छोटी कंपनियों के लिए GST का वरदान।

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छोटी कंपनियों के लिए GST का वरदान।

एक माह बाद लागू होने वाले जीएसटी हर वर्ग के लिए नए नियम व क़ानून लाया है मगर वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) कर के लागू होने से देश की 5.1 करोड़ छोटी कंपनियों के लिए वरदान साबित हो सकता है। छोटी कंपनियों के लिए कारोबार करना आसान हो जाएगा। इससे आगे आने वाले तीन-चार साल में एक हजार नई कम्पनियाँ शेयर बाजार में पूंजी जुटाने के लिए उतर सकती है। जिससे देश की आर्थिक स्थिति और मजबूत होने की आंशका है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सीईओ आशीष चौहान ने यह बात कही है कि इससे रोजगार के मौके भी बढ़ेंगे, लोगो को नौकरी के ज्यादा अवसर मिल पाएंगे। साथ ही डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के तहत भी जीएसटी के तहत 20 लाख रूपये से अधिक का सालाना कारोबार करने वाले कारोबारियों और छोटी कंपनियों को रिटर्न ऑनलाइन भरना होगा। रिटर्न पारदर्शी होने से कंपनियों के पास छुपाने को कुछ नहीं रह जाएगा। जिससे ग्राहकों और कंपनियों के बीच भरोसा बढ़ेगा और खरीदार और बेचने वाले के बीच व्यापारिक रिश्ते मजबूत होंगे।
इसके अलावा जीएसटी के तहत निर्यातकों और आयातकों को 1 जुलाई से विदेश व्यापार करने के लिए वस्तु और सेवा कर की पहचान के लिए भी पहल करनी होगी जिसमे वो एक पहचान संख्या (जीएसटी आई एन) की घोषणा करनी होगी। जीएसटी आईएन 15 संख्या में होता है। जिसे जीएसटी नेटवर्क जारी करता है। राजस्व विभाग ने इसके लिए परिपत्र भी जारी किया है।

देखना यह होगा जीएसटी के वस्तु और सेवा पर आने वाले नए नियम व क़ानून किस हद तक सफल होंगे और किस तरह देश की आर्थिक स्थिति पर असर पड़ेगा। हम उम्मीद करते है आने वाले नए नियम सभी के लिए लाभकारी साबित हो और देश और सभी देशवासियों को इन नियमो का लाभ पहुंचे।छोटी ही नहीं बल्कि बड़ी कमापनियों को भी नए नियमो से उनके व्यापार में बढ़ोतरी मिले।