जानियें, गुजरात चुनाव के लिये राहुल गांधी की रणनीति!

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जानियें, गुजरात चुनाव के लिये राहुल गांधी की रणनीति!
जानियें, गुजरात चुनाव के लिये राहुल गांधी की रणनीति!

गुजरात विधानसभा चुनाव में अब केवल ज्यादा वक्त नहीं बचा है, ऐसे में राजनीतिक पार्टियां चुनाव को लेकर तरह-तरह के रणनीतियां बना रही है। गुजरात को जीतने के लिए तमाम पार्टियां अलग-अलग हथकंडे अपना रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस में भी अपने खोये वजूद को वापस लाने के लिए कड़े प्रयास करती नजर आ रही है। कांग्रेस गुजरात चुनाव को जीतकर एक बार फिर अपना परचम लहराना चाहती है, तो बीजेपी अपने शासित प्रदेश को हाथ से बिल्कुल नहीं जाने देना चाहती है।

आपको बता दें कि इस साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने खास प्लान बनाया है। खबर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की तर्ज पर राहुल गांधी गुजरात में 4 यात्राएं करेंगे, जिससे चुनाव प्रचार भी हो ही जाएगा। खबर तो यह भी है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष 21 सितंबर को पार्टी की इस रणनीतिक यात्रा की शुरुआत करेंगे। साथ ही राहुल गांधी सितंबर के पहले हफ्ते में गुजरात में पार्टी के चुनाव प्रचार की औपचारिक शुरुआत करने वाले हैं। गुजरात की सत्ता से सालों से दूर रहने वाली कांग्रेस ने अपने हुकुम के इक्के राहुल गांधी का भरपूर इस्तेमाल करने की रणनीति बनाई है। रणनीति के आधार पर राहुल ने जिस तरह यूपी चुनाव प्रचार की शुरुआत एक बड़ी यात्रा से की थी, ठीक उसी तरह वो गुजरात में भी चुनावी मैदान में उतरने वाले हैं।

राहुल के इस रणनीति को साकार बनाने के लिए यह जिम्मेदारी प्रकाश जोशी को दी गई है। जी हाँ, चार यात्राओं की जिम्मेदारी प्रकाश जोशी को दी गई है जो राहुल की टीम के अहम सदस्य हैं। खबर के मुताबिक, 21 सितंबर को सौराष्ट्र क्षेत्र के द्वारका से राहुल पहली यात्रा शुरू करेंगे। आपको यह भी बता दें कि सौराष्ट्र को बीजेपी का मज़बूत गढ़ माना जाता है, ऐसे में राहुल की यह रणनीति कितनी असरदार होती है, यह तो खैर वक्त ही बताएगा। जहाँ एक अहमद पटेल की राज्य सभा चुनाव में जीत ने कांग्रेस को प्रदेश में नई ऊर्जा दी है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस इसका भरपूर फायदा उठाने की फिराक में है।

राहुल गांधी के साथ गुजरात के चुनावी मैदान में कांग्रेस का कोई दिग्गज नेता नहीं होगा, ऐसे में राहुल को अकेले ही चुनाव में अपना प्रभाव दिखाना होगा। हालांकि राहुल के इस प्रचार को लोग उनके सियासी भविष्य को देख रहे है। यही कारण है कि राहुल पूरी मेहनत से इस चुनाव में उतरने के लिए तैयार हो चुके है।