OTT वालों को सरकार की दो टूक- देश की संस्कृति और धर्म के साथ खिलवाड़ करना बंद करें h3>
ओटीटी पर रिलीज होने वाली फिल्मों और वेब सीरीज पर शोर नया नहीं है। बीते दिनों भी सेल्फ रेगुलेशन का पालन करते हुए एक समिति ने ‘उल्लू ऐप’ से कई सीरीज को हटाने के निर्देश दिए, वहीं अब नरेंद्र मोदी सरकार ने साफ शब्दों में कहा है कि वह ‘आजादी’ के नाम पर देश की सभ्यता और संस्कृति से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी। मंगलवार को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि यदि किसी OTT प्लेटफॉर्म पर इस तरह का कॉन्टेंट है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ओवर द टॉप (OTT) के टॉप एग्जीक्यूटिव्स के साथ हुई बैठक में Anurag Thakur ने कॉन्टेंट रेगुलेशन पर जोर दिया। उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स से कहा कि वह अपने ऐप पर दिखाई जा रही वेब सीरीज और फिल्मों को लेकर सतर्क रहें। यह बैठक क्रिएटिव फ्रीडम यानी रचनात्मकता की स्वतंत्रता और जिम्मेदारी के बीच संतुलन बनाए जाने को लेकर आयोजित की गई थी। मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय समाज और संस्कृति के खिलाफ या इसका मजाक बनाने वाले किसी भी कॉन्टेंट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
धर्म को नीचा दिखाने वाले कॉन्टेंट पर जताई चिंता
‘ईटाइम्स’ ने मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा है कि OTT प्लेटफॉर्म्स से यह स्पष्ट तौर पर कहा है कि रचनात्मकता के नाम पर लापरवाही को स्वीकार नहीं किया जाएगा। बैठक का उद्देश्य रेगुलेशन पर ध्यान बढ़ाने और जरूरी आचार संहिता को लागू करना था। अनुराग ठाकुर ने इस दौरान ओटीटी पर बढ़ती अश्लीलता, हिंसा, गैरजरूरी कॉन्टेंट, पूर्वाग्रह और भारतीय धर्मों और परंपराओं के नकारात्मक चित्रण वाले कॉन्टेंट पर चिंता जताई।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर
लोकल टैलेंट को ग्लोबल बनाने पर की तारीफ
केंद्रीय मंत्री उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल भारतीय समाज और संस्कृति को नीचा दिखाने वाले दुष्प्रचार और वैचारिक पूर्वाग्रहों को फैलाने के लिए क्यों किया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स में आए बदलाव और क्षेत्रीय फिल्मों और सीरीज को ग्लोबल स्तर पर मौका देने के लिए तारीफ भी की। उन्होंने नए टैलेंट्स को मौका देने के लिए भी OTT प्लेटफॉर्म्स की सराहना की।
15 दिनों के भीतर समाधान लाने का अल्टीमेटम
उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के एग्जीक्यूटिव्स से कहा कि वे 15 दिनों के भीतर इन चिंताओं को दूर करने के लिए समाधान और उपाय लेकर आएं। इस मीटिंग में अलग-अलग उम्र के दर्शकों के सही कॉन्टेंट, माता-पिता के लिए पैरेंटल लॉक जैसी सुविधाएं देने पर भी चर्चा की। इसके साथ ही शिकायत मिलने पर उसे तुरंत दूर करने के लिए तंत्र को मजबूत बनाने की भी बात की। ओटीटी पर भारत के नक्शे को दिखाए जाने से संबंधित चिंताओं पर बात हुई, डिजिटल चोरी से कैसे निपटा जाए, और यदि कोई ओटीटी प्लेटफॉर्म इसका उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ एक्शन लिए जाने जैसी बातों पर भी चर्चा हुई।
अनुराग ठाकुर बोले- नियम तोड़ने पर होगी कार्रवाई
अनुराग ठाकुर ने बैठक के दौरान आईटी एक्ट की धारा 9(2) का जिक्र किया, जिसमें कहा गया है कि मौजूदा कानूनों के उल्लंघन में पाए जाने वाले किसी भी ओटीटी प्लेटफॉर्म को संबंधित कानून के अनुसार कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने अधिनियम की धारा 45 के बारे में बात की, जो अधिनियम के तहत बनाए गए नियमों का उल्लंघन करने पर पच्चीस हजार रुपये से अधिक का जुर्माना या मुआवजा की बात करती है।
ओवर द टॉप (OTT) के टॉप एग्जीक्यूटिव्स के साथ हुई बैठक में Anurag Thakur ने कॉन्टेंट रेगुलेशन पर जोर दिया। उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स से कहा कि वह अपने ऐप पर दिखाई जा रही वेब सीरीज और फिल्मों को लेकर सतर्क रहें। यह बैठक क्रिएटिव फ्रीडम यानी रचनात्मकता की स्वतंत्रता और जिम्मेदारी के बीच संतुलन बनाए जाने को लेकर आयोजित की गई थी। मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय समाज और संस्कृति के खिलाफ या इसका मजाक बनाने वाले किसी भी कॉन्टेंट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
धर्म को नीचा दिखाने वाले कॉन्टेंट पर जताई चिंता
‘ईटाइम्स’ ने मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा है कि OTT प्लेटफॉर्म्स से यह स्पष्ट तौर पर कहा है कि रचनात्मकता के नाम पर लापरवाही को स्वीकार नहीं किया जाएगा। बैठक का उद्देश्य रेगुलेशन पर ध्यान बढ़ाने और जरूरी आचार संहिता को लागू करना था। अनुराग ठाकुर ने इस दौरान ओटीटी पर बढ़ती अश्लीलता, हिंसा, गैरजरूरी कॉन्टेंट, पूर्वाग्रह और भारतीय धर्मों और परंपराओं के नकारात्मक चित्रण वाले कॉन्टेंट पर चिंता जताई।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर
लोकल टैलेंट को ग्लोबल बनाने पर की तारीफ
केंद्रीय मंत्री उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल भारतीय समाज और संस्कृति को नीचा दिखाने वाले दुष्प्रचार और वैचारिक पूर्वाग्रहों को फैलाने के लिए क्यों किया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स में आए बदलाव और क्षेत्रीय फिल्मों और सीरीज को ग्लोबल स्तर पर मौका देने के लिए तारीफ भी की। उन्होंने नए टैलेंट्स को मौका देने के लिए भी OTT प्लेटफॉर्म्स की सराहना की।
15 दिनों के भीतर समाधान लाने का अल्टीमेटम
उन्होंने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के एग्जीक्यूटिव्स से कहा कि वे 15 दिनों के भीतर इन चिंताओं को दूर करने के लिए समाधान और उपाय लेकर आएं। इस मीटिंग में अलग-अलग उम्र के दर्शकों के सही कॉन्टेंट, माता-पिता के लिए पैरेंटल लॉक जैसी सुविधाएं देने पर भी चर्चा की। इसके साथ ही शिकायत मिलने पर उसे तुरंत दूर करने के लिए तंत्र को मजबूत बनाने की भी बात की। ओटीटी पर भारत के नक्शे को दिखाए जाने से संबंधित चिंताओं पर बात हुई, डिजिटल चोरी से कैसे निपटा जाए, और यदि कोई ओटीटी प्लेटफॉर्म इसका उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ एक्शन लिए जाने जैसी बातों पर भी चर्चा हुई।
अनुराग ठाकुर बोले- नियम तोड़ने पर होगी कार्रवाई
अनुराग ठाकुर ने बैठक के दौरान आईटी एक्ट की धारा 9(2) का जिक्र किया, जिसमें कहा गया है कि मौजूदा कानूनों के उल्लंघन में पाए जाने वाले किसी भी ओटीटी प्लेटफॉर्म को संबंधित कानून के अनुसार कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने अधिनियम की धारा 45 के बारे में बात की, जो अधिनियम के तहत बनाए गए नियमों का उल्लंघन करने पर पच्चीस हजार रुपये से अधिक का जुर्माना या मुआवजा की बात करती है।