Pong Dam Water Level: पोंग डैम के इतिहास में आज तक कभी नहीं आया इतना पानी, नदी का रौद्र रूप, पंजाब में अलर्ट

33
Pong Dam Water Level: पोंग डैम के इतिहास में आज तक कभी नहीं आया इतना पानी, नदी का रौद्र रूप, पंजाब में अलर्ट

Pong Dam Water Level: पोंग डैम के इतिहास में आज तक कभी नहीं आया इतना पानी, नदी का रौद्र रूप, पंजाब में अलर्ट

चंडीगढ़ हिमाचल प्रदेश के शिमला, सोलन समेत कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। हिमाचल प्रदेश में ब्यास नदी पर जल स्तर बढ़ गया है। आलम यह है कि पोंग बांध का जल स्तर रेकॉर्ड लेवल तक बढ़ गया। 1974 में चालू होने के बाद से अब तक का सबसे अधिक प्रवाह दर्ज किया गया है। 14 अगस्त को जलाशय में पानी का स्तर 7.3 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया था। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) के सूत्रों के अनुसार, पोंग में जल स्तर आज दोपहर 1,395.31 फीट तक पहुंच गया, जबकि ऊपरी सीमा 1,390 फीट थी।

बीबीएमबी के एक अधिकारी ने कहा, ‘हम दोनों बांधों के बाढ़ द्वार खोलकर पोंग और भाखड़ा से नियंत्रित निर्वहन के माध्यम से बाढ़ कंट्रोल में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘हालांकि शाम तक पानी का बहाव कम होना शुरू हो गया है, लेकिन स्थिति पर सावधानीपूर्वक नजर रखी जा रही है।

निचले इलाकों पर खतरा

बाढ़ से बचने के लिए पानी छोड़ा जा रहा है जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है। भाखड़ा बांध में जलस्तर आज 1.93 क्यूसेक तक पहुंच गया, हालांकि इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जब जलस्तर दो लाख क्यूसेक से अधिक रहा है। भाखड़ा में आज जलस्तर 1,680 फुट की ऊपरी सीमा के मुकाबले 1,675.71 फुट दर्ज किया गया। जलाशय में दो फीट का और रास्ता है।

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट, शिमला से सोलन तक तबाही में 51 मौतें, कई लापता की तलाश जारी

96 प्रतिशत तक भरा भाखड़ा

बीबीएमबी के सूत्रों के अनुसार, हिमाचल में सतलुज पर स्थित भाखड़ा अपनी कुल क्षमता का 96 प्रतिशत तक भरा हुआ है और वर्तमान में लगभग एक लाख क्यूसेक अवशोषित करने के लिए जगह उपलब्ध है।

स्पिलवे गेट खुले रखे जाएंगे

भाखड़ा के साथ-साथ पोंग में औसत प्रवाह 60,000 क्यूसेक है। भाखड़ा में वर्तमान जल स्तर पिछले साल के इस दिन की तुलना में 36 फीट अधिक है, जबकि पोंग में यह पिछले साल की तुलना में 31 फीट अधिक है। बीबीएमबी के अधिकारियों ने कहा कि प्रवाह के स्तर के आधार पर दोनों बांधों के स्पिलवे गेट खुले रखे जाएंगे।

तिब्बत में भाखड़ा का हिस्सा बर्फ से ढका

बीबीएमबी के एक अधिकारी ने कहा, ‘पोंग में जल स्तर को 1,390 फीट से नीचे लाया जाना चाहिए, जबकि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि यह भाखड़ा में 1,680 फीट को पार न करे।’ भाखड़ा में जलाशय मुख्य रूप से बर्फ से भरा हुआ है, इसके जलग्रहण क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा तिब्बत में पड़ता है, पोंग में जलाशय मुख्य रूप से बारिश से भरा हुआ है क्योंकि इसका जलग्रहण क्षेत्र हिमाचल प्रदेश में है जहां ब्यास की उत्पत्ति होती है।

नियंत्रण में स्थिति लेकिन टेंशन भी

अधिकारी ने कहा, ‘स्थिति नियंत्रण में है और हम संबंधित राज्य सरकारों के साथ समन्वय में पानी छोड़ने का निर्णय ले रहे हैं, लेकिन बहुत कुछ अगले कुछ दिनों में मौसम पर भी निर्भर करता है क्योंकि 14 और 15 अगस्त को हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के साथ हल्की से मध्यम व्यापक बारिश की भविष्यवाणी की गई है।

सरकारी सूत्रों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी पंजाब में सतलुज पर हरिके बैराज में लगभग एक लाख क्यूसेक पानी जमा होने की संभावना है। इसमें सतलुज-ब्यास नदियों के पानी के साथ-साथ पठानकोट से बहने वाली चक्की नदी भी शामिल है।

पंजाब की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Punjab News