REET Paper Leak प्रकरण की CBI जांच की मांग के बीच Rajasthan BJP से आई ये खबर | REET Paper Leak Case Rajasthan BJP Latest News and Update | Patrika News h3>
REET Paper Leak Case Rajasthan BJP Latest News and Update – … तो क्या ‘ठंडी’ पड़ रही रीट पेपर लीक प्रकरण की ‘गर्माहट’? सीबीआई जांच की मांग पर गहलोत सरकार नहीं हो रही ‘टस से मस’, ढीले पड़ रहे भाजपा नेताओं के तेवर! फिर उठाने लगे अन्य मुद्दे, पिछले करीब एक माह तक रीट प्रकरण ही रहा एकमात्र मुद्दा
जयपुर
Published: February 19, 2022 11:38:46 am
जयपुर। गहलोत सरकार के रीट भर्ती पेपर लीक प्रकरण ( REET Paper Leak Case ) पर कड़े रुख को देखते हुए अब राजस्थान भाजपा ( Rajasthan BJP ) ने एक बार फिर से प्रदेश में बिगड़ती क़ानून व्यवस्था सहित अन्य जनहित से जुड़े मुद्दे उठाना शुरू कर दिया है। इस बात का अंदाज़ा प्रदेश भाजपा नेताओं के बिते दो दिन के दौरान सामने आये बयानों से लगाया जा सकता है। रीट पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग को लेकर हर दिन बयान जारी करने वाले नेता अब या तो महाराणा प्रताप और अकबर के विषय पर आरोप-प्रत्यारोप में लगे हुए हैं, या फिर अन्य मुद्दों पर बयान जारी कर रहे हैं।
भाजपा नेताओं के नरम पड़े तेवर!
विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के रीट प्रकरण की सीबीआई जांच नहीं करवाने को लेकर दो टूक जवाब के बाद भाजपा नेताओं के तेवर नरम पड़ते दिखाई दे रहे हैं। प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने यहां तक ये कहा है कि यदि गहलोत सरकार इस प्रकरण की सीबीआई जांच नहीं करवाती है, तो जब भाजपा सत्ता में आएगी तब इस दिशा में कदम बढाए जाएंगे। ऐसे में माना जा सकता है कि भाजपा नेताओं को भी अब कहीं ना कहीं लगने लगा है कि मौजूदा सरकार उनकी रीट प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग को नहीं मानेगी।
फिर उठने लगा जनहित के अन्य मुद्दे
गहलोत सरकार को घेरने के लिए पिछले करीब एक महीने से रीट प्रकरण ही प्रदेश भाजपा का एकमात्र प्रमुख मुद्दा बना हुआ था। हालांकि सरकार के सख्त रुख को देखते हुए पार्टी नेता एक बार फिर बिगड़ती क़ानून व्यवस्था सहित जनहित से जुड़े अन्य मुद्दे उठाने लगे हैं। इनमें प्रदेश में बिगड़ती क़ानून व्यवस्था और किसान कर्जमाफी के मामले फिर से प्रमुखता से उठाये जाने लगे हैं।
गृह मंत्रालय से क्यों चिपके बैठे हैं सीएम?: पूनिया
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने शुक्रवार को दिए एक बयान में एक बार फिर प्रदेश की बिगड़ती क़ानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया। उन्होंने हालिया हुए कुछ घटनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश की बहन-बेटियां को सुरक्षा व सुरक्षित वातावरण देने में पूरी तरह विफल साबित हो चुके हैं। नागौर में गैंगरेप के बाद पीड़िता की मौत और कोटा में छात्रा की हत्या कांग्रेस सरकार के कुशासन एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था की बानगी हैl
उन्होंने कहा कि, जब अशोक गहलोत से गृह मंत्रालय नहीं संभल रहा तो क्यों चिपके बैठे हैं ? किसी सक्षम व्यक्ति को गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपने का साहस दिखाइए, जिससे बहन बेटियों के मान सम्मान की सुरक्षा हो सके। डॉ. पूनिया ने ये भी कहा कि बिगड़ी कानून व्यवस्था के साथ ही प्रदेश में संपूर्ण किसान कर्ज माफी, लंबित भर्तियां, पेपर लीक महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिन पर कांग्रेस सरकार के कुशासन के कारण युवा और किसान पीड़ित एवं आक्रोशित हैं l
‘आत्महत्या कर रहे किसान, सरकार को फ़िक्र नहीं’
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने किसानों की कर्जमाफी से जुड़ा विषय भी फिर उठाया है। उन्होंने एक बयान में कहा कि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस ने वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों का पूरा कर्जा माफ करने का वादा किया था, लेकिन पिछले 3 वर्ष से इस झूठे वादे और वादाखिलाफी के कारण श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ सहित कई जिलों में काफी संख्या में किसान आत्महत्या कर चुके हैं और अब भीलवाड़ा जिले में कर्ज नहीं चुका पाने के कारण किसान के आत्महत्या का मामला सामने आया है, लेकिन अशोक गहलोत को किसानों की फिक्र ही नहीं है।
‘आज चुनाव हों, तो हो जाए सूपड़ा साफ़’
”झूठे वादों के कारण कांग्रेस के खिलाफ पूरे राजस्थान में एंटी इनकंबेंसी का माहौल है, कभी भी चुनाव हो जाएं कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना तय है, प्रदेश के किसान, युवा और महिलाएं कांग्रेस की हमेशा के लिए विदाई करने को तैयार बैठे हैं, बस 2023 का इंतजार है।”– डॉ सतीश पूनिया, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा राजस्थान
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REET Paper Leak Case Rajasthan BJP Latest News and Update – … तो क्या ‘ठंडी’ पड़ रही रीट पेपर लीक प्रकरण की ‘गर्माहट’? सीबीआई जांच की मांग पर गहलोत सरकार नहीं हो रही ‘टस से मस’, ढीले पड़ रहे भाजपा नेताओं के तेवर! फिर उठाने लगे अन्य मुद्दे, पिछले करीब एक माह तक रीट प्रकरण ही रहा एकमात्र मुद्दा
जयपुर
Published: February 19, 2022 11:38:46 am
जयपुर। गहलोत सरकार के रीट भर्ती पेपर लीक प्रकरण ( REET Paper Leak Case ) पर कड़े रुख को देखते हुए अब राजस्थान भाजपा ( Rajasthan BJP ) ने एक बार फिर से प्रदेश में बिगड़ती क़ानून व्यवस्था सहित अन्य जनहित से जुड़े मुद्दे उठाना शुरू कर दिया है। इस बात का अंदाज़ा प्रदेश भाजपा नेताओं के बिते दो दिन के दौरान सामने आये बयानों से लगाया जा सकता है। रीट पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग को लेकर हर दिन बयान जारी करने वाले नेता अब या तो महाराणा प्रताप और अकबर के विषय पर आरोप-प्रत्यारोप में लगे हुए हैं, या फिर अन्य मुद्दों पर बयान जारी कर रहे हैं।
भाजपा नेताओं के नरम पड़े तेवर!
विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के रीट प्रकरण की सीबीआई जांच नहीं करवाने को लेकर दो टूक जवाब के बाद भाजपा नेताओं के तेवर नरम पड़ते दिखाई दे रहे हैं। प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने यहां तक ये कहा है कि यदि गहलोत सरकार इस प्रकरण की सीबीआई जांच नहीं करवाती है, तो जब भाजपा सत्ता में आएगी तब इस दिशा में कदम बढाए जाएंगे। ऐसे में माना जा सकता है कि भाजपा नेताओं को भी अब कहीं ना कहीं लगने लगा है कि मौजूदा सरकार उनकी रीट प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग को नहीं मानेगी।
फिर उठने लगा जनहित के अन्य मुद्दे
गहलोत सरकार को घेरने के लिए पिछले करीब एक महीने से रीट प्रकरण ही प्रदेश भाजपा का एकमात्र प्रमुख मुद्दा बना हुआ था। हालांकि सरकार के सख्त रुख को देखते हुए पार्टी नेता एक बार फिर बिगड़ती क़ानून व्यवस्था सहित जनहित से जुड़े अन्य मुद्दे उठाने लगे हैं। इनमें प्रदेश में बिगड़ती क़ानून व्यवस्था और किसान कर्जमाफी के मामले फिर से प्रमुखता से उठाये जाने लगे हैं।
गृह मंत्रालय से क्यों चिपके बैठे हैं सीएम?: पूनिया
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने शुक्रवार को दिए एक बयान में एक बार फिर प्रदेश की बिगड़ती क़ानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया। उन्होंने हालिया हुए कुछ घटनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश की बहन-बेटियां को सुरक्षा व सुरक्षित वातावरण देने में पूरी तरह विफल साबित हो चुके हैं। नागौर में गैंगरेप के बाद पीड़िता की मौत और कोटा में छात्रा की हत्या कांग्रेस सरकार के कुशासन एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था की बानगी हैl
उन्होंने कहा कि, जब अशोक गहलोत से गृह मंत्रालय नहीं संभल रहा तो क्यों चिपके बैठे हैं ? किसी सक्षम व्यक्ति को गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपने का साहस दिखाइए, जिससे बहन बेटियों के मान सम्मान की सुरक्षा हो सके। डॉ. पूनिया ने ये भी कहा कि बिगड़ी कानून व्यवस्था के साथ ही प्रदेश में संपूर्ण किसान कर्ज माफी, लंबित भर्तियां, पेपर लीक महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिन पर कांग्रेस सरकार के कुशासन के कारण युवा और किसान पीड़ित एवं आक्रोशित हैं l
‘आत्महत्या कर रहे किसान, सरकार को फ़िक्र नहीं’
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने किसानों की कर्जमाफी से जुड़ा विषय भी फिर उठाया है। उन्होंने एक बयान में कहा कि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस ने वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों का पूरा कर्जा माफ करने का वादा किया था, लेकिन पिछले 3 वर्ष से इस झूठे वादे और वादाखिलाफी के कारण श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ सहित कई जिलों में काफी संख्या में किसान आत्महत्या कर चुके हैं और अब भीलवाड़ा जिले में कर्ज नहीं चुका पाने के कारण किसान के आत्महत्या का मामला सामने आया है, लेकिन अशोक गहलोत को किसानों की फिक्र ही नहीं है।
‘आज चुनाव हों, तो हो जाए सूपड़ा साफ़’
”झूठे वादों के कारण कांग्रेस के खिलाफ पूरे राजस्थान में एंटी इनकंबेंसी का माहौल है, कभी भी चुनाव हो जाएं कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना तय है, प्रदेश के किसान, युवा और महिलाएं कांग्रेस की हमेशा के लिए विदाई करने को तैयार बैठे हैं, बस 2023 का इंतजार है।”– डॉ सतीश पूनिया, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा राजस्थान
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