Russia Ukraine News: वतन की बर्बादी पर सिसकती यूक्रेनी पत्रकार, जेलेंस्की के भाषण पर रोता अनुवादक…इन आंसुओं की कीमत कौन चुकाएगा h3>
कीव/लंदन: यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फंसता नजर आ रहा है। अमेरिका और यूरोपीय देशों के रूस पर प्रतिबंधों की बौछार कर दी है। इन सबसे बीच यूक्रेन को भावनात्मक रूप से भी जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के यूरोपीय संसद के संबोधन के दौरान एक जर्मन ट्रांसलेटर इतनी आहत हुई कि वह कार्यक्रम के बीच में ही रोने लगी। भाषण खत्म होने के बाद पूरे यूरोपीय संसद ने जेलेंस्की को स्टैंडिंग ओवेशन दिया। वहीं, ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन .से सवाल पूछ रही एक यूक्रेनी पत्रकार भी अपने आंसुओं को नहीं रोक पाई। अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इन आंसुओं का हिसाब कौन देगा। क्योंकि, अमेरिका और नाटो ने तो यूक्रेन में सेना भेजने से साफ इनकार कर दिया है। वहीं, रूस इसी मुद्दे को लेकर यूक्रेन पर जमकर बम बरसा रहा है।
जेलेंस्की के भावुक भाषण से रोने लगी जर्मन ट्रांसलेटर
यूरोपीय संसद को संबोधित करते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भावनात्मक रूप से दबाव बनाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि हम अपने अधिकारों के लिए, अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे थे और अब हम अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं। जेलेंस्की ने कहा कि हम यूरोप के समान सदस्य बनने के लिए भी लड़ रहे हैं। यूरोप साबित करें कि आप हमारे साथ हैं। साबित करें कि आप वास्तव में यूरोपीय हैं। एक दार्शनिक की तरह जेलेंस्की ने कहा कि एक बार फिर जीवन मृत्यु पर विजय प्राप्त करेगा और प्रकाश अंधकार पर विजय प्राप्त करेगा। यूक्रेन की जय हो। यूक्रेन के हर एक सैनिकों की जय हो। उनका भाषण इतना इमोशनल था कि जर्मन न्यूज सर्विस वेल्ट के लिए काम करने वाली एक ट्रांसलेटर बीच में ही रोने लगी। उसे संभलने और दोबारा ट्रांसलेशन शुरू करने में काफी समय भी लग गया।
ब्रिटिश पीएम जॉनसन के सामने छलके यूक्रेनी पत्रकार के आंसू
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुई एक महिला पत्रकार डारिया कालेनियुक ने यूक्रेन की बर्बादी को लेकर गंभीर सवाल पूछे। इस दौरान वह पत्रकार अपने देश की ताजा स्थिति बताते हुए रोने भी लगी। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है। यूक्रेनी महिला पत्रकार ने बोरिस जॉनसन के कहा कि हम रो रहे हैं, हमें नहीं जानते कि कहां भागना है। उसने कहा कि यूक्रेनी लोग चाहते हैं कि पश्चिमी देश नो फ्लाई जोन बनाकर हमारे आसमान की सुरक्षा करें। इसका मतलब यह होगा कि नाटो की सेना को रूस की वायु सेना से यूक्रेन के आसमान में उलझना होगा। इस महिला पत्रकार ने आरोप लगाया कि ब्रिटेन समेत सभी पश्चिमी देश तीसरे विश्व युद्ध के डर के कारण ऐसा करने से हिचक रहे हैं। लेकिन, ऐसा पहले ही शुरू हो चुका है। जिसके बाद ब्रिटिश पीएम जॉनसन ने जवाब देते हुए कहा कि यह संकट ऐसा नहीं है कि ब्रिटेन इसे सैन्य माध्यमों से हल कर सकता है।
जंग के लिए बच्चों को देश से बाहर भेज रहे यूक्रेनी माता-पिता
यूक्रेन से कई ऐसी खबरें भी आई हैं कि माता-पिता अपने बच्चों को बाहर भेजकर खुद को देश की सुरक्षा के लिए समर्पित कर रहे हैं। यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने शारीरिक रूप से सक्षम नागरिकों से सेना में शामिल होने की अपील की है। जिसके बाद से 25 हजार के आसपास यूक्रेनी नागरिकों को हथियारों से लैस कर सेना की सहायता के लिए तैनात किया गया है। ये लोग स्थानीय मिलिशिया के रूप में रूसी सेना के साथ जंग भी लड़ रहे हैं। इनका प्रमुख काम इंटेलिजेंस जुटाना, रसद और गोला-बारूद की आपूर्ति करना है।
पत्रकारों को संबोधित करते यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की
जेलेंस्की के भावुक भाषण से रोने लगी जर्मन ट्रांसलेटर
यूरोपीय संसद को संबोधित करते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भावनात्मक रूप से दबाव बनाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि हम अपने अधिकारों के लिए, अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे थे और अब हम अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं। जेलेंस्की ने कहा कि हम यूरोप के समान सदस्य बनने के लिए भी लड़ रहे हैं। यूरोप साबित करें कि आप हमारे साथ हैं। साबित करें कि आप वास्तव में यूरोपीय हैं। एक दार्शनिक की तरह जेलेंस्की ने कहा कि एक बार फिर जीवन मृत्यु पर विजय प्राप्त करेगा और प्रकाश अंधकार पर विजय प्राप्त करेगा। यूक्रेन की जय हो। यूक्रेन के हर एक सैनिकों की जय हो। उनका भाषण इतना इमोशनल था कि जर्मन न्यूज सर्विस वेल्ट के लिए काम करने वाली एक ट्रांसलेटर बीच में ही रोने लगी। उसे संभलने और दोबारा ट्रांसलेशन शुरू करने में काफी समय भी लग गया।
ब्रिटिश पीएम जॉनसन के सामने छलके यूक्रेनी पत्रकार के आंसू
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुई एक महिला पत्रकार डारिया कालेनियुक ने यूक्रेन की बर्बादी को लेकर गंभीर सवाल पूछे। इस दौरान वह पत्रकार अपने देश की ताजा स्थिति बताते हुए रोने भी लगी। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है। यूक्रेनी महिला पत्रकार ने बोरिस जॉनसन के कहा कि हम रो रहे हैं, हमें नहीं जानते कि कहां भागना है। उसने कहा कि यूक्रेनी लोग चाहते हैं कि पश्चिमी देश नो फ्लाई जोन बनाकर हमारे आसमान की सुरक्षा करें। इसका मतलब यह होगा कि नाटो की सेना को रूस की वायु सेना से यूक्रेन के आसमान में उलझना होगा। इस महिला पत्रकार ने आरोप लगाया कि ब्रिटेन समेत सभी पश्चिमी देश तीसरे विश्व युद्ध के डर के कारण ऐसा करने से हिचक रहे हैं। लेकिन, ऐसा पहले ही शुरू हो चुका है। जिसके बाद ब्रिटिश पीएम जॉनसन ने जवाब देते हुए कहा कि यह संकट ऐसा नहीं है कि ब्रिटेन इसे सैन्य माध्यमों से हल कर सकता है।
जंग के लिए बच्चों को देश से बाहर भेज रहे यूक्रेनी माता-पिता
यूक्रेन से कई ऐसी खबरें भी आई हैं कि माता-पिता अपने बच्चों को बाहर भेजकर खुद को देश की सुरक्षा के लिए समर्पित कर रहे हैं। यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने शारीरिक रूप से सक्षम नागरिकों से सेना में शामिल होने की अपील की है। जिसके बाद से 25 हजार के आसपास यूक्रेनी नागरिकों को हथियारों से लैस कर सेना की सहायता के लिए तैनात किया गया है। ये लोग स्थानीय मिलिशिया के रूप में रूसी सेना के साथ जंग भी लड़ रहे हैं। इनका प्रमुख काम इंटेलिजेंस जुटाना, रसद और गोला-बारूद की आपूर्ति करना है।
पत्रकारों को संबोधित करते यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की