पीएनबी में घोटाला कर देश से फरार आरोपी हीरा व्यापारी नीरव मोदी ने बैंक को चिट्ठी लिख अपनी बात कही है. सोमवार को नीरव मोदी ने पीएनबी को एक चिट्ठी लिखकर कह दिया है कि वह अब बैंक के पैसे नहीं चुका सकता है, लगातार हुई कार्रवाई से उसकी कंपनी को नुकसान हुआ है. इसलिए अब वह पैसे चुकाने में सक्षम नहीं है. नीरव मोदी के द्वारा पीएनबी को लिखा गया खत सामने आया है. इस चिट्ठी में नीरव मोदी ने सीनाज़ोरी करते हुए साफ शब्दों में कह दिया है कि बैंक ने ये मामला सार्वजनिक कर बकाया वापसी के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं. नीरव मोदी द्वारा पीएनबी को ये चिट्ठी 15/16 फरवरी को लिखी गई है.
कुछ इस तरह लिखा है ख़त…
नीरव मोदी ने पीएनबी तथा दूसरी बैंकों को लिखी गयी अपनी चिट्ठी में कई अहम बातें लिखी हैं. इस चिट्ठी में उनके तेवर साफ़ नज़र आ रहे हैं कि वो पैसा लौटाना नही चाहते. नीरव ने लिखा कि बैंक और मेरे अफसरों के बीच हुई बातचीत और 13 फरवरी-15 फरवरी को लिखे हुए आपके मेल के आधार पर मैं आपसे कुछ बात करना चाहता हूँ.
बैंक की तरफ से हमारे खिलाफ लगातार एक्शन लिए जा रहे हैं. लेकिन बैंकों की तरफ से और मीडिया में जो 11000 करोड़ की राशि बताई जा रही है, वह काफी ज़्यादा है. नीरव मोदी ने लिखा है कि बकाया रकम 5000 करोड़ से भी कम है. नीरव मोदी ग्रुप ने कम पैसों का लोन लिया है. मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाद भी मैंने आपसे लिखकर कहा था कि मुझे फायरस्टार ग्रुप के कुछ शेयर बेचने की इजाज़त दी जाए, इसके अलावा भी इससे जुड़ीं 3 कंपनियों के शेयर बेचे जाएं. इन सभी की कीमत लगभग 6500 करोड़ रुपए हैं, जिससे बैंक की राशि चुकाने में मदद मिलती.
नीरव मोदी ने लिखा कि पीएनबी के द्वारा की गई शिकायत के बाद की गई कार्रवाई और मीडिया कवरेज से फायर इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (FIPL) कंपनी को काफी नुकसान पहुंचा है. जिससे बैंकों का बकाया चुकाने में हमें काफी मुश्किल हो सकती है.
नीरव ने लिखा कि बैंक की तरफ से पिछले कई वर्षों में तीन कंपनियों पर बायर्स क्रेडिट को बढ़ाया गया है. इस दौरान किसी भी कंपनी में कोई गड़बड़ी की बात सामने नहीं आई है. जो भी पैसा पीएनबी से लोन के तौर पर लिया गया था, उसका इस्तेमाल विदेशी शाखाओं में एडवांस पेमेंट करने के लिए किया गया है. FIPL और FPIPL पिछले कई साल से प्रॉफिट में हैं और इन्हें A- रैंकिंग भी मिली हुई है.
नीरव ने लिखा कि जैसा कि बैंक जानता है कि PNB ने खुद पिछले कई साल से हमें दिए गए पैसों पर ब्याज लेने का लाभ उठाया है, और उन्हें ब्याज समेत पीएनबी की सारी राशि चुकाई भी गई है.
जिस संपत्ति पर लगातार छापेमारी की जा रही है और मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार करीब 5649 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की जा रही है. अगर ये कार्रवाई ना हुई होती तो इन संपत्ति और अन्य कुछ संपत्तियों को मिलाकर बैंक का सारा पैसा लौटाया जा सकता था. लेकिन इस कार्रवाई के बाद ये कर पाना मुश्किल हो गया है. मैं सभी से अपील करता हूं कि इस कार्रवाई को पारदर्शिता, न्याय और सही बैंकिंग सिस्टम के साथ किया जाए. ताकि मैं बैंक के सभी पैसे लौटा सकूं.
परिवार पर आंच ना आये
नीरव मोदी ने अपने खत में अपनी पत्नी, भाई और मामा का भी बचाव किया. नीरव मोदी ने लिखा कि शिकायत में मेरी पत्नी, भाई और मामा के ऊपर जिस भी तरह के आरोप लगाए गए हैं, वो गलत हैं. मेरी पत्नी एमी और मामा मेहुल चौकसी पर गलत आरोप लगाए गए. मेरी पत्नी और मेरे भाई का मेरे बिजनेस बिजनेस से कोई लेना-देना नहीं है, वहीं मेरे मामा का बिजनेस मुझसे बिल्कुल अलग है. इसलिए मेरे साथ उनका नाम जोड़ना गलत है.
पीएनबी ने किया था खुलासा
बता दें कि देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पीएनबी ने बीते 14 फरवरी को स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दी थी कि मुंबई के ब्राडी हाउस शाखा में करीब 11, 500 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है. इसके बाद नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी के गीतांजलि ग्रुप के साथ कुछ और डायमंड और ज्वैलरी कारोबारियों पर शक जताया गया था.
एक तरफ नीरव अपनी बेगुनाही की बात कर रहे हैं लेकिन इस घोटाले के सार्वजनिक होने से पहले ही नीरव मोदी ने अपने परिवार के साथ जनवरी के पहले सप्ताह में देश छोड़ दिया था.