NEET Paper Leak: 60 से ज्यादा लोगों के पूछताछ, 13 गिरफ्तारी; बिहार EOU कल करेगी 9 संदिग्ध छात्रों से पूछताछ h3>
ऐप पर पढ़ें
नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में ईओयू की जांच टीम अब तक 60 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है। इसमें करीब 5 लोग बिहार के बाहर के भी हैं। इस फेहरिस्त में वे 13 लोग भी शामिल हैं, जो अब तक इस मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं। पूछताछ का यह सिलसिला लगातार जारी है। 18 और 19 जून को उन 9 छात्रों से भी पूछताछ होने जा रही है, जिनकी जानकारी अथक प्रयास के बाद एनटीए ने मेल के जरिए भेजा था। इसमें कुछ छात्र महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों के भी हैं। इन सभी संदिग्ध छात्रों से पूछताछ का मकसद यह जानना है कि उन्हें प्रश्न-पत्र कहां से मिले थे और किसने मुहैया कराए थे। साथ ही इन्हें पूरे मामले में किन-किन लोगों ने मदद की थी।
ग्रेस नंबर पर भी उठ रहे सवाल
नीट की परीक्षा में जिन 1 हजार 500 से कुछ अधिक छात्रों को ग्रेस अंक देकर पास किया गया था। इस पर भी सवाल उठने लगे हैं। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इन छात्रों के रिजल्ट को रद्द कर दिया गया है। लेकिन जिन बातों को आधार बनाकर उन्हें ग्रेस या अतिरिक्त अंक दिए गए थे, उस पर सवाल उठने लगे हैं।
यह भी पढ़िए- NEET Paper Leak: NTA के रवैए से EOU हैरान, बिहार में इस वजह से अभी तक अटकी जांच
नीट ने किसी छात्र को इसलिए ग्रेस अंक दिये थे कि हिन्दी माध्यम से प्रश्न-पत्र वाले छात्र को अंग्रेजी का प्रश्न दे दिया गया था या इसके विपरीत अंग्रेजी माध्यम वाले छात्रों को हिन्दी में प्रश्न-पत्र दे दिया गया था। कुछ छात्रों को कुछ तकनीकी कारण बताकर देर से प्रश्न-पत्र मिलने का कारण बताते हुए ग्रेस दिया गया था।
इस तरह की बातों को आधार बनाकर इतने बड़ी प्रतियोगिता परीक्षा में छात्रों को ग्रेस अंक देना पूरी तरह से गलत है। इसकी आड़ में भी कुछ गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है। इन छात्रों में बिहार के भी कुछ छात्र शामिल हैं। फिलहाल इनकी पहचान की जा रही है। ताकि इसके आधार पर जांच हो सके और इन छात्रों से भी शुरुआती स्तर पर पूछताछ की जा सके।
जांच एजेंसी को वीडियो फुटेज मिला
जिस लर्न एंड प्ले नामक निजी स्कूल में छात्रों को बैठाकर प्रश्न-पत्र रटवाया जा रहा था, उससे संबंधित वीडियो फुटेज भी ईओयू की जांच टीम को हाथ लगा है। इसमें छात्रों को अंदर लाने और बाहर ले जाने से जुड़े फुटेज के अलावा कुछ अन्य स्थानों के भी वीडियो हैं। इनकी मदद से भी इस केस में कई अहम सुराग हाथ लगेंगे और इसे एक पुख्ता दस्तावेज के तौर पर जांच एजेंसी उपयोग करेगी। एक मिनट से कुछ ज्यादा समय के इस फुटेज में जिनके चेहरे आए हैं, उनकी पहचान कर इन्हें गिरफ्त में लेकर पूछताछ की तैयारी है।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
ऐप पर पढ़ें
नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में ईओयू की जांच टीम अब तक 60 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है। इसमें करीब 5 लोग बिहार के बाहर के भी हैं। इस फेहरिस्त में वे 13 लोग भी शामिल हैं, जो अब तक इस मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं। पूछताछ का यह सिलसिला लगातार जारी है। 18 और 19 जून को उन 9 छात्रों से भी पूछताछ होने जा रही है, जिनकी जानकारी अथक प्रयास के बाद एनटीए ने मेल के जरिए भेजा था। इसमें कुछ छात्र महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों के भी हैं। इन सभी संदिग्ध छात्रों से पूछताछ का मकसद यह जानना है कि उन्हें प्रश्न-पत्र कहां से मिले थे और किसने मुहैया कराए थे। साथ ही इन्हें पूरे मामले में किन-किन लोगों ने मदद की थी।
ग्रेस नंबर पर भी उठ रहे सवाल
नीट की परीक्षा में जिन 1 हजार 500 से कुछ अधिक छात्रों को ग्रेस अंक देकर पास किया गया था। इस पर भी सवाल उठने लगे हैं। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इन छात्रों के रिजल्ट को रद्द कर दिया गया है। लेकिन जिन बातों को आधार बनाकर उन्हें ग्रेस या अतिरिक्त अंक दिए गए थे, उस पर सवाल उठने लगे हैं।
यह भी पढ़िए- NEET Paper Leak: NTA के रवैए से EOU हैरान, बिहार में इस वजह से अभी तक अटकी जांच
नीट ने किसी छात्र को इसलिए ग्रेस अंक दिये थे कि हिन्दी माध्यम से प्रश्न-पत्र वाले छात्र को अंग्रेजी का प्रश्न दे दिया गया था या इसके विपरीत अंग्रेजी माध्यम वाले छात्रों को हिन्दी में प्रश्न-पत्र दे दिया गया था। कुछ छात्रों को कुछ तकनीकी कारण बताकर देर से प्रश्न-पत्र मिलने का कारण बताते हुए ग्रेस दिया गया था।
इस तरह की बातों को आधार बनाकर इतने बड़ी प्रतियोगिता परीक्षा में छात्रों को ग्रेस अंक देना पूरी तरह से गलत है। इसकी आड़ में भी कुछ गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है। इन छात्रों में बिहार के भी कुछ छात्र शामिल हैं। फिलहाल इनकी पहचान की जा रही है। ताकि इसके आधार पर जांच हो सके और इन छात्रों से भी शुरुआती स्तर पर पूछताछ की जा सके।
जांच एजेंसी को वीडियो फुटेज मिला
जिस लर्न एंड प्ले नामक निजी स्कूल में छात्रों को बैठाकर प्रश्न-पत्र रटवाया जा रहा था, उससे संबंधित वीडियो फुटेज भी ईओयू की जांच टीम को हाथ लगा है। इसमें छात्रों को अंदर लाने और बाहर ले जाने से जुड़े फुटेज के अलावा कुछ अन्य स्थानों के भी वीडियो हैं। इनकी मदद से भी इस केस में कई अहम सुराग हाथ लगेंगे और इसे एक पुख्ता दस्तावेज के तौर पर जांच एजेंसी उपयोग करेगी। एक मिनट से कुछ ज्यादा समय के इस फुटेज में जिनके चेहरे आए हैं, उनकी पहचान कर इन्हें गिरफ्त में लेकर पूछताछ की तैयारी है।