Nalanda Violence: सोमवार से शाम 5 बजे तक खुलेंगी दुकानें, कोचिंग और ट्यूशन सेंटर रहेंगे बंद
अफवाहों से बचें लोग
अधिकारियों ने लोगों से अफवाहों से बचने की अपील की है। इधर, रविवार को जिले में आर्थिक अपराध इकाई की एंट्री हुई। टीम के सदस्यों ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में मानपुर से एक, दीपनगर से एक लहेरी से एक सोहसराय से एक कुल 5 लोगों को गिरफ्तार कर अपने साथ पटना ले गई है। फिलहाल सभी से पूछताछ की जा रही है।
बिहार पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जेएस गंगवार ने बताया कि ईओयू की जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया और इसके जरिये अलग-अलग समुदायों के खिलाफ लोगों में नफरत फैलाया। आरोपी ने फर्जी वीडियो के जरिये भी अलग-अलग समुदायों के लोगों को उकसाया। ईओयू ने आरोपियों से पांच मोबाइल फोन बरामद किए हैं जिनकी जांच की जा रही है।
अब तक 200 लोग गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि ईओयू नालंदा और सासाराम (रोहतास जिला) में हिंसा के दौरान सोशल मीडिया मंच के जरिये फर्जी वीडियो और संदेश प्रसारित करने वाले लोगों को पकड़ने के लिए अलग से जांच कर रही है और आठ अप्रैल को 15 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। गंगवार ने बताया कि जिन पांच आरोपियों को पकड़ा गया है वे नामजद थे। एडीजी ने कहा कि बिहार पुलिस ने नालंदा और रोहतास जिले में हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर ईओयू की प्राथमिकी सहित कुल 20 मामले दर्ज किए हैं…200 से अधिक लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
रविवार को आमतौर पर छुट्टी का दिन होने के कारण सड़कों पर चहल-पहल कम रहती है। तेज धूप के कारण भी ट्रैफिक कम रहता है। रविवार को भी शहर का कुछ ऐसा ही नजारा था। अधिक भीड़-भाड़ नहीं थी। हालांकि, शहर की स्थिति सामान्य है। लोग अपने-अपने कामों में जुट गए हैं। तीन बजे दुकानें बंद होने के कारण सन्नाटा पसर गया। हालांकि, लोगों की आवाजाही जारी रही। पुलिस ने भी अब लोगों को आने-जाने से रोकना छोड़ दिया है। हालांकि, चौक-चौराहों पर पुलिस की तैनाती अभी भी है। वहीं पुलिस ने अब तक इस मामले में 140 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।