Rajendra Nagar News : राजेंद्र नगर में AAP ने कैसे चखा जीत का स्वाद, समझें कहां पिछड़ गई भाजपा

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Rajendra Nagar News : राजेंद्र नगर में AAP ने कैसे चखा जीत का स्वाद, समझें कहां पिछड़ गई भाजपा

नई दिल्ली: राजेंद्र नगर विधानसभा उपचुनाव (Rajendra Nagar Chunav) में आम आदमी पार्टी के दुर्गेश पाठक विजयी रहे और भाजपा की तमाम कोशिशें राजेश भाटिया को जीत दिलाने में नाकाम रहीं। वोट प्रतिशत देखें तो AAP उम्मीदवार को 55.8 प्रतिशत तो बीजेपी कैंडिडेट को 39.9 फीसदी वोट मिले। अब उपचुनाव में वोटिंग के पैटर्न को समझें तो पता चलता है कि झुग्गी-झोपड़ी यानी जेजे कॉलोनियों और पुनर्वास क्षेत्रों में AAP के पक्ष में खूब वोट पड़े जबकि भाजपा मिडिल और अपर-मिडिल क्लास के वोटरों की पहली पसंद रही। भाजपा के खेमे इस बात की चिंता ज्यादा है कि नाइट कैंप करने के बाद भी स्लम में रहने वाला आम गरीब आदमी भाजपा से नहीं जुड़ा। हालांकि भाजपा के नेता इसकी वजह कम वोटिंग को बताते हैं।

झुग्गियों में केजरीवाल की पार्टी का जलवा
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार दुर्गेश पाठक के पक्ष में राजीव गांधी कैंप, सोनिया गांधी कैंप, बुध विहार, बिहारी कॉलोनी, पांडव नगर के कुछ हिस्सों में खूब वोट पड़े। ये इलाके जेजे क्लस्टर और पुनर्वास क्षेत्रों में आते हैं। भाजपा के राजेश भाटिया को ओल्ड राजेंद्र नगर, न्यू राजेंद्र नगर, नारायणा विहार और इंदरपुरी में ज्यादा वोट मिले, यहां आर्थिक रूप से मजबूत व्यापारी और वर्किंग क्लास रहता है।

Rajendra Nagar Bypoll Result Live: राजेंद्र नगर विधानसभा पर AAP का परचम, दुर्गेश पाठक ने बीजेपी उम्मीदवार को 11 हजार से अधिक वोटों से हराया
मिडिल क्लास भाजपा के साथ
अधिकांश पंजाबी वोटर्स भी इन्हीं मिडिल और अपर-मिडिल क्लास इलाकों में रहते हैं, जो भाजपा के समर्थक माने जाते हैं। पाठक ने भाटिया को 11,000 से ज्यादा वोटों से हराया है। कम मतदान के कारण जीत का मार्जिन भी पिछले चुनाव से काफी कम रहा है। पिछली बार 20,058 मतों के अंतर से जीत-हार तय हुई थी, इस बार यह करीब आधा यानी 11,468 ही रहा।

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किसे कितने वोट

हालांकि भाजपा का वोट शेयर 2020 में 37.69 प्रतिशत से बढ़कर 39.91 प्रतिशत रहा और आम आदमी पार्टी का वोट शेयर 2020 में 57.03 प्रतिशत से घटकर 55.78 प्रतिशत रह गया। भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, ‘ओल्ड और न्यू राजेंद्र नगर, नारायणा विहार और इंदरपुरी के कुछ मतदान केंद्रों पर 2020 में AAP को ज्यादा वोट मिले थे लेकिन इस बार भाजपा कैंडिडेट को ज्यादा वोट मिले। इससे साफ पता चलता है कि मिडिल क्लास वोटर धीरे-धीरे भगवा दल की तरफ लौट रहा है।’ इन पॉकेट्स में 40 फीसदी पंजाबी वोटर हैं।

सपोर्ट था वोट बीजेपी को कम क्यों?
एक अन्य भाजपा पदाधिकारी ने कहा कि इन पॉकेट्स में वोटिंग प्रतिशत 25-40 था, जबर्दस्त सपोर्ट के बावजूद हमें कम वोट मिले। तीन बड़े गांवों में AAP को Todapur और Dasghara में ज्यादा वोट मिले, जबकि भाजपा का प्रदर्शन नारायणा में बेहतर रहा। लोहा मंडी, बिहारी कॉलोनी, बुध विहार, पांडव नगर, गैस गोडाउन और तमाम जेजे कैंपों में बने ज्यादातर मतदान केंद्रों पर पाठक आगे ही रहे।

एक बीजेपी पदाधिकारी ने कहा, ‘जेजे क्लस्टर्स में हमारे नेताओं के रातें बिताने, पोल खोल अभियान और शराब नीति के खिलाफ अभियान आदि के बावजूद हम स्लम में रहने वाले मतदाताओं से खुद को कनेक्ट करने में फेल रहे, यह चिंता की बात है।’

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