Rajnath Singh: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की रैली में युवा क्यों लगा रहे हैं भर्ती के नारे? समझिए नाराजगी की वजह h3>
नई दिल्ली: चुनावी सीजन में हर नेता चुनावी राज्यों में जाकर रैली कर रहे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh Rally) भी यूपी में बीजेपी के प्रचार के लिए धुंआधार रैलियां कर रहे हैं। राजनाथ सिंह की रैली में अलग-अलग जगह युवा अपनी मांगों को लेकर नारे भी लगा रहे हैं। युवाओं की मांग है कि सेना में भर्तियां शुरू की जाएं। युवा लगातार सेना में भर्ती न होने का मुद्दा उठा रहे हैं।
बीते दिनों भी रक्षा मंत्री की रैली में युवाओं ने ‘सेना भर्ती चालू करो, हमारी मांगे पूरी करो’ के नारे लगाए। दरअसल सेना में भर्ती युवाओं के लिए रोजगार का एक बड़ा जरिया है। सेना सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला संगठन है और सेना में एक लाख से भी ज्यादा पद खाली हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2015-16 में सेना के लिए 127 भर्ती रैलियां हुईं। 2016-17 में 102 रैलियां, 2017-18 में 106, 2018-19 में 92 और 2019-20 में 95 भर्ती रैलियां हुईं। लेकिन 2021-22 में सिर्फ चार भर्ती रैलियां ही हो पाईं।
युवाओं की मांग सेना में जल्द शुरू की जाए भर्तियां
युवाओं की मांग है कि सेना में भर्ती जल्दी शुरू की जाए। बहुत सारे युवा भर्ती रैली का इंतजार करते हुए ओवर ऐज हो गए हैं और कई युवाओं को ओवर ऐज होने का खतरा है। इसलिए युवा कभी सोशल मीडिया के जरिए मुहिम चलाकर तो कभी सड़कों पर उतरकर सेना में भर्ती शुरू करने की मांग कर रहे हैं।
जानें कब तक शुरू होंगी भर्तियां
भारतीय सेना के प्रवक्ता कर्नल सुधीर चमोली ने एनबीटी से बात करते हुए कहा कि कोराना की वजह से भर्ती रैली रोकी गई थी क्योंकि एक जगह पर 1000-2000 लोगों को एकत्र करना मुमकिन नहीं था। कोरोना की स्थिति को देखते हुए रिक्रूटमेंट डिविजन फैसला लेगा और फिर उसी हिसाब से भर्तियां शुरू की जाएंगी।
सेना में भर्ती की प्रक्रिया पर एक नजर
भारतीय सेना अपने 11 जोनल रिक्रूटमेंट ऑफिस, 2 गोरखा रिक्रूटमेंट डिपो, एनसीआर के लिए दिल्ली में एक इंडिपेंडेंट रिक्रूटमेंट ऑफिस और 70 आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस के जरिए रिक्रूटमेंट करती है। इसके साथ ही 48 रेजिमेंटल सेंटर हैं जो अपने अपने इलाके में भर्ती रैली आयोजित करते हैं और इसके जरिए रिक्रूटमेंट करते हैं। सेना में इस वक्त एक लाख से ज्यादा पद खाली हैं। 10 दिसंबर 2021 को सरकार ने संसद में बताया कि आर्मी में 104053, नेवी में 12431 और एयरफोर्स में 5471 पद खाली हैं।
बीते दिनों भी रक्षा मंत्री की रैली में युवाओं ने ‘सेना भर्ती चालू करो, हमारी मांगे पूरी करो’ के नारे लगाए। दरअसल सेना में भर्ती युवाओं के लिए रोजगार का एक बड़ा जरिया है। सेना सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला संगठन है और सेना में एक लाख से भी ज्यादा पद खाली हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2015-16 में सेना के लिए 127 भर्ती रैलियां हुईं। 2016-17 में 102 रैलियां, 2017-18 में 106, 2018-19 में 92 और 2019-20 में 95 भर्ती रैलियां हुईं। लेकिन 2021-22 में सिर्फ चार भर्ती रैलियां ही हो पाईं।
युवाओं की मांग सेना में जल्द शुरू की जाए भर्तियां
युवाओं की मांग है कि सेना में भर्ती जल्दी शुरू की जाए। बहुत सारे युवा भर्ती रैली का इंतजार करते हुए ओवर ऐज हो गए हैं और कई युवाओं को ओवर ऐज होने का खतरा है। इसलिए युवा कभी सोशल मीडिया के जरिए मुहिम चलाकर तो कभी सड़कों पर उतरकर सेना में भर्ती शुरू करने की मांग कर रहे हैं।
जानें कब तक शुरू होंगी भर्तियां
भारतीय सेना के प्रवक्ता कर्नल सुधीर चमोली ने एनबीटी से बात करते हुए कहा कि कोराना की वजह से भर्ती रैली रोकी गई थी क्योंकि एक जगह पर 1000-2000 लोगों को एकत्र करना मुमकिन नहीं था। कोरोना की स्थिति को देखते हुए रिक्रूटमेंट डिविजन फैसला लेगा और फिर उसी हिसाब से भर्तियां शुरू की जाएंगी।
सेना में भर्ती की प्रक्रिया पर एक नजर
भारतीय सेना अपने 11 जोनल रिक्रूटमेंट ऑफिस, 2 गोरखा रिक्रूटमेंट डिपो, एनसीआर के लिए दिल्ली में एक इंडिपेंडेंट रिक्रूटमेंट ऑफिस और 70 आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस के जरिए रिक्रूटमेंट करती है। इसके साथ ही 48 रेजिमेंटल सेंटर हैं जो अपने अपने इलाके में भर्ती रैली आयोजित करते हैं और इसके जरिए रिक्रूटमेंट करते हैं। सेना में इस वक्त एक लाख से ज्यादा पद खाली हैं। 10 दिसंबर 2021 को सरकार ने संसद में बताया कि आर्मी में 104053, नेवी में 12431 और एयरफोर्स में 5471 पद खाली हैं।