NCC कैडेट के पिता बोले- कोच ने जान ली: प्रयागराज में छात्रों का गुस्सा- अमन डूबते समय छटपटाया, सर बोले- खुद ऊपर आएगा – Prayagraj (Allahabad) News

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NCC कैडेट के पिता बोले- कोच ने जान ली:  प्रयागराज में छात्रों का गुस्सा- अमन डूबते समय छटपटाया, सर बोले- खुद ऊपर आएगा – Prayagraj (Allahabad) News

NCC कैडेट के पिता बोले- कोच ने जान ली: प्रयागराज में छात्रों का गुस्सा- अमन डूबते समय छटपटाया, सर बोले- खुद ऊपर आएगा – Prayagraj (Allahabad) News

अमन मेरा इकलौता बेटा था, जब मैं ड्यूटी पर रहता, वही घर की जिम्मेदारी संभालता था। अरे गहरी नदी में कौन ट्रेनिंग देता है? उसके दोस्त बता रहे थे, वो गहरे पानी में नहीं जाना चाहता था। कोच ने जबरदस्ती पुश किया, इसी लापरवाही से मेरा बेटा चला गया।

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यह कहते हुए ट्रैफिक इंस्पेक्टर राम निरंजन यादव की आंखें भर आती हैं। वह रुंधे हुए गले से कहते हैं- क्या मेरा बेटा वापस आएगा? नहीं आएगा, मगर उसकी मौत के जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाकर रहूंगा।

20 वर्षीय अमन की 16 अप्रैल को यमुना नदी में ट्रेनिंग के दौरान डूबने से मौत हो गई। वह NCC कैडेट था। अपने कोच की निगरानी में दोस्तों के साथ तैराकी की ट्रेनिंग ले रहा था। अमन की मौत से गुस्साए NCC कॉलेज के छात्रों ने गुरुवार को प्रदर्शन किया।

क्या वाकई में NCC कैडेट की मौत कोच की लापरवाही से हुई? पुलिस की जांच में क्या सामने आया? परिवार का दर्द बांटने के लिए दैनिक भास्कर ऐप की टीम प्रयागराज से 10Km दूर झूंसी पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट…

झूंसी में राम निरंजन घर के बाहर ही बैठे मिले। आसपास के लोग उन्हें सांत्वना दे रहे थे।

गांव के लोग बोले- अमन बहुत अच्छा था घर के बाहर बरामदे में राम निरंजन बैठे हुए मिले। पड़ोसी उन्हें सांत्वना दे रहे थे। गांव के एक शख्स ने बताया कि गुरुवार सुबह अमन का अंतिम संस्कार किया गया। वह बहुत अच्छा लड़का था। राम निरंजन तो सुल्तानपुर में ट्रैफिक इंस्पेक्टर हैं। वहीं पर रहते हैं, घर का सारा काम अमन ही देखता था।

वह पड़ोस में रहने वालों की मदद भी करता था। घर में 3 बेटियां भी हैं, बड़ी बेटी वर्षा BAMS कर रही है, दूसरी शिखा बीएड करके टीचर है, जबकि तीसरी बेटी आस्था BAMS की पढ़ाई कर रही है। अमन सबसे छोटा था। वह इविंग क्रिश्चियन कॉलेज से बीएससी कर रहा था।

पिता बोले- 1 दिन पहले ही बात हुई थी परेशान दिख रहे पिता राम निरंजन से हमने पूछा- आपकी आखिरी बार अमन से बात कब हुई थी? उन्होंने कहा- 15 अप्रैल की शाम को मैंने बेटे को कॉल किया। तब वह मार्केट गया था, किसी दुकान पर था। कुछ खास बात नहीं हुई।

मैंने 30 मिनट बाद जब दोबारा काल की, तब उसने बताया कि घर आ गया हूं, पढ़ाई कर रहा हूं। हमारी करीब एक मिनट तक बातचीत हुई। फिर दूसरे दिन 16 अप्रैल को सुबह 6 बजे मेरा मन विचलित था। पता नहीं क्यों मुझे लगा कि बेटे से बात करूं फिर सोचा कि बाद में करूंगा। लेकिन 2 घंटे बाद एक लड़के ने फोन करके बताया कि अमन की हालत गंभीर है, जल्दी से SRN हॉस्पिटल आ जाइए।

प्रयागराज के ट्रैफिक इंस्पेक्टर राम निरंजन यादव ने दैनिक NEWS4SOCIALसे बात की।

बेटे को बेसुध देख मेरा कलेजा कांप गया हमने पूछा- हॉस्पिटल में क्या हुआ? वह कहते हैं- मैं तो घबरा गया था, घर पर कॉल की तो पता चला कि अमन ट्रेनिंग पर गया, अभी लौटा नहीं है। इसके बाद मैं सीधे सुल्तानपुर से प्रयागराज के SRN अस्पताल पहुंचा। बेटा ट्रॉमा सेंटर के हॉल में बेसुध पड़ा था। डॉक्टर ने बताया कि अब वो नहीं रहा।

मैं नहीं चाहता था बेटा NCC में जाए बेटे को बेसुध हालत में देख मेरा कलेजा कांप उठा। इकलौता बेटा जो हम सभी का दुलारा था, उसे स्ट्रेचर पर लेटा देखकर लगा कि मेरी दुनिया ही खत्म हो गई। मैं कभी नहीं चाहता था कि मेरा बेटा NCC में जाए। मगर उसने कहा था कि पापा कई दोस्त रहेंगे, कोई दिक्कत नहीं होगी। आखिर में वही हुआ, जिसका मुझे डर था।

इसी ताबूत में अमन का शव रखा गया था। अंतिम संस्कार के बाद इसको घर से हटाया जा रहा था।

अब साथी छात्र की बात

छात्र बोले- वो बिगनर था, उसे गहराई में तैरने क्यों भेजा छात्र ज्ञानेश पांडे ने कहा- अमन NCC की नेवल यूनिट में था। बुधवार को गऊ घाट के पास ट्रेनिंग करने गए थे। NCC के एएनओ के द्वारा अप्वाइंट किए हुए कुछ ट्रेनर हैं, जो इन बच्चों को ट्रेनिंग देते हैं। छात्रों से रुपए लिए जाते हैं। मगर वहां कोई सेफ्टी इक्विपमेंट नहीं थे, लाइफ जैकेट तक नहीं थी। छात्र अक्सर यूट्यूब से तकनीक सीखकर ट्रेनिंग के लिए जाते हैं।

हमें तो ये भी नहीं पता कि जो ट्रेनर वहां पर सिखाते हैं, वह सर्टिफाइड हैं या नहीं। अमन तो बिगनर था, उसे तैरना नहीं आता था। फिर भी उसको गहराई में भेजा गया। वहां जो छात्र मौजूद थे, वह बता रहे थे कि उसने मदद के लिए पुकार लगाई। वो पानी में छटपटा रहा था, हाथ-पैर मार रहा था। मगर वहां मौजूद ट्रेनर ने कहा कि 10 मिनट रुको, खुद ही ऊपर आ जाएगा। 10 मिनट बाद उसकी लाश ऊपर आई। यह घटना पूरी तरह से लापरवाही की है।

अब कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल की बात

दैनिक NEWS4SOCIALने कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल ज्योतिका राय से बात की। उन्होंने छात्रों की मां और कॉलेज क्या एक्शन ले रहा है, इसके बारे में बताया…

सवाल. छात्र अमन की मौत के लिए जिम्मेदार कौन है? वाइस प्रिंसिपल. बच्चे सुबह स्विमिंग के लिए जाते थे। वहां बच्चा डूबा तो इसकी जिम्मेदारी तो कॉलेज इंचार्ज की है। प्रिंसिपल साहब तो अभी है नहीं। मैं उनकी अनुपस्थिति में चार्ज पर हूं।

सवाल. छात्रों का आक्रोश क्यों है? वाइस प्रिंसिपल. सिर्फ छात्रों में ही नहीं, टीचर भी आहत हैं।

सवाल. अब कॉलेज प्रशासन का क्या एक्शन होगा?

वाइस प्रिंसिपल. यह एक दुखद घटना है। छात्रों ने 3 मांगे की हैं। पहली मांग- डॉ.अर्जिन रे को सस्पेंड किया जाए। दूसरी मांग- उन्हें कॉलेज से हटाया जाए। तीसरी मांग- जो बच्चा खत्म हुआ है, उसके परिजनों को मुआवजा दिया जाए। तो अर्जिन रे को हटने हटा दिया है। उनकी जगह प्रो. विवेक भदौरिया को नियुक्त किया गया है।

मगर अर्जिन रे को कॉलेज प्रशासन से हमेशा के लिए नहीं निकाल सकता, क्योंकि हम लोगों का सेंट्रल गवर्नमेंट कॉलेज है। प्रिंसिपल साहब के पास भी अथॉरिटी नहीं है कि वह उन्हें निकाल दें। हां, कुछ समय के लिए सस्पेंड कर सकते हैं।

सवाल. छात्र 1 करोड़ मुआवजा देने की बात कह रहे हैं?

वाइस प्रिंसिपल. अब राशि का तो प्रिंसिपल साहब मंडे को आने के बाद ही देख पाएंगे। हम लोग बैठकर बात करेंगे और मुआवजा अवश्य देंगे।

वाइस प्रिंसिपल ज्योतिका राय ने कहा- छात्रों की मांग पर विचार किया जा रहा है। पूरा कॉलेज इस घटना से आहत है।

अब NCC हेडक्वार्टर का पक्ष

डिप्टी कर्नल ने कहा- तैराकी की ट्रेनिंग हम नहीं करवा रहे क्या ये ट्रेनिंग NCC करवा रहा था? इस सवाल के साथ दैनिक भास्कर ने NCC ग्रुप हेडक्वार्टर (प्रयागराज) के डिप्टी कर्नल बीपी द्विवेदी से बात की। उन्होंने कहा- ये सही है कि अमन NCC का कैडेट था, लेकिन उसे जो तैराकी की ट्रेनिंग दी जा रही थी, वह NCC की तरफ से नहीं दी जाती।

कुछ लोग प्राइवेट लेवल पर तैराकी सिखा रहे थे, इसमें 30 बच्चे थे। इसके लिए हमसे कोई अनुमति नहीं ली गई थीं। NCC के ANO डॉ. अर्जिन रे का मोबाइल ऑफ है। इसके लिए हम कालेज को नोटिस भी दे रहे हैं कि किसकी अनुमति से यह प्रशिक्षण दिया जा रहा था? NCC की तरफ से कैडेट्स को तैराकी की ट्रेनिंग सेना के कैंटोनमेंट में दी जाती है।

ये रिपोर्ट NCC ग्रुप हेडक्वार्टर (प्रयागराज) के डिप्टी कर्नल बीपी द्विवेदी की तरफ जारी की गई है।

अब पुलिस एक्शन

कॉलेज हेड, तैराकी ट्रेनर के खिलाफ FIR पिता राम निरंजन ने मुठ्ठीगंज थाने में तहरीर दी। लिखा- मेरा बेटा NCC नावेल विंग का कैडेट था। कॉलेज के हेड डॉ.अर्जिन रे इस विंग के हेड हैं। डॉ.अर्जिन रे व तैराकी ट्रेनर राजेश निषाद, ऋतिक, नितिन, अनुज निषाद और कुछ लोगों की देखरेख में गऊघाट यमुना नदी में पिछले 20 दिनों से NCC कैडेटों का तैराकी का प्रशिक्षण चल रहा था। बिना किसी तैयारी के यहां प्रशिक्षण दिया जा रहा था। यहां तक कि कैडेटों को लाइफ जैकेट तक उपलब्ध नहीं कराई गई थी, न ही मेडिकल टीम मौजूद थी। मेरे बेटे की मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

इंस्पेक्टर बोले- लापरवाही की जांच कर रहे मुट्ठीगंज थाने के इंस्पेक्टर सुनील बाजपेई ने कहा- पिता राम निरंजन यादव की तहरीर पर ECC के असिस्टेंट NCC ऑफिसर डॉ.अर्जिन रे, तैराकी कोच राजेश निषाद, ट्रेनर ऋतिक, नितिन, अनिल निषाद के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। मृतक छात्र अमन के पिता ने इन सभी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। ……………

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NCC कैडेट की यमुना में डूबकर मौत, बिना लाइफ जैकेट के दी जा रही थी तैराकी की ट्रेनिंग

प्रयागराज में NCC कैडेट की यमुना नदी में डूबकर मौत हो गई। पिता ने घटना को लेकर कोच पर लापरवाही का आरोप लगाया है। साथी छात्रों ने बताया कि कोच सर बिना लाइफ जैकेट के नदी में तैराकी की ट्रेनिंग कराने ले गए थे। अमन ईविंग क्रिश्चियन कॉलेज में बीएससी बायो का छात्र था। इसके साथ ही एनएनसी भी कर रहा था। पूरी खबर पढ़ें…

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