Nitish Kumar Vs Vijay Sinha : जानिए क्या था पूरा मामला जिस पर विधानसभा में भड़क गए सीएम नीतीश, स्पीकर विजय सिन्हा को भी नहीं बख्शा h3>
पटना : बिहार विधानसभा (Bihar Assembly Budget Session) में सत्तापक्ष और विपक्ष में नोकझोंक होना आम बात है, लेकिन अगर मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष ही आमने-सामने आ जाएं तो ये समझा जा सकता है कि मामला कितना गंभीर होगा। सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने लखीसराय के एक मामले को लेकर आपा खो दिया। मुख्यमंत्री ने आसन की ओर इशारा कर यहां तक कह दिया कि संविधान का खुलेआम उल्लंघन हो रहा। इस तरह सदन नहीं चलेगा। यही नहीं इस पर, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने भी कहा कि आप ही बोलिए, जैसे आप कहेंगे, वैसे ही चलेगी।
जानिए सदन में क्यों भड़क गए सीएम नीतीश
पूरा मामला तब सामने आया जब बिहार विधानसभा के प्रश्नकाल के दौरान सोमवार को लखीसराय में 50 दिन में 9 लोगों की हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया। विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के क्षेत्र का सवाल बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने उठाया था। सरकार ने स्वीकार किया कि 8 लोगों की हत्या हुई है, लेकिन तीन लोगों की हत्या अपराधियों ने की है। लखीसराय के इस मामले पर विधानसभा में आए दिन हो रहे हंगामे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि एक ही मामले को रोज-रोज उठाने का कोई मतलब नहीं। हम उस पर जरूर विचार करेंगे। यह मामला विशेषाधिकार समिति को दिया गया है, जो रिपोर्ट पेश करेगी, हम उस पर जरूर विचार करेंगे। देखेंगे की कौन सा पक्ष सही है।
स्पीकर से बोले नीतीश- जो जिसका अधिकार उसे करने दीजिए
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध के मामले में रिपोर्ट कोर्ट में जाती है। बेहद आक्रामक तेवर में नीतीश कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि ऐसा मत करिए जो चीज जिसका अधिकार है, उसको करने दीजिए। किसी तरह का भ्रम है, तो बातचीत की जाएगी। इस पर स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि ये मेरे क्षेत्र का मामला है। जब भी इलाके में जाता हूं तो लोग सवाल पूछते हैं कि थाना प्रभारी और डीएसपी की बात नहीं कह पा रहे हैं।’
सीएम से बोले विजय सिन्हा- आपने मुझे यहां बिठाया, मैं आपसे सीखता हूं
विजय कुमार सिन्हा ने आगे कहा कि आसन को हतोत्साहित करने की बात नहीं हो। उन्होंने आगे कहा, ‘मुख्यमंत्री जी आप हमसे ज्यादा जानते हैं, मैं आपसे सीखता हूं। आप लोगों ने ही मुझे यहां बैठाया है। पूरा मामला लखीसराय के डीएसपी और दो थाना प्रभारी से जुड़ा है, जिन पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगा है। बीजेपी और आरजेडी के विधायक लगातार इस मुद्दे को विधानसभा में उठाते रहे हैं, जिसको लेकर सदन में हंगामा भी देखने को मिला है।
सदन में उठा लखीसराय से जुड़ा मामला तो ये बोले नीतीश
मुख्यमंत्री ने अपना आक्रोश तब व्यक्त किया जब विधानसभा अध्यक्ष ने कैबिनेट मंत्री बिजेंद्र यादव से सदन को कुछ दिनों के बाद यह बताने को कहा कि लखीसराय में एक घटना के संबंध में क्या कार्रवाई की गई। लखीसराय सिन्हा का विधानसभा क्षेत्र भी है। नीतीश कुमार ने कहा कि मंत्री को सरकार की ओर से जवाब देने के लिए अधिकृत किया गया है। जब उन्होंने बताया है कि जांच चल रही है, तो आप उन्हें परसों एक नए उत्तर के साथ आने के लिए कहते हैं। यह नियमों के खिलाफ है। कृपया संविधान देखें।
Nitish Kumar Angry In Vidhansabha: ‘ऐसे सदन चलाइएगा’ विधानसभा में स्पीकर विजय सिन्हा पर भड़क गए नीतीश
विधानसभा अध्यक्ष से बोले नीतीश- कृपया इस तरह सदन न चलाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे मामलों में कार्रवाई करना सरकार और पुलिस का काम है। उन्होंने कहा कि जांच की रिपोर्ट अदालत के समक्ष पेश की जानी है। कुमार ने कहा, ‘क्या सदन को मामले में हस्तक्षेप करने का अधिकार है? मैं मुख्यमंत्री के रूप में अपना चौथा कार्यकाल पूरा कर रहा हूं। मैं भी एक बार विधानसभा का सदस्य था। मैंने ऐसी प्रक्रियात्मक विसंगति कभी नहीं देखी। कृपया इस तरह से सदन न चलाएं।’
विजय सिन्हा ऐसे संभाली बात, सीएम नीतीश को लेकर कही ये बात
विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री के ज्ञान और अनुभव के लिए अपने अपार सम्मान का जिक्र करते हुए कुमार को शांत करते हुए अपनी बात रखनी शुरू की और कहा कि मुख्यमंत्री का समर्थन ही था जिसने इस पद पर पहुंचने में मेरी मदद की। विधानसभा अध्यक्ष ने अनुरोध किया, ‘लेकिन कृपया मेरी मुश्किल स्थिति को समझें। विशेषाधिकार समिति को भेजे जाने के बाद शुरू में मैंने इस मामले में कोई चर्चा नहीं करने की कोशिश की थी। लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने बार-बार हंगामा किया। आखिरकार, मुझे सदन का संरक्षक माना जाता है।’
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पूरा मामला तब सामने आया जब बिहार विधानसभा के प्रश्नकाल के दौरान सोमवार को लखीसराय में 50 दिन में 9 लोगों की हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया। विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के क्षेत्र का सवाल बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने उठाया था। सरकार ने स्वीकार किया कि 8 लोगों की हत्या हुई है, लेकिन तीन लोगों की हत्या अपराधियों ने की है। लखीसराय के इस मामले पर विधानसभा में आए दिन हो रहे हंगामे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि एक ही मामले को रोज-रोज उठाने का कोई मतलब नहीं। हम उस पर जरूर विचार करेंगे। यह मामला विशेषाधिकार समिति को दिया गया है, जो रिपोर्ट पेश करेगी, हम उस पर जरूर विचार करेंगे। देखेंगे की कौन सा पक्ष सही है।
स्पीकर से बोले नीतीश- जो जिसका अधिकार उसे करने दीजिए
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध के मामले में रिपोर्ट कोर्ट में जाती है। बेहद आक्रामक तेवर में नीतीश कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि ऐसा मत करिए जो चीज जिसका अधिकार है, उसको करने दीजिए। किसी तरह का भ्रम है, तो बातचीत की जाएगी। इस पर स्पीकर विजय सिन्हा ने कहा कि ये मेरे क्षेत्र का मामला है। जब भी इलाके में जाता हूं तो लोग सवाल पूछते हैं कि थाना प्रभारी और डीएसपी की बात नहीं कह पा रहे हैं।’
सीएम से बोले विजय सिन्हा- आपने मुझे यहां बिठाया, मैं आपसे सीखता हूं
विजय कुमार सिन्हा ने आगे कहा कि आसन को हतोत्साहित करने की बात नहीं हो। उन्होंने आगे कहा, ‘मुख्यमंत्री जी आप हमसे ज्यादा जानते हैं, मैं आपसे सीखता हूं। आप लोगों ने ही मुझे यहां बैठाया है। पूरा मामला लखीसराय के डीएसपी और दो थाना प्रभारी से जुड़ा है, जिन पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगा है। बीजेपी और आरजेडी के विधायक लगातार इस मुद्दे को विधानसभा में उठाते रहे हैं, जिसको लेकर सदन में हंगामा भी देखने को मिला है।
सदन में उठा लखीसराय से जुड़ा मामला तो ये बोले नीतीश
मुख्यमंत्री ने अपना आक्रोश तब व्यक्त किया जब विधानसभा अध्यक्ष ने कैबिनेट मंत्री बिजेंद्र यादव से सदन को कुछ दिनों के बाद यह बताने को कहा कि लखीसराय में एक घटना के संबंध में क्या कार्रवाई की गई। लखीसराय सिन्हा का विधानसभा क्षेत्र भी है। नीतीश कुमार ने कहा कि मंत्री को सरकार की ओर से जवाब देने के लिए अधिकृत किया गया है। जब उन्होंने बताया है कि जांच चल रही है, तो आप उन्हें परसों एक नए उत्तर के साथ आने के लिए कहते हैं। यह नियमों के खिलाफ है। कृपया संविधान देखें।
Nitish Kumar Angry In Vidhansabha: ‘ऐसे सदन चलाइएगा’ विधानसभा में स्पीकर विजय सिन्हा पर भड़क गए नीतीश
विधानसभा अध्यक्ष से बोले नीतीश- कृपया इस तरह सदन न चलाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे मामलों में कार्रवाई करना सरकार और पुलिस का काम है। उन्होंने कहा कि जांच की रिपोर्ट अदालत के समक्ष पेश की जानी है। कुमार ने कहा, ‘क्या सदन को मामले में हस्तक्षेप करने का अधिकार है? मैं मुख्यमंत्री के रूप में अपना चौथा कार्यकाल पूरा कर रहा हूं। मैं भी एक बार विधानसभा का सदस्य था। मैंने ऐसी प्रक्रियात्मक विसंगति कभी नहीं देखी। कृपया इस तरह से सदन न चलाएं।’
विजय सिन्हा ऐसे संभाली बात, सीएम नीतीश को लेकर कही ये बात
विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री के ज्ञान और अनुभव के लिए अपने अपार सम्मान का जिक्र करते हुए कुमार को शांत करते हुए अपनी बात रखनी शुरू की और कहा कि मुख्यमंत्री का समर्थन ही था जिसने इस पद पर पहुंचने में मेरी मदद की। विधानसभा अध्यक्ष ने अनुरोध किया, ‘लेकिन कृपया मेरी मुश्किल स्थिति को समझें। विशेषाधिकार समिति को भेजे जाने के बाद शुरू में मैंने इस मामले में कोई चर्चा नहीं करने की कोशिश की थी। लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने बार-बार हंगामा किया। आखिरकार, मुझे सदन का संरक्षक माना जाता है।’