दुष्कर्म के मामले में शिकायत दर्ज न होने पर महिला ने उठाया ऐसा खौफनाक कदम

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दुष्कर्म के मामले में शिकायत दर्ज न होने पर महिला ने उठाया ऐसा खौफनाक कदम

जयपुर के वैशाली नगर थाने में पीड़िता ने एक महीने पहले पुलिस को शिकायत की थी. जिसमें उसने रविंदर सिंह नाम के एक शख्स पर चार साल तक उसके साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था. शिकायत में पीड़िता ने कहा था कि आरोपी ने उसका विडियो बना लिया था साथ ही उसे वायरल करने की धमकी दे रहा था. वहीं पीड़िता पुलिस से बार-बार कार्रवाई करने के लिए कहती रही, लेकिन पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी, इसी के चलते उसने अपना जीवन खत्म कर दिया.

इतना ही नहीं इस पीड़िता के खुदखुशी करने के मामले को लेकर सरकार का कहना है कि थाने में उसके साथ बदसलूकी की गई है. इसलिए थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है. वहीं दूसरी और बिना जांच पड़ताल किए मंत्री और पुलिस वाले महिला के चरित्र को लेकर मीडिया में बहुत बातें बना रहे है. इतना गंभीर मामला होने के बावजूद भी इस मामले पर कैबिनेट मिनिस्टर शांति धारीवाल ने संवेदनहीन बयान दिये है.

धारीवाल ने विधानसभा में मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस मामले में पीड़िता के साथ पुलिस थाने में सही व्यवहार नहीं हुआ, लेकिन साथ ही उन्होंने यह सवाल भी उठाये की पीड़िता के आरोपी से संबंध आपसी सहमति से थे या नहीं. उन्होंने कहा, ‘पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि 4 साल से दोनों के बीच रिश्ता था. पीड़िता और आरोपी जयपुर, उदयपुर, नैनीताल सहित कई जगहों पर घूमने भी गए थे.

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साथ ही कहा कि अगर दुष्कर्म जैसी कोई भी बात होती तो पीड़िता पहले शिकायत दर्ज करवाती. इतना ही नहीं पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट में भी चोट या घाव जैसी कोई समस्या सामने नहीं आई है. इस मामले पर पुलिस कमिश्नर की ओर से दिए गए बयान पर शांति धारीवाल ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. इस मामले पर कड़ी कार्रवाई की जाएंगी.

वहीं राजस्थान सरकार के दूसरे मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस मामले में मृतक पीड़ित महिला के खिलाफ दिए गए बयान पर कड़ा एतराज जताया है. प्रताप सिंह का कहना है कि इस केस में जांच पूरी हुए बिना क्लीनचिट देने वाली पुलिस कौन होती है. पुलिस को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए थे. साथ ही कहा कि पीड़िता के साथ सही व्यवहार नहीं किया गया है. यही कारण है कि उसने आत्मदाह का कदम उठाया है. इसी बीच उसके मृतक महिला के पति ने पुलिस द्वारा पत्नी को बदनाम करने पर जान देने की धमकी दी.

वहीं इस मामले को लेकर भाजपा ने मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधा है. भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने कहा कि, मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग का भी जिम्मा होता है, लेकिन राजस्थान में कानून व्यवस्था चौपट हो रही है. जयपुर में महिला के आत्मदाह करने का मामला आया है. अब यहां पर सबसे बड़ी बता यह है कि इस मामले को सुलझाने की वजह सरकार एक दूसरे पर निशाना साधने पर लगी है.