Russia China Relations: यूक्रेन में हमारे ड्रोन का इस्तेमाल नहीं कर रहा रूस… आरोप लगते ही बिलबिलाने क्यों लगा चीन? h3>
बीजिंग: यूक्रेन संकट (Russia Ukraine Crisis) के बीच रूस से दोस्ती की कसमें खाने वाला चीन (Russia China Relations) पीछे हटता दिखाई दे रहा है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों (US Sanctions on Russia) के डर से कई चीनी कंपनियों ने रूस में निवेश करने से इनकार कर दिया है। अब चीन की एक सरकारी ड्रोन निर्माता कंपनी डीजेआई (Chinese Drone) ने दावा किया है कि रूसी सेना यूक्रेन में उसके बनाए ड्रोन का इस्तेमाल नहीं कर रही है। दरअसल, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि रूसी सेना चीनी कंपनी डीजेआई के बने ड्रोन से यूक्रेन में हमला कर रही है। इसके बाद से यूरोप के कई देशों में चीन के खिलाफ गुस्सा देखने को मिला। जर्मनी में तो इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू उपकरणों की दिग्गज कंपनी MediaMarkt ने ड्रोन वाले खुलासे के बाद चीनी प्रॉडक्ट्स को बाजार से हटाने का ऐलान कर दिया था।
सफाई दे रही है चीनी ड्रोन निर्माता कंपनी
जिसके बाद बैकफुट पर आए चीन ने सफाई देते हुए कहा कि डीजेआई सिविलियन ड्रोन इस्तेमाल को बढ़ावा देता है। इससे समाज को लाभ पहुंचता है। ऐसे में जर्मन कंपनी MediaMarkt के आरोप पूरी तरह से गलत और बेबुनियाद हैं। हम किसी भी ऐसे उपयोग का समर्थन नहीं करते हैं जो लोगों के जीवन, अधिकारों और हितों को नुकसान पहुंचाता हो। चीन को डर है कि ऐसे दावे से उसके व्यापार को नुकसान पहुंच सकता है। लोग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीनी प्रॉडक्ट के बहिष्कार को तेज कर सकते हैं। ऐसे में कोरोना से जूझ रही चीनी अर्थव्यवस्था को तगड़ा नुकसान पहुंचने का डर है।
जर्मन कंपनी ने चीनी उत्पादों का किया बहिष्कार
जर्मन कंपनी MediaMarkt ने दावा किया था कि उसे कई स्रोत से जानकारी मिली है कि चीनी कंपनी डीजेआई के बनाए ड्रोन का इस्तेमाल रूसी सेना यूक्रेन के खिलाफ कर रही है। जिसके बाद मीडियामार्केट ने बयान जारी कर कहा कि एक जिम्मेदार कंपनी के रूप में, हमने तत्काल कार्रवाई की है और डीजेआई के उत्पादों को हमारे स्टोर से अगली नोटिस तक के लिए हटा दिया है। मीडियामार्केट 12 यूरोपीय देश और तुर्की में करीब 800 से अधिक इलेक्ट्रॉनिक स्टोर चलाती है। कुछ रिपोर्ट में DJI पर यूक्रेन के सैन्य ठिकानों के GPS डेटा को रूस में लीक करने का आरोप लगाया था।
अमेरिका भी करता है चीनी ड्रोन का इस्तेमाल
चीनी कंपनी डीजेआई के बने ड्रोन का इस्तेमाल फोटोग्राफी के शौकीनों से लेकर अमेरिकी फायर डिपार्टमेंट तक करते हैं। इस कंपनी के बनाए ड्रोन रूस में भी बड़े पैमाने पर बेचे जाते हैं। यूक्रेन पर हमले को लेकर पश्चिमी देशों की कई कंपनियों ने रूस में अपने कारोबार को बंद कर दिया है, वहीं चीनी कंपनियों ने अभी तक चुप्पी साध रखी है। ऐसे में स्पष्ट संकेत मिलता है कि चीन और रूस पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के खिलाफ एक दूसरे की मदद कर रहे हैं।
चीनी कंपनी डीजेआई का ड्रोन
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सफाई दे रही है चीनी ड्रोन निर्माता कंपनी
जिसके बाद बैकफुट पर आए चीन ने सफाई देते हुए कहा कि डीजेआई सिविलियन ड्रोन इस्तेमाल को बढ़ावा देता है। इससे समाज को लाभ पहुंचता है। ऐसे में जर्मन कंपनी MediaMarkt के आरोप पूरी तरह से गलत और बेबुनियाद हैं। हम किसी भी ऐसे उपयोग का समर्थन नहीं करते हैं जो लोगों के जीवन, अधिकारों और हितों को नुकसान पहुंचाता हो। चीन को डर है कि ऐसे दावे से उसके व्यापार को नुकसान पहुंच सकता है। लोग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीनी प्रॉडक्ट के बहिष्कार को तेज कर सकते हैं। ऐसे में कोरोना से जूझ रही चीनी अर्थव्यवस्था को तगड़ा नुकसान पहुंचने का डर है।
जर्मन कंपनी ने चीनी उत्पादों का किया बहिष्कार
जर्मन कंपनी MediaMarkt ने दावा किया था कि उसे कई स्रोत से जानकारी मिली है कि चीनी कंपनी डीजेआई के बनाए ड्रोन का इस्तेमाल रूसी सेना यूक्रेन के खिलाफ कर रही है। जिसके बाद मीडियामार्केट ने बयान जारी कर कहा कि एक जिम्मेदार कंपनी के रूप में, हमने तत्काल कार्रवाई की है और डीजेआई के उत्पादों को हमारे स्टोर से अगली नोटिस तक के लिए हटा दिया है। मीडियामार्केट 12 यूरोपीय देश और तुर्की में करीब 800 से अधिक इलेक्ट्रॉनिक स्टोर चलाती है। कुछ रिपोर्ट में DJI पर यूक्रेन के सैन्य ठिकानों के GPS डेटा को रूस में लीक करने का आरोप लगाया था।
अमेरिका भी करता है चीनी ड्रोन का इस्तेमाल
चीनी कंपनी डीजेआई के बने ड्रोन का इस्तेमाल फोटोग्राफी के शौकीनों से लेकर अमेरिकी फायर डिपार्टमेंट तक करते हैं। इस कंपनी के बनाए ड्रोन रूस में भी बड़े पैमाने पर बेचे जाते हैं। यूक्रेन पर हमले को लेकर पश्चिमी देशों की कई कंपनियों ने रूस में अपने कारोबार को बंद कर दिया है, वहीं चीनी कंपनियों ने अभी तक चुप्पी साध रखी है। ऐसे में स्पष्ट संकेत मिलता है कि चीन और रूस पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के खिलाफ एक दूसरे की मदद कर रहे हैं।
चीनी कंपनी डीजेआई का ड्रोन