एमपी सरकार ने सुसाइड गेम पर जारी किया अलर्ट

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एमपी सरकार ने सुसाइड गेम पर जारी किया अलर्ट
एमपी सरकार ने सुसाइड गेम पर जारी किया अलर्ट

बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक ऐसे गेम की चर्चा जोरों से की जा रही है, जिसे खेलने वालें की मौत हो जाती है। भारत समेत पूरे विश्व में इस खेल की चर्चा है। विदेशों में तो इस खेल की वजह से मरने वालों की संख्या ज्यादा हो चुकी है, लेकिन धीरे-धीरे भारत देश के बच्चें भी खेल के चपेट में आते जा रहे हैं। देश की सरकार के लिए बच्चों की सुरक्षा करना बड़ी जिम्मेदारी है, ऐसे में इस जिम्मेदारी को समझते हुए एमपी की सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। जी हाँ, एमपी सरकार ने सुसाइड गेम पर अलर्ट जारी कर दिया है।

खबर के मुताबिक, ब्लू व्हेल गेम के प्रभाव में आकर छात्र के सुसाइड करने की कोशिश के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी किया है, जिसके लिए एमपी सरकार एक अभियान चलाने का फैसला लिया है। इस अभियान के तहत शिक्षा विभाग छात्रों को ऑनलाइन गेम के साइड इफेक्ट से बचाने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाएगा। आपको बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग ने सीबीएसई और सरकारी स्कूलों के प्राचार्यों को निर्देश देते हुए कहा कि है कि बच्चों को ऐसे गेम से दूर रहने की हिदायत देने के साथ ही काउंसलरों की मदद से रोजाना काउंसलिंग के निर्देश भी दिए गए।

आपको बता दें कि मुंबई में हाल ही में 14 साल के एक लड़के ने ऑनलाइन गेम ब्लू व्हेल चैलेंज के अंतिम चरण को पूरा करने के लिए सातवीं मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली थी। इसके बाद अब मध्य प्रदेश के इंदौर शहर का एक छात्र भी इस जानलेवा गेम का शिकार होते-होते बचा, जिसकी वजह से एमपी सरकार हरकत में आई।

जानियें, क्या है चैलेंज ब्लू व्हेल गेम का?

यह एक ऐसा गेम बन गया है, जिसकी चपेट में किशोर जल्दी ही पड़ जा रहे है, उन्हें पता है कि इससे उनकी मौत हो जाएगी फिर भी वो यह गेम खेलने के लिए राजी हो जाते है। दरअसल, यह गेम किशोरों को चैलेंज पूरा करने के लिए उकसाता है। गेम खेलने वाले को टास्क की सीरीज पूरी करनी होती है। गेम का आखिरी टास्क मौत को गले लगाना होता है, जो मौत को गले लगाता है, उसकी जीत होती है।
जानियें, एमपी सरकार ने क्या दिया निर्देश

एमपी सरकार ने स्कूलों में बच्चों को जागरूक करने के अभियान चलाने के साथ ही बच्चों के अभिभावकों को भी जागरूक रहने का निर्देश दिया है। सरकार ने कहा है कि आभिभावक यह ध्यान दें कि उनका बच्चा किसी भी प्रकार ऑनलाइन गेम न खेलें।

बहरहाल, एमपी सरकार अपनी तरफ से तमाम कोशिश तो कर ही रही है, लेकिन बच्चों के माता-पिता को चाहिए कि वो अपने बच्चों पर पूरी नजर रखें ताकि उनका बच्चा ऐसे किसी गेम के जाल में फंसकर अपनी जान न गंवा दें।