नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 मार्च को दो दिवसीय बांग्लादेश दौरे (PM Narendra Modi Bangladesh visit) पर जाएंगे. पीएम मोदी का यह दौरा कई मायनों में महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल एक राजनयिक दौरा होगा, बल्कि दोनों देशों के सांस्कृतिक जुड़ाव को भी पूरा करेगा. इससे पहले 17 दिसंबर को पीएम मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने वर्चुअल समिट में हिस्सा लिया था और दोनों पक्षों ने कनेक्टिविटी बढ़ाने पर जोर दिया था.
15 महीने बाद विदेश दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि 15 महीनों में पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की यह पहली विदेश यात्रा है और वे 26 मार्च को बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि होंगे. बता दें कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से पीएम मोदी एक साल से ज्यादा समय से विदेश दौरे पर नहीं गए हैं.
कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना
26 मार्च को पीएम मोदी ‘मुजीब बोरशो’ यानी बांग्लादेश के राष्ट्रपिता शेख मुजीब उर रहमान की जन्म शताब्दी, राजनयिक संबंधों के 50 साल और बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के 50 साल पूरे होने के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान पीएम मोदी अपनी समकक्ष शेख हसीना के साथ बातचीत करेंगे. इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है. बता दें पीएम मोदी पिछले साल बंगबंधु शेख मुजीब उर रहमान के जन्म शताब्दी समारोह में शामिल होने वाले थे, लेकिन कोरोनो वायरस महामारी के कारण उनकी यात्रा रद्द हो गई थी.
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पहली बार ढाका के बाहर कार्यक्रमों में लेंगे हिस्सा
पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अपने दौरे पर पहली बार ढाका के बाहर कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. पीएम मोदी 27 मार्च को तुंगिपारा स्थित बंगबंधु श्राइन (Bangabandhu Shrine) में मुजीब उर रहमान के स्मारक पर जाएंगे, जो ढाका से करीब 420 किलोमीटर दूर है. तुंगिपारा के साथ पीएम मोदी ओरचंडी भी जाएंगे और हरिचंद ठाकुर को श्रद्धांजलि देंगे. बता दें कि हरिचंद ठाकुर मतुआ संप्रदाय के संस्थापक थे, जो बंगाल के सांस्कृतिक लोकाचार में महत्व रखता है. 27 मार्च को पीएम मोदी सतखीरा के प्रसिद्ध जशोरेश्वरी काली मंदिर भी जाएंगे. इसके साथ ही पीएम मोदी स्थानीय लोगों से बातचीत भी कर सकते हैं.
भारत-बांग्लादेश के बीच मैत्री सेतु का किया था उद्घाटन
इससे पहले पीएम मोदी ने 9 मार्च को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘मैत्री सेतु’ पुल का उद्घाटन किया था. मैत्री सेतु को भारत और बांग्लादेश के बीच फेनी नदी पर बनाया गया है. 1.9 किलोमीटर लंबे इस पुल का निर्माण 133 करोड़ रुपये की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड द्वारा किया गया है. ‘मैत्री सेतु’ पुल भारत में सबरूम को बांग्लादेश के रामगढ़ (Sabroom to Ramgarh) से जोड़ता है.