कहते हैं कि हर इंसान की अपनी फैंटसी होती है और अपनी इसी फैंटसी को लेकर इंसान कभी कभी ऐसी चीज़े कर जाता है कि जिससे उसे तो परेशानी होती ही है साथ ही साथ अन्य व्यक्तियों को भी इससे दो चार होना पड़ता है। सेक्स को लेकर ऐसा ही मामला एक मध्य प्रदेश से आया है। आइये जानते हैं कि क्या है पूरा मामला-
सेक्स फैंटसी को लेकर एक पति इतना पागल था कि उसकी पत्नी यह बर्दास्त नहीं कर पायी। फैंटसी यह थी कि वह अपनी बीवी को पहले पोर्न दिखाता था फिर उसके बाद अपनी बीवी से सेक्स करता था। पति ठीक पोर्न फिल्म की तरह सेक्स करता था। पत्नी उसके इस शौक से जब परेशान हो गयी तो उसने कोर्ट का सहारा लिया।
कोर्ट ने पोर्न फिल्में देखकर अप्राकृतिक संबंध बनाने वाले पति के खिलाफ मामले की जांच महिला एवं बाल विकास विभाग से करवाई गई। जांच में पत्नी का आरोप सच साबित हुआ। पत्नी ने जब पुलिस में इसकी शिकायत की तो पुलिस ने पति और ससुराल के अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पीड़ित महिला के वकील ने बताया कि बाणगंगा थाना क्षेत्र में रहने वाली युवती का विवाह नवंबर 2018 में सूर्यदेव नगर में रहने वाले युवक से विवाह हुआ था। आरोपी युवक कंपनी में HR के पद पर काम करता है। कहा जा रहा है कि शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल वालों ने युवती को 5 लाख रुपए दहेज लाने के लिए परेशान करना शुरू कर दिया। वहीं पीड़िता का पति उसे विदेशी पोर्न फिल्में दिखाकर उसी तरह से संबंध बनाने को मजबूर करता था। पति ने कई बार पीड़िता के साथ अप्राकृतिक संबंध भी बनाए।
पति की इस तरह की करतूतों से परेशान होकर पत्नी ने महिला थाने में शिकायत की। महिला थाना ने उसके पति को समझा देकर दोनों की सुलह करवा दी। लेकिन पति फिर भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। पीड़ित ने हालांकि फिर समाज में बेइज्जती होने के डर से यह बात किसी को नहीं बतायी।
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आपको बता दें कि पीड़ित पत्नी में कोर्ट में यह मामला लेने जाने की हिम्मत तब आयी जब 7 जुलाई 2019 को उसने इंदौर एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र का सेमिनार अटैंड किया। सेमिनार महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध के बारें में था।
सेमिनार में महिला अधिकारों और एसएसपी की बातों को सुनकर पीड़ित पत्नी ने अपने पति के खिलाफ कनाड़िया थाने में केस दर्ज कराया। इसके बाद उसने अपने ऊपर हो रहे जुल्म को लेकर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में भी गुहार लगायी। कोर्ट ने इस मामले पर संज्ञान लिया और मामलें की जाँच महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंपी । मामले में कोर्ट ने 7 सितंबर को आरोपी पति व अन्य आरोपियों को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है।