Rajya Sabha Election Rajasthan: CM अशोक गहलोत ने फिर दिखाई सियासी जादूगरी, BJP के तीन MLA के वोट निशाना चूके, कांग्रेस में बधाईयों का दौर शुरू | Rajya Sabha Election : CM Ashok Gehlot again showed political magic | Patrika News h3>
धौलपुर से विधायक हैं शोभारानी शोभारानी कुशवाह धौलपुर से भाजपा विधायक हैं। ऐसे में अब निर्दलीय डॉ. सुभाष चंद्रा को निर्धारित वोट से कम मिलने के संकेत मिल रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ घनश्याम तिवाड़ी को ज्यादा वोट पड़ने की खबर भी सामने आ रही है। भाजपा के एक विधायक द्वारा वरीयता के विपरित जाकर तिवाड़ी को वोट डालने की खबर है। बीजेपी विधायक सिद्धि कुमारी को निर्दलीय सुभाष चंद्रा की जगह घनश्याम तिवारी को अपना वोट दे आई हैं। गौरतलब है कि मॉक पोलिंग में भी बीजेपी के पांच विधायकों के वोट खारिज हो गए थे। मतदान के रुझान के मुताबिक कांग्रेस को 3 और भाजपा को सीट मिलती दिख रही हैं। कोई हैरानी नहीं कि कांग्रेस में तो बधाईयों का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
कांग्रेस के एमएलए ने दी तीनों उम्मीदवारों को जीत की बधाई राज्यसभा चुनाव का परिणाम जारी होने से पहले ही कांग्रेस के एमएलए रघु शर्मा ने दी कांग्रेस प्रत्याशियों को जीत की बधाई दी है। रघु शर्मा ने अपने सोशल मीडिया पेज पर मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला, प्रमोद तिवारी को राज्यसभा सांसद चुनने पर बधाई दी है।
श्री @MukulWasnik जी, श्री @rssurjewala जी, श्री @pramodtiwari700 जी को राज्यसभा चुनाव में सांसद निर्वाचित होने पर हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई। pic.twitter.com/lMRiIV2meO
— Dr. Raghu Sharma (@RaghusharmaINC) June 10, 2022
सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर
आपको बता दें कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने तीन सीटों के लिए मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और रणदीप सुरजेवाला को मैदान में उतारा है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को अपना आधिकारिक उम्मीदवार बनाया है, जबकि वह मीडिया कारोबारी सुभाष चंद्रा का भी समर्थन कर रही है। संख्या बल के हिसाब से राजस्थान की 200 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस अपने 108 विधायकों के साथ दो सीटें और भाजपा 71 विधायकों के साथ एक सीट आराम से जीत सकती है। इसके बाद कांग्रेस के पास 26 और भाजपा के पास 30 अधिशेष वोट होंगे।
सुभाष चंद्रा को चाहिए थे आठ वोट कांग्रेस को अपने तीसरे प्रत्याशी को जिताने के लिए 15 और वोट (कुल 41) चाहिए।कांग्रेस नेताओं का कहना है कि निर्दलीय और भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायकों को मिलाकर उनके पास कुल 126 विधायकों का समर्थन है। वहीं, भाजपा के 30 अधिशेष और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के तीन सदस्यों के मत के साथ निर्दलीय चंद्रा के पास कुल 33 वोट हैं।चंद्रा को राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होने के लिए 41 मत चाहिए।यानी वह जीत से आठ मत दूर हैं।
कैलाश मीणा का वोट भी अधर में पार्टी को जिस बात की आशंका थी, वह सच साबित होती नजर आ रही है। इसके अलावा, बीजेपी विधायक कैलाश मीणा ने वोटिंग के बाद अपने एजेंट को अपना वोट दिखाया था। तभी कांग्रेस के एजेंट गोविंद सिंह डोटसरा ने भी उनका वोट उन्हें दिख जाने का दावा किया। कैलाश मीणा का मत ख़ारिज करने की मांग उठाई है। अब सीसीटीवी और निर्वाचन आयोग की वीडियो रिकॉर्डिंग देखकर फैसला होगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डाला पहला वोट राजस्थान में राज्यसभा चुनाव की वोटिंग आज 9 बजे शुरू हुई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहला वोट डाला। सीएम के बाद बसपा से कांग्रेस में आए विधायक व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। नियमानुसार वोटिंग शाम 4 बजे तक चलेगी। कांग्रेस-बीजपी दोनों ने ही विधायकों की बाड़ेबंदी की थी और वोटिंग से पहले विधायकों को लग्जरी बसों से विधानसभा पहुंचाया गया। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सीएम गहलोत के रिलीविंग पोलिंग एजेंट की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
हमारे सभी उम्मीदवार जीतकर जाएंगे: पायलट राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने वोटिंग से पहले कहा कि कोई कितने भी दावे करे, निर्दलीय विधायकों का समर्थन हमारे पास है। भाजपा ने बेवजह अपना एक और कैंडिडेट उतारा था। हमारे सभी उम्मीदवार जीतकर जाएंगे। हरियाणा में भी यही होगा। मुझे खुशी है कि हमारे सभी विधायक एकजुट रहे। उनको धन्यवाद जिन्होंने कांग्रेस को वोट किया है। जो महौल देश में पिछले चार पांच साल में बना है, सभी पार्टियां अपने विधायकों को साथ रखती हैं। ये कोई अच्छी परंपरा नहीं है लेकिन दबाव आता है, जो विधायक साथ रहे उन पर कोई दबाव नहीं था, सभी स्वेच्छा से रहे, सभी साथी साथ रहे। भारतीय जनता पार्टी के पास एक कैंडिडेट का बहुमत था। हमारे तीनों कैंडिडेट जीतकर जाएंगे। तमाम विपक्ष के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है।
चुनाव से बहुत कुछ सीखने को मिला: सतीश पूनिया वहीं भाजपा अघ्यक्ष के बयान से निराशा झलक रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने बयान दिया है कि राज्यसभा चुनाव सरकार की नैतिक हार हैं। उन्हें इस चुनाव से बहुत कुछ सीखने को मिला है। पूनिया ने कहा है कि, गीता में कहा गया कि जो कुछ हो रहा है अच्छा हो रहा जो भी होगा अच्छा होगा। फल की इच्छा मत कर।
धौलपुर से विधायक हैं शोभारानी शोभारानी कुशवाह धौलपुर से भाजपा विधायक हैं। ऐसे में अब निर्दलीय डॉ. सुभाष चंद्रा को निर्धारित वोट से कम मिलने के संकेत मिल रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ घनश्याम तिवाड़ी को ज्यादा वोट पड़ने की खबर भी सामने आ रही है। भाजपा के एक विधायक द्वारा वरीयता के विपरित जाकर तिवाड़ी को वोट डालने की खबर है। बीजेपी विधायक सिद्धि कुमारी को निर्दलीय सुभाष चंद्रा की जगह घनश्याम तिवारी को अपना वोट दे आई हैं। गौरतलब है कि मॉक पोलिंग में भी बीजेपी के पांच विधायकों के वोट खारिज हो गए थे। मतदान के रुझान के मुताबिक कांग्रेस को 3 और भाजपा को सीट मिलती दिख रही हैं। कोई हैरानी नहीं कि कांग्रेस में तो बधाईयों का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
कांग्रेस के एमएलए ने दी तीनों उम्मीदवारों को जीत की बधाई राज्यसभा चुनाव का परिणाम जारी होने से पहले ही कांग्रेस के एमएलए रघु शर्मा ने दी कांग्रेस प्रत्याशियों को जीत की बधाई दी है। रघु शर्मा ने अपने सोशल मीडिया पेज पर मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला, प्रमोद तिवारी को राज्यसभा सांसद चुनने पर बधाई दी है।
श्री @MukulWasnik जी, श्री @rssurjewala जी, श्री @pramodtiwari700 जी को राज्यसभा चुनाव में सांसद निर्वाचित होने पर हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई। pic.twitter.com/lMRiIV2meO
— Dr. Raghu Sharma (@RaghusharmaINC) June 10, 2022
सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर
आपको बता दें कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने तीन सीटों के लिए मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और रणदीप सुरजेवाला को मैदान में उतारा है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को अपना आधिकारिक उम्मीदवार बनाया है, जबकि वह मीडिया कारोबारी सुभाष चंद्रा का भी समर्थन कर रही है। संख्या बल के हिसाब से राजस्थान की 200 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस अपने 108 विधायकों के साथ दो सीटें और भाजपा 71 विधायकों के साथ एक सीट आराम से जीत सकती है। इसके बाद कांग्रेस के पास 26 और भाजपा के पास 30 अधिशेष वोट होंगे।
सुभाष चंद्रा को चाहिए थे आठ वोट कांग्रेस को अपने तीसरे प्रत्याशी को जिताने के लिए 15 और वोट (कुल 41) चाहिए।कांग्रेस नेताओं का कहना है कि निर्दलीय और भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायकों को मिलाकर उनके पास कुल 126 विधायकों का समर्थन है। वहीं, भाजपा के 30 अधिशेष और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के तीन सदस्यों के मत के साथ निर्दलीय चंद्रा के पास कुल 33 वोट हैं।चंद्रा को राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होने के लिए 41 मत चाहिए।यानी वह जीत से आठ मत दूर हैं।
कैलाश मीणा का वोट भी अधर में पार्टी को जिस बात की आशंका थी, वह सच साबित होती नजर आ रही है। इसके अलावा, बीजेपी विधायक कैलाश मीणा ने वोटिंग के बाद अपने एजेंट को अपना वोट दिखाया था। तभी कांग्रेस के एजेंट गोविंद सिंह डोटसरा ने भी उनका वोट उन्हें दिख जाने का दावा किया। कैलाश मीणा का मत ख़ारिज करने की मांग उठाई है। अब सीसीटीवी और निर्वाचन आयोग की वीडियो रिकॉर्डिंग देखकर फैसला होगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डाला पहला वोट राजस्थान में राज्यसभा चुनाव की वोटिंग आज 9 बजे शुरू हुई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहला वोट डाला। सीएम के बाद बसपा से कांग्रेस में आए विधायक व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। नियमानुसार वोटिंग शाम 4 बजे तक चलेगी। कांग्रेस-बीजपी दोनों ने ही विधायकों की बाड़ेबंदी की थी और वोटिंग से पहले विधायकों को लग्जरी बसों से विधानसभा पहुंचाया गया। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सीएम गहलोत के रिलीविंग पोलिंग एजेंट की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
हमारे सभी उम्मीदवार जीतकर जाएंगे: पायलट राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने वोटिंग से पहले कहा कि कोई कितने भी दावे करे, निर्दलीय विधायकों का समर्थन हमारे पास है। भाजपा ने बेवजह अपना एक और कैंडिडेट उतारा था। हमारे सभी उम्मीदवार जीतकर जाएंगे। हरियाणा में भी यही होगा। मुझे खुशी है कि हमारे सभी विधायक एकजुट रहे। उनको धन्यवाद जिन्होंने कांग्रेस को वोट किया है। जो महौल देश में पिछले चार पांच साल में बना है, सभी पार्टियां अपने विधायकों को साथ रखती हैं। ये कोई अच्छी परंपरा नहीं है लेकिन दबाव आता है, जो विधायक साथ रहे उन पर कोई दबाव नहीं था, सभी स्वेच्छा से रहे, सभी साथी साथ रहे। भारतीय जनता पार्टी के पास एक कैंडिडेट का बहुमत था। हमारे तीनों कैंडिडेट जीतकर जाएंगे। तमाम विपक्ष के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है।
चुनाव से बहुत कुछ सीखने को मिला: सतीश पूनिया वहीं भाजपा अघ्यक्ष के बयान से निराशा झलक रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने बयान दिया है कि राज्यसभा चुनाव सरकार की नैतिक हार हैं। उन्हें इस चुनाव से बहुत कुछ सीखने को मिला है। पूनिया ने कहा है कि, गीता में कहा गया कि जो कुछ हो रहा है अच्छा हो रहा जो भी होगा अच्छा होगा। फल की इच्छा मत कर।