सुपरबाइक ने ली युवक की जान!

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सुपरबाइक ने ली युवक की जान!
सुपरबाइक ने ली युवक की जान!

युवाओं में मौज-मस्ती का क्रेज लगातार बढ़ता ही जा रहा है, मौज-मस्ती तक की बात तो समझ में आती है, लेकिन मौज-मस्ती से मौत का सफर तय करना, यह कहाँ तक मुनासिफ है? मौज-मस्ती की भी एक सीमा होती है, उस सीमा को लाघंने पर मौत की सजा ही नसीब होती है। साथ ही मौज-मस्ती की सीमा को पार करने से न सिर्फ आपको ही तकलीफ होती है, बल्कि आपके परिजनों को भी होती है। मौज-मस्ती के दौरान शिकार होने वालें युवाओं की संख्या पूरे देश में है, लेकिन ताजारीन मामला देश की राजधानी से आया है। जी हाँ, देश की राजधानी दिल्ली में एक युवक ने मौज-मस्ती में अपनी जान गंवा दी।

खबर के मुताबिक, देश की राजधानी दिल्ली के मंडी हाउस इलाके में सुपरबाइक की सवारी ने एक 22 साल के युवक की जान ले ली। मृतक युवक अपने दोस्तों के साथ रेस लगा रहा था। इसी दौरान वह हादसे का शिकार हो गया। घटना सोमवार रात की बताई जा रही है। साथ ही युवक की मौत उसके साथी के हेलमेट में लगे कैमरे में कैद हो गई। राह चलते लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। दिल्ली के डीसीपी बीके सिंह का कहना है कि इस घटना की जानकारी पुलिस को रात के 9 बजे मिली। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही युवक को एल न जीपी अस्पताल में भर्ती करा दिया।

जानियें, क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि मृतक युवक का नाम हिमांशु बंसल बताया जा रहा है। हिमांशु और उसके दो साथी अपनी सुपरबाइक बेनेली टी एन टी 600 पर सवार होकर मंडी हाउस के तरफ तेज रफ्तार से जा रहे थे। हिमांशु का साथी लक्ष्य अपने हेलमट में लगे कैमरे में आगे चल रहे दोस्तों को कैद कर रहा था, जिसकी वजह मृतक के मौत की वजह सामने आई है। साथ ही आपको यह भी बात दें कि बाइक चलाने के दौरान जैसे ही वो मंडी हाउस के मेट्रो स्टेशन के पास पहुंचे, एक बुजुर्ग रास्ता पार कर रहा था, उसे देखते ही हिमांशु ने अपना नियंत्रण खो दिया, जिस वजह से उसने बुजुर्ग को टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद उसकी बाइक लेडी इरविन कॉलेज के दीवार से जाकर टकरा गई।

हिमांशु को घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवक विवेक विहार का रहने वाला था और अपने पिता के कारोबार में हाथ बंटाता था। पुलिस ने इस मामले को आईपीसी सेक्शन 279 और 304 के तहत दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस मामलें की जांच में जुटी हुई है।

हद से ज्यादा मौज-मस्ती का ही यह नतीजा है कि आज हिमांशु इस दुनिया में नहीं रहा, अगर मौज-मस्ती के साथ वह अपना ध्यान रखता और तेज रफ्तार में बाइक नहीं चलाता तो शायद वो हमारे बीच में होता। बहरहाल, देश की युवा की पीढ़ी को यह समझना चाहिए कि जिंदगी कीमती है, उसे मौज-मस्ती के चक्कर में न गंवाए।