Motihari News : हत्या के बाद RTI Activist पिता को नहीं मिला इंसाफ, तो केरोसिन डाल बेटे ने लगाई आग और छत से कूदकर दे दी जान h3>
मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला के हरसिद्धि में विगत वर्ष आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल ( RTI Activist Vipin Agrawal Murder Case ) की हत्या के बाद पुलिस कार्यशैली से नाराज उनके पुत्र रोहित ने अपने शरीर में आग लगाकर ( RTI Activist Son Commits Self Immolation ) तीन मंजिला भवन से छलांग लगा दी। आत्मदाह करने से गंभीर रुप से जख्मी रोहित का इलाज के दौरान मौत हो गई।
चौदह वर्षीय रोहित कुमार दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता के तीन संतानों में सबसे बड़ा था। रोहित गुरुवार को एसपी से मिलने आया था। लेकिन एसपी द्वारा समय दिए जाने के बावजूद वह नहीं मिल पाया। जिससे नाराज होकर वह घर लौटा और अपने घर के सामने के एक तीन मंजिला मकान पर चढ़ गया। मकान के ऊपरी मंजिल पर चढ़ने के बाद उसने अपने शरीर में आग लगाई और छलांग लगा दी।
रोहित की मौत के बाद उसके दादा विजय अग्रवाल ने हॉस्पिटल से जारी किए गए वीडियो में जिला पुलिस के कार्यशैली की पोल खोल कर रख दी है। सितंबर 2021 में अपने पुत्र विपिन अग्रवाल की हत्या के बाद गुरुवार की देर रात 14 वर्षीय पौत्र रोहित की आत्मदाह करके जान देने से टूट चुके विजय अग्रवाल ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं।
बयान बदलने के लिए दबाव बना रही पुलिस
हॉस्पीटल से जारी वीडियो में मृतक रोहित का दादा विजय अग्रवाल ने बताया कि पुलिस बयान बदलने के लिए दबाव बना रही है। उन्होंने बताया कि उनका पोता एसपी से मिलने आया था, ताकि वह अपने पिता के अन्य हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर सके। लेकिन एसपी से उसकी मुलाकात नहीं हो सकी। वह एसपी ऑफिस से लौटा। उसने मिट्टी तेल छिड़क कर शरीर में आग लगा लिया और घर के सामने स्थित एक तीन मंजिला मकान से छलांग लगा दी। जिसे इलाज के लिए मोतिहारी एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया। जहां उसने दम तोड़ दिया, लेकिन पुलिस घटना को लेकर बयान बदलने के लिए दबाव बना रही है।
गुरुवार को एसपी से मिलने गया था रोहित
विजय अग्रवाल के अनुसार, गुरुवार को एसपी से मिलने के लिये सुबह में ही एसपी कार्यालय पहुंचा था। जहां एसपी के नहीं मिलने पर कार्यालय कर्मियों से उसकी बहस हो गई। इसी कारण नाराज होकर घर लौटे रोहित ने पुलिस को फोन करके 15 मिनट में कार्रवाई नहीं करने पर आत्महत्या की धमकी दी थी। लेकिन पुलिस की कार्रवाई 15 मिनट में पूरा नहीं होने पर रोहित ने शरीर मे आग लगा कर तीन मंजिले भवन के छत से कूद गया। छत से कूदने के पहले रोहित ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे भी लगाये थे। छत से कूदने पर वह बिजली प्रवाहित हाई टेंशन तार पर गिरा।जिस कारण वह वह बुरी तरह झुलस गया।
24 सितंबर 2021 हुई थी पिता की हत्या
बता दें कि 24 सितंबर 2021 को हरसिद्धि प्रखण्ड कार्यालय गेट के पास आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की दिनदहाड़े अपराधियों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। परिजनों ने अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध हरसिद्धि थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। घटना के बाद पुलिस अनुसंधान में कई लोगों के नाम सामने आए। जिसमें सात लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। लेकिन विपिन अग्रवाल के परिजन हरसिद्धि बाजार के कुछ अन्य भू-माफिया और सफेदपोश लोगों के गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। जिसे लेकर कई बार विपिन के परिजन अधिकारियों के यहां गुहार लगा चुके है। साथ ही कई बार वे लोग सड़क पर भी उतरे थे। हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिलता था।
दरअसल, आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल हरसिद्धि बाजार के सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे। जिस कारण भू-माफिया समेत कई सफेदपोश विपिन अग्रवाल को टारगेट किए हुए थे। इस दौरान विपिन अग्रवाल पर कई झूठे मुकदमे कराये गए और उन पर कई बार हमला भी हुआ था। लेकिन 24 सितंबर 2021 को प्रखंड कार्यालय के पास बाइक सवार अपराधियों ने उनकी हत्या कर दी।
हत्याकांड के अनुसंधान में कई भू-माफियाओं के अलावा सफेदपोश लोगों के नाम भी सामने आए हैं। जिसमें से अब तक सात लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अन्य हत्यारोपियों की गिरफ्तारी को लेकर विपिन अग्रवाल का परिवार पुलिस प्रशासन से लगातार गुहार लगाता रहा। लेकिन पुलिस उनके गुहार को अनसुना करती रही। जिससे आजीज होकर दिवंगत विपिन अग्रवाल के बेटा रोहित कुमार में आत्मदाह करके जान दे दी।
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चौदह वर्षीय रोहित कुमार दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता के तीन संतानों में सबसे बड़ा था। रोहित गुरुवार को एसपी से मिलने आया था। लेकिन एसपी द्वारा समय दिए जाने के बावजूद वह नहीं मिल पाया। जिससे नाराज होकर वह घर लौटा और अपने घर के सामने के एक तीन मंजिला मकान पर चढ़ गया। मकान के ऊपरी मंजिल पर चढ़ने के बाद उसने अपने शरीर में आग लगाई और छलांग लगा दी।
रोहित की मौत के बाद उसके दादा विजय अग्रवाल ने हॉस्पिटल से जारी किए गए वीडियो में जिला पुलिस के कार्यशैली की पोल खोल कर रख दी है। सितंबर 2021 में अपने पुत्र विपिन अग्रवाल की हत्या के बाद गुरुवार की देर रात 14 वर्षीय पौत्र रोहित की आत्मदाह करके जान देने से टूट चुके विजय अग्रवाल ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं।
बयान बदलने के लिए दबाव बना रही पुलिस
हॉस्पीटल से जारी वीडियो में मृतक रोहित का दादा विजय अग्रवाल ने बताया कि पुलिस बयान बदलने के लिए दबाव बना रही है। उन्होंने बताया कि उनका पोता एसपी से मिलने आया था, ताकि वह अपने पिता के अन्य हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर सके। लेकिन एसपी से उसकी मुलाकात नहीं हो सकी। वह एसपी ऑफिस से लौटा। उसने मिट्टी तेल छिड़क कर शरीर में आग लगा लिया और घर के सामने स्थित एक तीन मंजिला मकान से छलांग लगा दी। जिसे इलाज के लिए मोतिहारी एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया। जहां उसने दम तोड़ दिया, लेकिन पुलिस घटना को लेकर बयान बदलने के लिए दबाव बना रही है।
गुरुवार को एसपी से मिलने गया था रोहित
विजय अग्रवाल के अनुसार, गुरुवार को एसपी से मिलने के लिये सुबह में ही एसपी कार्यालय पहुंचा था। जहां एसपी के नहीं मिलने पर कार्यालय कर्मियों से उसकी बहस हो गई। इसी कारण नाराज होकर घर लौटे रोहित ने पुलिस को फोन करके 15 मिनट में कार्रवाई नहीं करने पर आत्महत्या की धमकी दी थी। लेकिन पुलिस की कार्रवाई 15 मिनट में पूरा नहीं होने पर रोहित ने शरीर मे आग लगा कर तीन मंजिले भवन के छत से कूद गया। छत से कूदने के पहले रोहित ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे भी लगाये थे। छत से कूदने पर वह बिजली प्रवाहित हाई टेंशन तार पर गिरा।जिस कारण वह वह बुरी तरह झुलस गया।
24 सितंबर 2021 हुई थी पिता की हत्या
बता दें कि 24 सितंबर 2021 को हरसिद्धि प्रखण्ड कार्यालय गेट के पास आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की दिनदहाड़े अपराधियों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। परिजनों ने अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध हरसिद्धि थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। घटना के बाद पुलिस अनुसंधान में कई लोगों के नाम सामने आए। जिसमें सात लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। लेकिन विपिन अग्रवाल के परिजन हरसिद्धि बाजार के कुछ अन्य भू-माफिया और सफेदपोश लोगों के गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। जिसे लेकर कई बार विपिन के परिजन अधिकारियों के यहां गुहार लगा चुके है। साथ ही कई बार वे लोग सड़क पर भी उतरे थे। हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिलता था।
दरअसल, आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल हरसिद्धि बाजार के सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे। जिस कारण भू-माफिया समेत कई सफेदपोश विपिन अग्रवाल को टारगेट किए हुए थे। इस दौरान विपिन अग्रवाल पर कई झूठे मुकदमे कराये गए और उन पर कई बार हमला भी हुआ था। लेकिन 24 सितंबर 2021 को प्रखंड कार्यालय के पास बाइक सवार अपराधियों ने उनकी हत्या कर दी।
हत्याकांड के अनुसंधान में कई भू-माफियाओं के अलावा सफेदपोश लोगों के नाम भी सामने आए हैं। जिसमें से अब तक सात लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अन्य हत्यारोपियों की गिरफ्तारी को लेकर विपिन अग्रवाल का परिवार पुलिस प्रशासन से लगातार गुहार लगाता रहा। लेकिन पुलिस उनके गुहार को अनसुना करती रही। जिससे आजीज होकर दिवंगत विपिन अग्रवाल के बेटा रोहित कुमार में आत्मदाह करके जान दे दी।