Mission 2024 | अब विरोधियों को नहीं भुनाने देगी बेरोजगारी का मुद्दा, ये है मोदी सरकार का ‘फूल-प्रूफ’ प्लान | Navabharat (नवभारत) h3>
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में रोजगारी के मुद्दे को अपने पक्ष में करने और बेरोजोगारी के मुद्दे पर विरोधी दलों की धार को कुंद करने के लिए अगले डेढ़ महीने में लगभग 3 लाख युवाओं को विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में सरकारी नौकरी देने की तैयारी कर रही है। इसके पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले 1 साल में लगभग साढ़े 6 लाख युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटकर भाजपा सरकार की मंशा को साफ कर चुके हैं। ताकि चुनावों के समय विरोधी दलों के सामने रोजगार देने का लंबा चौड़ा आंकड़ा पेश किया जा सके।
पिछले एक साल से रोजगार मेले के आयोजन की कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा बृहस्पतिवार को 50 लाख युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटे जाने का कार्यक्रम बनाया गया है, ताकि युवाओं को एक ऐसा संदेश दिया जा सके कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार रोजगार के मामले पर अपने किए गए वादे पर खरी उतर रही है।
आपको याद होगा कि पिछले साल धनतेरस से लेकर अब तक 10 रोजगार मेले का आयोजन हो चुका है। भारतीय जनता पार्टी सरकार का लक्ष्य था कि दिसंबर 2023 तक 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी मुहैया करा देनी है।
अगर सारी तैयारियां अप टू डेट रहीं तो बृहस्पतिवार को होने वाले 11वें रोजगार मेले तक भारतीय जनता पार्टी 7 लाख नौकरियां बांटने के आंकड़े को छू चुकी होगी। शेष 3 लाख नियुक्तियों को वह दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य बनाकर काम कर रही है, ताकि जनवरी 2024 में 12वें रोजगार मेले को आयोजित करके 10 लाख सरकारी नौकरियां देने का काम पूरा कर सके। कल 30 नवंबर के बाद अगला रोजगार मेला जनवरी 2024 के महीने में आयोजित किया जा सकता है। इस दौरान भाजपा सरकार की कोशिश होगी कि वह 10 लाख नियुक्तियां देने के आंकड़े को हर हाल में पूरा कर ले।
कल होना है 11वां रोजगार मेला
30 नवंबर को आयोजित होने वाले रोजगार मेले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 50 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटने वाले हैं। इस दौरान पूरे देश में केंद्रीय मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई है, जो अलग-अलग जगहों पर 38 चयनित स्थानों पर नियुक्ति पर बांटने के लिए मौजूद रहेंगे। इस दौरान युवाओं को रेल, गृह, स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा, साक्षरता विभाग जैसे तमाम जगह पर नौकरियां दी जाएंगी। इसके लिए नागपुर में नितिन गडकरी, शिमला में अनुराग ठाकुर और अर्जुन मुंडा की ड्यूटी रांची में लगाई गई है।
विभागीय सूत्रों का कहना है कि 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल अक्टूबर के महीने में की थी, तब से लेकर वह खुद इसकी समीक्षा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने अपने पीएमओ में डीओपीटी के जरिए विभिन्न मंत्रालय और विभागों को अगले माह तक हर हाल में सभी खाली पदों को भर देने का निर्देश जारी किया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री खुद नियमित तौर पर केंद्रीय मंत्री परिषद की बैठक में इस कार्य की समीक्षा करते हैं।
ऐसे हैं अब तक के आंकड़े
आपको याद होगा कि रोजगार मेले की शुरुआत भी पिछले साल 22 अक्टूबर को धनतेरस के मौके पर की गई थी। तब पहले रोजगार मेले में प्रधानमंत्री करीब 75 हजार युवाओं को नौकरी का पत्र सौंपा था। इसी साल 22 नवंबर 2022 को दूसरे मेले में 71 हजार युवाओं को नौकरी दी गई थी। इसके बाद 20 जनवरी 2023 को तीसरे रोजगार मेले में भी 71 हजार लोगों को नए जॉब के ऑफर लेटर दिए गए थे। इसके साथ ही चौथे रोजगार मेले में 71 हजार युवाओं को नौकरी मिली थी। पांचवें, छठें और सातवें रोजगार मेले 70 हजार नौकरियों के लेटर बांटे गए थे। वहीं आठवें रोजगार मेले में 51 हजार नौकरियां दी गईं थीं, जबकि नवें व दसवें रोजगार मेले में करीब 50 हजार युवाओं को नियुक्ति पर बांटने का आंकड़ा भारतीय जनता पार्टी की सरकार के लोग पेश कर रहे हैं।
देशभर में 30 नवंबर 2023 को 11वां रोजगार मेला आयोजन किया जाएगा। इस दिन सुबह साढ़े 10 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऑनलाइन मौजूदगी में 51 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र देंगे।
ऐसे पूरा होगा 10 लाख नौकरी देने का लक्ष्य
इसके लिए अगले महीने केंद्र सरकार की तरफ से अंतिम रोजगार मेला आयोजित किया जाएगा। अगले लोक सभा चुनाव से पहले बेरोजगारी के मुद्दे को उठाने का मौका विपक्ष को नहीं देना चाह रही है। बता दें कि नवनियुक्त कर्मियों को कर्मयोगी प्रारंभ के जरिए प्रशिक्षित हासिल करने का भी अवसर मिलेगा। कर्मयोगी प्रारंभ आईजीओटी कर्मयोगी पोर्टल पर एक ऑनलाइन मॉड्यूल है, जिसमें कहीं भी किसी भी डिवाइस से सीखने के प्रारूप के तहत 750 से अधिक ई-लर्निंग पाठ्यक्रम उपलब्ध कराए गए हैं, जिसका लाभ उठाया जा सकता है।
आपको याद होगा रोजगार मेले की शुरुआत पिछले साल अक्टूबर में हुई थी, जब केंद्र और एनडीए के दलों ने बीजेपी शासित राज्यों में ‘रोजगार मेले’ का आयोजन जोरशोर से करने का सिलसिला शुरू किया था। अब तक साढ़े 6 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं। 30 नवंबर को 50 हजार से ज्यादा लोगों को नियुक्ति पत्र सौंपकर ये आंकड़ा 7 लाख तक पहुंचा दिया जाएगा। इसके बाद अगले महीने में 3 लाख युवाओं को रोजगार देकर प्रधानमंत्री मोदी की रोजगार सृजन की सर्वोच्च प्राथमिकता व प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में एक और बड़ा कदम होगा।
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