Rajasthan : हड़ताली एम्बुलेंसकर्मियों को कंपनी की चेतावनी, काम पर नहीं लौटे तो समझो नौकरी गई, नई भर्ती शुरू

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Rajasthan : हड़ताली एम्बुलेंसकर्मियों को कंपनी की चेतावनी, काम पर नहीं लौटे तो समझो नौकरी गई, नई भर्ती शुरू

Rajasthan : हड़ताली एम्बुलेंसकर्मियों को कंपनी की चेतावनी, काम पर नहीं लौटे तो समझो नौकरी गई, नई भर्ती शुरू

Jaipur News जयपुर : शुक्रवार 1 सितंबर की रात 12 बजे से हड़ताल पर गए डायल 108 और 104 आपातकाल एम्बुलेंस सेवा के कर्मचारियों की हड़ताल छटे दिन भी जारी है। सरकार और कंपनी की ओर से बार बार आग्रह किए जाने के बावजूद भी एम्बुलेंसकर्मी काम पर लौटने को तैयार नहीं है। बुधवार 6 सितंबर को एम्बुलेंस संचालक कंपनी ने इन कर्मचारियों के कब्जे से एम्बुलेंस वापस ले ली और नए स्टाफ से कार्य शुरू करने की बात कही। इसके बावजूद भी हड़ताली कर्मचारी टस से मस नहीं हुए। सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के बजाय अब जयपुर के शहीद स्मारक पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया गया है।


कंपनी की चेतावनी – काम पर नहीं लौटे तो नौकरी गई

इधर एम्बुलेंस संचालक कंपनी हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के मूड में है। आईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विस प्रा. लि. की ओर से सभी कर्मचारियों को चेतावनी दी गई है कि वे गुरुवार शाम तक सभी कर्मचारी काम पर लौट जाएं। वरना उनकी नौकरी खत्म समझी जाएगी। इसके जवाब में हड़ताल कर रहे एंबुलेंस कर्मियों ने कहा है कि उनके जीवन को संकट में डालने वाली इस कंपनी के साथ वह काम भी नहीं करना चाहते हैं, क्योंकि इस नौकरी से उनकी आजीविका नहीं चल पा रही है। ऐसे में सरकार अगर उनकी मांग को नहीं मानती है तो भी वे काम पर नहीं लौटेंगे और कंपनी के अधीन ठेके पर काम नहीं करेंगे।

अल्टीमेटम देने के साथ ही कंपनी ने नई भर्ती चालू

अल्टीमेटम देने के साथ ही जीएचएस कंपनी ने एम्बुलेंस ड्राइवर और अन्य स्टाफ के लिए नई भर्ती चालू कर दी गई है। कुछ स्टाफ दिल्ली और गुजरात से बुलाने के बाद यूपी से की सौ से ज्यादा कर्मचारियों को जयपुर बुलाया गया है। हालांकि बाहर का स्टाफ राजस्थान के अलग अलग जिलों की लोकेशन नहीं समझ पा रहे हैं। बाहर का स्टाफ बुलाकर एम्बुलेंस सेवा को बहाल करने का प्रयास किया, लेकिन जयपुर की लोकेशन से परिचित नहीं होने से कंपनी का यह प्रयोग सफल नहीं हुआ। कंपनी के प्रतिनिधियों का कहना कि नौकरी से हटाने का अल्टीमेटम देने के बाद भी हड़ताल से नहीं लौटे तो गुरुवार को नए कर्मचारियों की भर्ती शुरू की जाएगी। कार्य व्यवस्था ठप नहीं होने देंगे।

15 साल नौकरी, अब हो रहे बेघर

उदयपुर निवासी 52 वर्षीय भेरू लाल ने बताया कि वर्ष 2008 में जब से राजस्थान में आपातकाल एम्बुलेंस सेवा शुरू हुई। तब से वे 108 एम्बुलेंस चला रहे हैं। दिन रात मरीजों को सही समय अस्पताल पंहुचा कर जीवन बचाने का काम किया हैं। भेरूलाल ने बताया कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था 15 साल की नौकरी के बाद ये दिन देखने को मिलेंगे। अभी कुछ महीने पहले ही बेटी की शादी के लिए कर्जा लिया था। वह चुकाने के लिए डबल शिफ्ट करनी पड़ती है। तब जाकर 16 हजार रुपए मिल रहे हैं। घर का खर्च भी नहीं चल रहा है। रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़

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