Mimi Chakraborty: अब मिमी चक्रबर्ती कोरोना के फ्रॉड टीके का हुईं शिकार, कोलकाता में फर्जी वैक्सीनेशन ड्राइव का भंडाफोड़ h3>
हाइलाइट्स:
- टीएमसी सांसद मिमी चक्रबर्ती कोरोना के फ्रॉड टीके का शिकार
- खुद को आईएएस अफसर बताकर एक शख्स ने कैंप में बुलाया
- ट्रांसजेंडर्स और दिव्यांगों के लिए स्पेशल ड्राइव का किया था दावा
- कोलकाता पुलिस के मुताबिक 250 लोगों को लगी फर्जी वैक्सीन
कोलकाता
बंगाली फिल्म अभिनेत्री और तृणमूल कांग्रेस सांसद मिमी चक्रवर्ती (Mimi Chakraborty) भी कोरोना के फ्रॉड टीके का शिकार हो गई हैं। इसके साथ ही मिमी ने कोलकाता में फर्जी वैक्सीनेशन सेंटर का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। बताया जा रहा है कि एक शख्स ने खुद को आईएएस अफसर बताते हुए मिमी को झांसा दिया। कोलकाता पुलिस ने देबांजन देब नाम के शख्स को इस मामले में गिरफ्तार किया है।
मिमी को ऐसे दिया झांसा
टीएमसी सांसद मिमी ने बताया, ‘मेरे पास एक शख्स ने अपने आपको आईएएस ऑफिसर बताया और कहा कि वे ट्रांसजेंडर्स और दिव्यांगों के लिए स्पेशल वैक्सीनेशन ड्राइव चला रहे हैं। इसके साथ ही उस शख्स ने मुझसे वैक्सीनेशन कैंप में आने का अनुरोध किया।’
को-विन से मेसेज नहीं आने पर हुआ शक
टीएमसी सांसद ने आगे बताया, ‘मैंने लोगों का मनोबल बढ़ाने के लिए कोविशील्ड की वैक्सीन भी लगवाई, लेकिन कभी भी को-विन से कंफर्मेशन का मेसेज नहीं आया। इसके बाद कोलकाता पुलिस से मैंने शिकायत की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।’ मिमी चक्रवर्ती का कहना है कि आरोपी शख्स फर्जी स्टिकर और नीली बत्ती भी अपनी गाड़ी पर इस्तेमाल कर रहा था।
Corona Vaccination in MP: 21 जून को एमपी ने बनाया रिकॉर्ड, 16.95 लाख लोगों को लगा टीका
जांच के लिए भेजी जाएगी वैक्सीन वायल
इस बीच कोलकाता पुलिस का कहना है, ‘हमें ऐसी कोई वायल नहीं मिली है, जिस पर एक्सपायरी डेट हो। जब्त की गई वैक्सीन वायल को जांच के लिए भेजा जाएगा, जिससे पता चल सके कि वह असली है या नकली। आरोपी से इस संबंध में पूछताछ की जाएगी।’ मामले की जांच कोलकाता पुलिस डिटेक्टिव डिपार्टमेंट के पास है।
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कस्बा इलाके में लगा था वैक्सीनेशन कैंप
जादवपुर से लोकसभा सांसद मंगलवार को कस्बा इलाके में एक वैक्सीनेशन कैंप में पहुंची थीं। उन्होंने यहां कथित कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवाई। लेकिन उन्हें उस वक्त संदेह हुआ जब वैक्सीन लगवाने के बावजूद कोई मेसेज उनके पास नहीं आया। जब उन्होंने इस सिलसिले में आयोजकों से बात की तो कहा गया कि चार दिन के अंदर उन्हें एक सर्टिफिकेट भेज दिया जाएगा। इसके बाद मिमी ने इस मामले के बारे में पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी।
क्या दरिया, क्या पथरीले पहाड़…कश्मीर में घर-घर सबको वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हेल्थ वर्कर्स
‘250 लोग टीका फर्जीवाड़े का शिकार’
इस बीच पुलिस का कहना है कि कस्बा सेंटर पर पिछले छह दिनों के दौरान कम से कम 250 लोगों को कथित वैक्सीन लगाई गई है। जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी देबांजन देब ने इसी तरह से नॉर्थ और सेंट्रल कोलकाता में फर्जी कैंप आयोजित किए थे। इनमें से एक नॉर्थ कोलकाता के सिटी कॉलेज और एक कैंप सोनारपुर में 3 जून को लगाया गया था। पूछताछ में देब ने पुलिस को बताया है कि उसने बगड़ी मार्केट और स्वास्थ्य भवन के बाहर से वैक्सीन ली थी। चूंकि कोविड वैक्सीन की खुले बाजार में बिक्री नहीं होती है लिहाजा यहां टीका लगवाने वाले लोगों को इस संबंध में जानकारी दी गई है।
(टाइम्स ऑफ इंडिया से मिले इनपुट के साथ)
टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती
हाइलाइट्स:
- टीएमसी सांसद मिमी चक्रबर्ती कोरोना के फ्रॉड टीके का शिकार
- खुद को आईएएस अफसर बताकर एक शख्स ने कैंप में बुलाया
- ट्रांसजेंडर्स और दिव्यांगों के लिए स्पेशल ड्राइव का किया था दावा
- कोलकाता पुलिस के मुताबिक 250 लोगों को लगी फर्जी वैक्सीन
बंगाली फिल्म अभिनेत्री और तृणमूल कांग्रेस सांसद मिमी चक्रवर्ती (Mimi Chakraborty) भी कोरोना के फ्रॉड टीके का शिकार हो गई हैं। इसके साथ ही मिमी ने कोलकाता में फर्जी वैक्सीनेशन सेंटर का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। बताया जा रहा है कि एक शख्स ने खुद को आईएएस अफसर बताते हुए मिमी को झांसा दिया। कोलकाता पुलिस ने देबांजन देब नाम के शख्स को इस मामले में गिरफ्तार किया है।
मिमी को ऐसे दिया झांसा
टीएमसी सांसद मिमी ने बताया, ‘मेरे पास एक शख्स ने अपने आपको आईएएस ऑफिसर बताया और कहा कि वे ट्रांसजेंडर्स और दिव्यांगों के लिए स्पेशल वैक्सीनेशन ड्राइव चला रहे हैं। इसके साथ ही उस शख्स ने मुझसे वैक्सीनेशन कैंप में आने का अनुरोध किया।’
को-विन से मेसेज नहीं आने पर हुआ शक
टीएमसी सांसद ने आगे बताया, ‘मैंने लोगों का मनोबल बढ़ाने के लिए कोविशील्ड की वैक्सीन भी लगवाई, लेकिन कभी भी को-विन से कंफर्मेशन का मेसेज नहीं आया। इसके बाद कोलकाता पुलिस से मैंने शिकायत की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।’ मिमी चक्रवर्ती का कहना है कि आरोपी शख्स फर्जी स्टिकर और नीली बत्ती भी अपनी गाड़ी पर इस्तेमाल कर रहा था।
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जांच के लिए भेजी जाएगी वैक्सीन वायल
इस बीच कोलकाता पुलिस का कहना है, ‘हमें ऐसी कोई वायल नहीं मिली है, जिस पर एक्सपायरी डेट हो। जब्त की गई वैक्सीन वायल को जांच के लिए भेजा जाएगा, जिससे पता चल सके कि वह असली है या नकली। आरोपी से इस संबंध में पूछताछ की जाएगी।’ मामले की जांच कोलकाता पुलिस डिटेक्टिव डिपार्टमेंट के पास है।
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कस्बा इलाके में लगा था वैक्सीनेशन कैंप
जादवपुर से लोकसभा सांसद मंगलवार को कस्बा इलाके में एक वैक्सीनेशन कैंप में पहुंची थीं। उन्होंने यहां कथित कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवाई। लेकिन उन्हें उस वक्त संदेह हुआ जब वैक्सीन लगवाने के बावजूद कोई मेसेज उनके पास नहीं आया। जब उन्होंने इस सिलसिले में आयोजकों से बात की तो कहा गया कि चार दिन के अंदर उन्हें एक सर्टिफिकेट भेज दिया जाएगा। इसके बाद मिमी ने इस मामले के बारे में पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी।
क्या दरिया, क्या पथरीले पहाड़…कश्मीर में घर-घर सबको वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हेल्थ वर्कर्स
‘250 लोग टीका फर्जीवाड़े का शिकार’
इस बीच पुलिस का कहना है कि कस्बा सेंटर पर पिछले छह दिनों के दौरान कम से कम 250 लोगों को कथित वैक्सीन लगाई गई है। जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी देबांजन देब ने इसी तरह से नॉर्थ और सेंट्रल कोलकाता में फर्जी कैंप आयोजित किए थे। इनमें से एक नॉर्थ कोलकाता के सिटी कॉलेज और एक कैंप सोनारपुर में 3 जून को लगाया गया था। पूछताछ में देब ने पुलिस को बताया है कि उसने बगड़ी मार्केट और स्वास्थ्य भवन के बाहर से वैक्सीन ली थी। चूंकि कोविड वैक्सीन की खुले बाजार में बिक्री नहीं होती है लिहाजा यहां टीका लगवाने वाले लोगों को इस संबंध में जानकारी दी गई है।
(टाइम्स ऑफ इंडिया से मिले इनपुट के साथ)
टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती