Prayagraj News: वर्चुअल सुनवाई में स्कूटर पर बैठे नजर आए वकील साहब, ड्रेस कोड पर इलाहाबाद HC ने दिखाई सख्ती h3>
हाइलाइट्स:
- वर्चुअल सुनवाई के दौरान ड्रेस कोड तोड़ रहे कई वकील
- इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इस मसले पर दिखाई है सख्ती
- सुनवाई के दौरान स्कूटर पर यात्रा करते नजर आए वकील
प्रयागराज
कोरोना महामारी की वजह से इस समय देश की अदालतों में सिर्फ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ही सुनवाई हो रही है। इस दौरान वकीलों की तरफ से ड्रेस कोड तोड़ने के कई मामले सामने आए हैं। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने वर्चुअल सुनवाई के दौरान रंगीन शर्ट और बनियान में पेश होने वाले वकीलों पर कड़ा रुख अपनाया है। हाल ही में एक वकील को स्कूटर पर यात्रा करते हुए सुनवाई में भाग लेते देखा गया था।
अदालत ने एक मामले की सुनवाई के दौरान अपने आदेश में कहा, ‘अधिवक्ताओं की आकस्मिक पोशाक में उपस्थिति किसी भी परिस्थिति में बहुत अनुचित और अस्वीकार्य है। उन्हें यह समझना चाहिए कि उनके घर या कार्यालय से वर्चुअल मोड के माध्यम से मामलों की सुनवाई के लिए उनकी उपस्थिति एक विस्तारित अदालत कक्ष की तरह है। यह उसी तरह से गंभीर है, जैसा अदालत में एक कार्यवाही के दौरान होता है।’
‘कोर्ट वाले कपड़े ही पहनें वकील’
सिंगल जज बेंच ने वकीलों के लिए ड्रेस कोड भी निर्धारित किया है। अदालत ने कहा, ‘वर्चुअल मोड में अदालत में पेश होने के दौरान उन्हें सादी सफेद शर्ट/सफेद सलवार-कमीज/सफेद साड़ी पहननी होती है। जिस परिसर से वे प्रकट होते हैं, वहां शांतिपूर्ण वातावरण के साथ सभ्य और प्रस्तुत करने योग्य पृष्ठभूमि होनी चाहिए। अदालत के प्रति चौकस रहें। अगर वे काला कोट भी पहनते हैं तो यह बहुत अच्छा होगा।’
फेसपैक लगाए दिखी महिला वकील
आदेश में आगे कहा गया है, ‘आज वर्चुअल मोड के माध्यम से वर्तमान मामले की सुनवाई करते हुए, एक पक्ष की ओर से पेश एक वकील कॉलर वाली शर्ट पहने हुए दिखाई दिया और उसके आचरण पर आपत्ति जताए जाने के बाद भी कोई पछतावा नहीं दिखाया।’ अपने आदेश में, अदालत ने इस तरह की उपस्थिति के पिछले उदाहरणों का हवाला दिया, जिसमें ‘फेस पैक के साथ एक महिला वकील’, एक वकील ‘स्कूटर चलाते समय’, और ‘बनियान पहने’ अदालत के सामने पेश हुए थे।
हाइलाइट्स:
- वर्चुअल सुनवाई के दौरान ड्रेस कोड तोड़ रहे कई वकील
- इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इस मसले पर दिखाई है सख्ती
- सुनवाई के दौरान स्कूटर पर यात्रा करते नजर आए वकील
कोरोना महामारी की वजह से इस समय देश की अदालतों में सिर्फ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ही सुनवाई हो रही है। इस दौरान वकीलों की तरफ से ड्रेस कोड तोड़ने के कई मामले सामने आए हैं। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने वर्चुअल सुनवाई के दौरान रंगीन शर्ट और बनियान में पेश होने वाले वकीलों पर कड़ा रुख अपनाया है। हाल ही में एक वकील को स्कूटर पर यात्रा करते हुए सुनवाई में भाग लेते देखा गया था।
अदालत ने एक मामले की सुनवाई के दौरान अपने आदेश में कहा, ‘अधिवक्ताओं की आकस्मिक पोशाक में उपस्थिति किसी भी परिस्थिति में बहुत अनुचित और अस्वीकार्य है। उन्हें यह समझना चाहिए कि उनके घर या कार्यालय से वर्चुअल मोड के माध्यम से मामलों की सुनवाई के लिए उनकी उपस्थिति एक विस्तारित अदालत कक्ष की तरह है। यह उसी तरह से गंभीर है, जैसा अदालत में एक कार्यवाही के दौरान होता है।’
‘कोर्ट वाले कपड़े ही पहनें वकील’
सिंगल जज बेंच ने वकीलों के लिए ड्रेस कोड भी निर्धारित किया है। अदालत ने कहा, ‘वर्चुअल मोड में अदालत में पेश होने के दौरान उन्हें सादी सफेद शर्ट/सफेद सलवार-कमीज/सफेद साड़ी पहननी होती है। जिस परिसर से वे प्रकट होते हैं, वहां शांतिपूर्ण वातावरण के साथ सभ्य और प्रस्तुत करने योग्य पृष्ठभूमि होनी चाहिए। अदालत के प्रति चौकस रहें। अगर वे काला कोट भी पहनते हैं तो यह बहुत अच्छा होगा।’
फेसपैक लगाए दिखी महिला वकील
आदेश में आगे कहा गया है, ‘आज वर्चुअल मोड के माध्यम से वर्तमान मामले की सुनवाई करते हुए, एक पक्ष की ओर से पेश एक वकील कॉलर वाली शर्ट पहने हुए दिखाई दिया और उसके आचरण पर आपत्ति जताए जाने के बाद भी कोई पछतावा नहीं दिखाया।’ अपने आदेश में, अदालत ने इस तरह की उपस्थिति के पिछले उदाहरणों का हवाला दिया, जिसमें ‘फेस पैक के साथ एक महिला वकील’, एक वकील ‘स्कूटर चलाते समय’, और ‘बनियान पहने’ अदालत के सामने पेश हुए थे।