करने की जरूरत पड़ती है।


सबके लिए एक हैं Sputnik V के दाम
Sputnik V की डेढ़ लाख डोज के बैच को क्‍वालिटी और स्‍टेबिलिटी टेस्‍ट के बाद क्लियर किया गया है। फिलहाल वैक्‍सीन की जो कीमत तय की गई है, वही निजी अस्‍पतालों के अलावा केंद्र और राज्‍य सरकारों के लिए भी रहेगी। यानी यह अबतक की सबसे महंगी वैक्‍सीन साबित होगी। हालांकि निजी अस्‍पतालों में Sputnik V की डोज भारत बायोटेक की Covaxin से सस्‍ती पड़ने का अनुमान है। Covaxin प्राइवेट प्‍लेयर्स को 1,200 रुपये डोज में दी जा रही है।

धीमी पड़ी कोरोना की रफ्तार, मई महीने में पहली बार आज इतने कम केस

डॉ रेड्डीज लैबोरेटरी ने रूसी वैक्‍सीन निर्माता से 25 करोड़ डोज का सौदा किया है। इनमें से करीब 15-20 प्रतिशत यानी लगभग 5 करोड़ डोज रूस से सप्‍लाई की जाएंगी। तब तक स्‍थानीय स्‍तर पर वैक्‍सीन का तेजी से उत्‍पादन शुरू हो जाएगा। DRL ने कहा कि जुलाई से भारत की छह कंपनियां इस वैक्‍सीन की डोज सप्‍लाई करना शुरू कर देंगी। इनमें हेटेरो बायोफार्मा, ग्‍लैंड फार्मा जैसे नाम शामिल हैं। DRL इस कोशिश है कि Sputnik Light को भी भारत लाया जाए। यह Sputnik V का सिंगल डोज वर्जन है।

Source link