Russia-Ukaine war update: यूक्रेन को ताकत देने के लिए असम के कारोबारी ने बनाई ‘जेलेंस्की चाय’, जानिए इसमें क्या है खास

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Russia-Ukaine war update: यूक्रेन को ताकत देने के लिए असम के कारोबारी ने बनाई ‘जेलेंस्की चाय’, जानिए इसमें क्या है खास

Russia-Ukaine war update: यूक्रेन को ताकत देने के लिए असम के कारोबारी ने बनाई ‘जेलेंस्की चाय’, जानिए इसमें क्या है खास

नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले कई दिनों से जंग चल रही है। दोनों पक्षों में से कोई भी कदम पीछे बढ़ाने को तैयार नहीं है। दुनियाभर में कई लोग अपने-अपने तरीके से यूक्रेन को सपोर्ट कर रहे हैं। असम के एक चाय कारोबारी रंजीत बरुआ ने इसमें अनोखी पहल की है। उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) के सम्मान में जेलेंस्की चाय लॉन्च की है।

बरुआ स्टार्टअप कंपनी अरोमिका टी (Aromica Tea) के फाउंडर-डायरेक्टर हैं। इसे आईआईएम-कलकत्ता इनोवेशन पार्क में इनक्यूबेट किया गया था। बरुआ ने कहा, जेलेंस्की टी असम सीटीसी और हाथ से बनाई जाने वाली परंपरागत चाय का मिश्रण है। यह विशुद्ध रूप से असम की चाय है जिसकी दुनियाभर में अपनी अलग पहचान है। यह कड़क होने का साथ-साथ स्वाद में बेहतरीन है। मैंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के दमदार चरित्र और असम की चाय को मिलाने की कोशिश की है।

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जेलेंस्की के नाम पर क्यों

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जेलेंस्की को अमेरिका ने देश छोड़ने की सलाह दी थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। यह इस बात का प्रतीक है कि वह दमदार नेता हैं।
बरुआ ने कहा, ‘मूल विचार राष्ट्रपति की वीरता और साहस का सम्मान करना है, जिन्होंने युद्धग्रस्त देश से बच निकलने के लिए अमेरिकी प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें आसान रास्ते की नहीं बल्कि गोला-बारूद की जरूरत है। यह उनके चरित्र को दर्शाता है।’ जेलेंस्की चाय की 200 ग्राम पैक की कीमत 90 रुपये है। कंपनी 40 से अधिक किस्म की चाय बेचती है। इसमें भूत जोकोलिया चाय भी शामिल है जिसमें दुनिया की सबसे तीखी मिर्च का इस्तेमाल किया गया है।

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बरुआ को टी प्लांटेशन और चाय बनाने का 20 साल का अनुभव है। उन्होंने कहा, हम असम की चाय को भी प्रमोट करना चाहते हैं। इसके साथ ही हम शांति का संदेश भी देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जेलेंस्की चाय की बुधवार को लॉन्च किया गया और जल्दी ही यह ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध होगी। रूस दुनिया में भारतीय चाय का सबसे बड़ा आयातक है और 2021 में उसने 34.09 मिलियन किलो चाय का आयात किया था। इस दौरान यूक्रेन ने भारत से 1.73 मिलियन किलो चाय मंगाई थी। बरुआ ने जेलेंस्की चाय ऐेसे समय लॉन्च की है जब युद्ध के कारण रूस को चाय का निर्यात प्रभावित होने की आशंका है।

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