PM मोदी अंधभक्तों के विश्वगुरु…संजय राउत ने पूछा-आंतरिक सुरक्षा और कश्मीरी पंडितों की हत्या पर चुप्पी क्यों?
अहम मुद्दे से भटकाने का प्रयास
संजय राउत ने लिखा है कि बीजेपी ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सिसोदिया की गिरफ्तारी का खेल दो दिनों तक भुनाकर कश्मीरी पंडितों के आक्रोश पर पानी फेरने का प्रयास किया। ऐसा करना मतलब अपने ही विचारों के साथ बेईमानी है। ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दौरान जम्मू में छह महीने से धरना आंदोलन कर रहे कश्मीरी पंडितों से मिला। उन्होंने कहा कि मोदी-शाह की सरकार हमें जबरन कश्मीर घाटी भेज रही है, लेकिन हमारे जीवन की रक्षा की गारंटी देने को वे तैयार नहीं हैं। उनकी राजनीति के लिए हम कितनी बार खून बहाएं? ऐसा सवाल इसमें शामिल महिलाओं ने किया, जो कि सही है।
पत्नी के सामने पति की हत्या
संजय राउत ने लिखा है कि बीती 26 फरवरी की सुबह पुलवामा में पत्नी के साथ बाजार गए संजय शर्मा नामक पंडित की हत्या हुई। अपने पति को आतंकवादियों द्वारा गोलियों से छलनी करते हुए पत्नी ने देखा। उसके बाद रोते हुए उनकी तस्वीर सभी जगह प्रसारित हुई। आर्टिकल 370 हटाया गया, जो कि केवल कागजों पर और बीजेपी की सियासी सहूलियत के लिए है। कश्मीर हिंदुस्तान का हिस्सा था और है। आर्टिकल 370 से कश्मीर को विशेष अधिकार मिला था। इसे हटा दिया गया, लेकिन आर्टिकल 370 हटाने से कश्मीरी पंडितों को उनका अधिकार मिला है क्या? इसका जवाब बीजेपी का एक भी बड़ा नेता नहीं दे सका है। आर्टिकल 370 हटाने के बाद भी मोदी-शाह पंडितों की रक्षा नहीं कर सके। महबूबा मुफ्ती ने इस पर कहा, ‘कश्मीरी पंडितों की हत्या होती रहे और वो असुरक्षित ही रहें, यही बीजेपी की इच्छा है, क्योंकि पंडितों के बलिदान पर ही उनकी राजनीति चल रही है।’