neet ug exam: एनसीईआरटी बुक्स से करें तैयारी, चार्ट बनाकर फॉर्मूले रखें याद | neet ug exam: nta, national testing agency, exam for doctor, medical | Patrika News

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neet ug exam: एनसीईआरटी बुक्स से करें तैयारी, चार्ट बनाकर फॉर्मूले रखें याद | neet ug exam: nta, national testing agency, exam for doctor, medical | Patrika News

neet ug exam: एनसीईआरटी बुक्स से करें तैयारी, चार्ट बनाकर फॉर्मूले रखें याद | neet ug exam: nta, national testing agency, exam for doctor, medical | Patrika News

neet ug exam: नीट 17 जुलाई को होगी, परीक्षा में इस बार 20 मिनट अतिरिक्त मिलेंगे

भोपाल

Updated: April 11, 2022 11:43:06 pm

भोपाल। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा(neet ug exam) की तारीख घोषित कर दी है। neet ug exam 17 जुलाई को आयोजित की जाएगी। स्टूडेंट्स को नीट सिलेबस की हार्ड कोर तैयारी करनी चाहिए। अनवांटेड जानकारी को छोड़कर आसानी से टाइम सेविंग की जा सकती है और अलग-अलग चैप्टर्स पर फोकस भी किया जा सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पिछले साल की तरह ही तीन घंटे में 200 में से 180 प्रश्न ही हल करने होंगे, लेकिन इस बार एनटीए 20 मिनट का समय अतिरिक्त देगा। स्टूडेंट्स पेपर सॉल्व करने से पहले सारे प्रश्नों को अच्छे से पढ़ सकेंगे। पिछले साल प्रश्नों की संख्या बढ़ाकर 200 कर दी गई थी, लेकिन टाइम तीन घंटे का ही रखा गया था, इसके चलते स्टूडेंट्स को प्रश्न पढ़ने का कम समय मिल पाया था।

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एमपी बोर्ड स्टूडेंट्स को मिलेगा ज्यादा समय
एक्सपर्ट्स का कहना है कि एमपी बोर्ड एग्जाम हो चुके हैं। इससे स्टूडेंट्स पर बोर्ड एग्जाम का प्रेशर नहीं है। neet ug exam को अब करीब 97 दिन का समय बचा है तो वे पूरा फोकस एग्जाम पर ही लगाएं। नीट में लेंदी सवाल नहीं पूछे जाते। बस, स्टूडेंट्स की कैलकुलेशन अच्छी होना चाहिए। कैमेस्ट्री, फिजिक्स, जूलॉजी और बॉटनी सभी के सवाल करीब-करीब एनसीईआरटी बुक्स से ही पूछे जाते हैं। छात्रों को एक निर्धारित समय सीमा के भीतर अपनी परीक्षा समाप्त करनी होती है इसलिए टाइम मैनेजमेंट बेहद जरूरी है। एक फिक्सड टाइम टेबल को फॉलो करना चाहिए। ऐसा करने से अपने लक्ष्य पर फोकस करने में मदद मिलेगी।

एग्जाम प्रेशर को दूर करना सबसे जरूरी
कैमेस्ट्री एक्सपर्ट प्रवीण गोयल ने बताया कि स्टूडेंट्स अक्सर neet ug exam के प्रेशर में आ जाते हैं, यदि प्रेशर में रहेंगे तो सवाल आते हुए भी हल नहीं कर पाएंगे। खुद पर कॉन्फिडेंस रखें। नीट ऑब्जेक्टिव बेस्ड होता है। बोर्ड एग्जाम में रटकर अच्छे नम्बर लाए जा सकते हैं, पर यहां नहीं। फिजिकल पोर्शन के लिए एनसीईआरटी बुक्स में पीछे जो प्रश्न होते हैं उन्हें भी सॉल्व करेंगे तो आसानी होगी। समरी चार्ट एग्जाम में अंतिम समय में काम आएगा।

मॉर्डन फिजिक्स है स्कोरिंग टॉपिक
रणधीर ने बताया कि मॉर्डन फिजिक्सि में थ्योरेटिकल सवाल होते हैं, ऐसे में स्टूडेंट्स इन्हें छोड़ देते हैं, जबकि यह स्कोरिंग सब्जेक्ट है। कैमेस्ट्री में ऑर्गेनिक कैमेस्ट्री को रटे नहीं। आपको हर रिएक्शन का मैकेनिजम पता होना चाहिए। यदि सवाल थोड़ा सा भी घूमा पूछा गया है तो हल करने में आसानी होगी। जनरल ऑर्गेनिक कैमेस्ट्री का चैप्टर बहुत अच्छे से पढ़ें। फिजिकल पोर्शन को 12वीं स्तर की एनसीईआरटी बुक्स से पढ़ें। बायो का बच्चा फिजिक्स से बहुत डरता है जबकि एग्जाम में बहुत ज्यादा न्यूमेरिकल्स नहीं पूछे जाते। जो याद करते हैं उसके नोट्स बनाने चाहिए। जो भी सब्जेक्ट पढ़ रहे हैं, उसके प्रश्नों को हल करते चलें। पिछले पांच साल के पेपर्स जरूर सॉल्व करें।

एग्जाम में लेंदी सवाल नहीं पूछे जाते हैं
एक्सपर्ट के रणधीर सिंह ने बताया कि कैमेस्ट्री में न्यूमेरिकल्स के छोटे-छोटे सवालों की भी प्रैक्टिस करें। कई बार सवाल फॉर्मूला बेस्ड आते हैं, यदि कैलकुलेशन अच्छी नहीं होगी तो सवाल हल नहीं कर पाएंगे। सुबह के समय जूलॉजी और बोटनी, दोपहर में कैमेस्ट्री और रात में फिजिक्स पढ़ें। फिजिक्स के सवाल को लिख-लिखकर सॉल्व करेंगे तो याद भी रहेंगे और नींद भी नहीं आएगी। फिजिक्स के फॉर्मूलों को एक कागज में लिखते चलें, सारे फॉर्मूले सात या आठ पेज में आ जाएंगे। इससे अंतिम समय में इनकी प्रैक्टिस करने में आसानी होगी। कई बार चैप्टर के बीच में से सवाल पूछ लिए जाते हैं, यदि फॉर्मूला याद होगा तो सवाल ड्रॉप नहीं होगा।

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