Rajasthan: नाबालिग की गला घोंटकर शव कानोता बांध में फेंका, एक महीने बाद दो सगे भाई गिरफ्तार, पढें पूरा मामला
लापता लड़की के परिजनों ने की शिनाख्त
लड़की का शव मिलने के बाद जयपुर कमिश्नरेट और आसपास के पुलिस थानों में शिनाख्तगी के सूचना साझा की गई। चूंकि जयपुर शहर के थाना प्रताप नगर में एक नाबालिग के अपहरण का मुकदमा दर्ज था। पुलिस ने लापता परिजनों को फोटोग्राफ दिखाए तो पता चला कि यह वही नाबालिग लड़की है जिसका 17 जनवरी को अपहरण कर लिया गया था। 18 जनवरी को लड़की के परिजनों ने कमल धोबी नामक युवक के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उक्त युवक नाबालिग को बहला फुसलाकर भगा ले गया है। पुलिस कमल धोबी तलाशती रही लेकिन पकड़ नहीं पाई। इसी बीच 1 फरवरी को नाबालिग की लाश कानोता बांध में तैरती हुई मिल गई।
संगीन मामले में एक्टिव नजर नहीं आई पुलिस
11वीं कक्षा में पढने वाली 16 साल की लड़की का अपहरण हो जाता है लेकिन पुलिस ने इसे गम्भीरता से नहीं लिया। सोचिए 18 जनवरी को लड़की के चाचा ने कमल धोबी के खिलाफ बहला फुसलाकर भगा ले जाने का नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बावजूद भी पुलिस एक्टिव नहीं हुई। रिपोर्ट के मुताबिक लड़की के चाचा ने बताया कि उनके घर के पास ही डाइनमार्ट कैफे चलता है। उस कैफे में काम करने वाला कमल धोबी उसे भगाकर ले गया है। 18 जनवरी को मुकदमा दर्ज होने के बाद से कमल धोबी गायब था लेकिन पुलिस उसे ढूंढ नहीं पाई। जयपुर के पास ही चंदवाजी में उसका घर है लेकिन पुलिस उसे नहीं पकड़ सकी। 1 फरवरी को नाबालिग की लाश मिलती है। शिनाख्त हो जाती है उसके बाद भी दो सप्ताह तक पुलिस खाली हाथ रहती है। अपहरण के एक महीने बाद 19 फरवरी को कमल धोबी और उसके भाई रवि धोबी को गिरफ्तार किया गया है।
कमल धोबी ने यह कहानी बताई
पुलिस कांस्टेबल शंकरलाल और बजरंग लाल की सूचना पर कमल धोबी और उसके भाई रवि धोबी को मानसरोवर इलाके से पकड़ा गया। पूछताछ के बाद दोनों को प्रताप नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपी कमल धोबी ने बताया कि करीब एक साल पहले नाबालिग लड़की से उसकी जान पहचान हो गई थी। थोड़े दिन मिलते रहने और बातचीत करने पर दोस्ती हो गई। दोनों एक दूसरे से प्रेम करने लगे। आरोपी कमल के मुताबिक एक 17 जनवरी को वह चंदवाजी से जयपुर आया और नाबालिग को अपने कमरे पर बुलाया। वहां कमल ने कहा कि घरवालों ने उसकी सगाई और कहीं कर दी है। ऐसे में वह घर वालों के कहे अनुसार अपने समाज की लड़की से ही शादी करेगा। शादी से इनकार करने पर नाबालिग और कमल में झगड़ा हो गया। इसी दौरान कमल धोबी ने नाबालिग का उसी के दुपट्टे से गला घोंट कर मार दिया।
शव ठिकाने लगाने में बड़े भाई ने की मदद
आरोपी कमल के मुताबिक नाबालिग की हत्या करने के बाद वह शव को कमरे में छोड़ कर नीमराणा (अलवर) चला गया। वहां से कमल ने अपने भाई रवि को फोन करके पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया। रवि ने कमल से कहा कि शव को जल्दी से ठिकाने लगाया जाए। इसके अगले दिन 18 जनवरी को रवि और कमल प्रताप नगर पहुंचे और नाबालिग के पैर मोड़ कर शव को एक कंबल में बांध दिया। फिर मोटर साइकिल से शव को कानोता बांध तक ले गए और कंबल की पोटली को बांध में फैंक दिया था। (रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर)