Rajasthan : पूरी नहीं हो पाई पढ़ाई पर हासिल कर लिए बड़े मुकाम, फिल्मों से लेकर एवरेस्ट फतेह तक जमाई धाक

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Rajasthan : पूरी नहीं हो पाई पढ़ाई पर हासिल कर लिए बड़े मुकाम, फिल्मों से लेकर एवरेस्ट फतेह तक जमाई धाक

Rajasthan : पूरी नहीं हो पाई पढ़ाई पर हासिल कर लिए बड़े मुकाम, फिल्मों से लेकर एवरेस्ट फतेह तक जमाई धाक

सिरोही : हम किसी काम को पूरा करने की ठान तो नामुमकिन भी मुमकिन हो जाता है। कुछ ऐसा ही राजस्थान के सिरोही जिले के दिलीप पटेल ने कर दिखाया है। दिलीप माउंट आबू के ब्रांड प्रमोटर और सिरोही के ब्रांड एंबेसडर है। दिलीप पटेल ने अपने हुनर और अपनी मेहनत से प्रदेशभऱ में अलग पहचान बना ली है। राजस्थान के सिरोही जिले में मध्यम वर्गीय परिवार में जन्में दिलीप पटेल की उपलब्धि आज कई लोगों को प्रेरित कर रही है। दिलीप अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सके थे, लेकिन अपने जज़्बे और मेहनत और लग्न से उन्होंने ऐसी उपलब्धियां हासिल है, जो अविश्वसनीय है।

फिल्म आर्या में मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी

दिलीप के जीवन में पहला पड़ाव वर्ष 2012 में आया। अपनी अलग पहचान ने उन्हें सिरोही से बॉम्बे पहुंचा दिया। यहां दिलीप ने अलग – अलग काम किए। यहां फोटोग्राफी और फिल्म मेकिंग सीखी और धीरे धीरे मेहनत कर पहली सफलता हासिल कर ली। दिलीप को ‘आर्या फिल्म्स ‘ में प्रोड्यूसर मैनेजर के तौर पर काम मिला। इसके साथ साल 2015 में पहली बार बाईक राइडिंग शुरू की मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सिंहस्थ महाकुंभ और हिंदु धर्म का प्रचार करने के लिए सम्पूर्ण भारत में बाइक यात्रा पर निकले।

असम टूरिज्म ने ब्रांड प्रमोटर बनाया

असम टूरिज्म ने ब्रांड प्रमोटर बनाया

इसके बाद वर्ष 2017 में असम में होने वाले अंबुबाची मेले का प्रचार कर देश के सभी मुख्मंत्रियों और विधायकों को निमंत्रण देने के लिए दुसरी बार सम्पूर्ण भारत की यात्रा बाइक राइडिंग की। दिलीप को इस दौरान असम टूरिज्म का ब्रांड प्रमोटर बनाया गया। इसके बाद वर्ष 2018 में संदेश यात्रा पर निकले, जिसका उद्देश्य आम जनता के सैनिकों के लिए लिखे खतो को सैनिकों तक पहुंचाना और माउंट आबु के इतिहास से सबको रूबरू करवाना था। इसके साथ ही सड़क सुरक्षा नियमों को बतलाते हुए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की महत्वता को समझाया। सिरोही से लोंगेवाला बॉर्डर तक बाइक राइडिंग कर दिलीप ने संदेश यात्रा पूरी की।

34000 किलो​मीटर की बाइक राइडिंग

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दिलीप बाइक राइडिंग कर अब तक 34000 किलोमीटर की यात्रा कर चुके है। देश और धर्म का गौरव बढ़ाने के बाद वर्ष 2019 में पर्वतारोही बनने का निर्णय लिया । अपना सपना पूरा करने के लिए सबसे पहले काला पत्थर और उसके साथ ही एवरेस्ट बेस की चढ़ाई कर तिरंगा फहराया। दिलीप को नेपाल पर्वतारोही संघ द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। इनकी मेहनत इस प्रकार रंग लाई कि अब इनकी पहचान इनके शहर सिरोही से है। उन्हें अब सिरोही का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है।

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