Maharashtra Politics: नवनीत राणा मामले में लोकसभा के पत्र का जवाब देगी महाराष्ट्र सरकार, पत्र में गिरफ्तारी को लेकर उठाये सवाल h3>
मुंबई: नवनीत राणा(Navneet Rana) के मामले में महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल(Dilip Walse Patil) ने कहा है कि राज्य के मुख्य सचिव को लोकसभा की तरफ से भेजा गया पत्र प्राप्त हुआ है। इस पत्र में राज्य सरकार(Maharashtra Government) से फेक्चुअल रिपोर्ट की मांग की गई है। पाटिल ने कहा कि हम लोकसभा को यह रिपोर्ट मुहैया करवाएंगे। उन्होंने कहा कि पत्र में जिन बातों का जिक्र है उसकी हम जांच भी करेंगे। हालांकि मुझे पता है कि ऐसा कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि फिलहाल में इस मामले की ज्यादा डिटेल में नहीं जाऊंगा। लेकिन लोकसभा के स्पीकर(Parliament Speaker) ने जो भी जानकारियां हमसे मांगी हैं उन्हें हम जरूर मुहैया करवाएंगे।
स्पीकर को राणा का खत,अमानवीय बर्ताव का लगाया आरोप
नवनीत राणा ने जेल से ही लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को एक पत्र में लिखा जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाये। उधर, लोकसभा सचिवालय ने महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार से 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी है। अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि मुझे 23 अप्रैल 2022 को खार पुलिस स्टेशन ले जाया गया। पूरी रात मैंने पुलिस स्टेशन में बिताई। मैंने पूरी रात पीने के लिए पानी मांगा। लेकिन मुझे पानी तक नहीं दिया गया। राणा ने आगे लिखा मुझे हैरानी तब हुई जब पुलिस स्टाफ ने कहा कि मैं अनुसूचित जाति से हूं लिहाजा वह उस ग्लास में मुझे पानी नहीं देंगे। मुझे सीधे तौर पर जाति के आधार पर गाली दी गई और इस वजह से मुझे पीने के लिए पानी नहीं दिया गया।
मुझे पानी पीने जैसे बुनियादी मानवाधिकार से भी इस चीज को लेकर वंचित किया गया कि मैं अनुसूचित जाति से हूं। नवनीत आगे कहती हैं कि मुझे रात को बाथरूम जाना था। लेकिन पुलिस स्टाफ ने मेरी इस मांग पर भी कोई ध्यान नहीं दिया। फिर मुझे गाली दी गई। कहा गया कि नीची जात वालों को वे (पुलिस स्टाफ) अपना बाथरूम इस्तेमाल नहीं करने देते हैं।
यह है मामला
दरअसल कुछ दिन पहले राणा दंपत्ति ने उद्धव ठाकरे से यह मांग की थी कि वह हनुमान जयंती के मौके पर हनुमान चालीसा का पाठ अपने घर में करें। उन्होंने कहा था कि अगर ऐसा नहीं होगा तो खुद मातोश्री आकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। बीती 22 तारीख को राणा दंपत्ति अमरावती से मुंबई शहर आया था और शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने की कोशिश की थी। हालांकि जब यह बात शिवसैनिकों को पता लगी तो भारी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने राणा परिवार के खार स्थित घर पर डेरा जमा लिया था। जिसके बाद से इलाके में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
नवनीत राणा को सेशंस कोर्ट से नहीं मिली राहत
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निवास स्थान मातोश्री पर हनुमान चालीसा पढ़ने के मामले में गिरफ्तार हुए नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। राणा दंपत्ति ने मुंबई सेशंस कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी। जिसपर अदालत ने उन्हें फौरी राहत देने से इंकार कर दिया है। अब इस मामले की सुनवाई 29 अप्रैल को होगी। तब तक राणा दंपत्ति को जेल में रहना पड़ेगा। इस मामले में अदालत ने राज्य सरकार को 29 अप्रैल तक अपना रिप्लाई फाइल करने का भी आदेश दिया है।
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स्पीकर को राणा का खत,अमानवीय बर्ताव का लगाया आरोप
नवनीत राणा ने जेल से ही लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को एक पत्र में लिखा जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाये। उधर, लोकसभा सचिवालय ने महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार से 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी है। अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि मुझे 23 अप्रैल 2022 को खार पुलिस स्टेशन ले जाया गया। पूरी रात मैंने पुलिस स्टेशन में बिताई। मैंने पूरी रात पीने के लिए पानी मांगा। लेकिन मुझे पानी तक नहीं दिया गया। राणा ने आगे लिखा मुझे हैरानी तब हुई जब पुलिस स्टाफ ने कहा कि मैं अनुसूचित जाति से हूं लिहाजा वह उस ग्लास में मुझे पानी नहीं देंगे। मुझे सीधे तौर पर जाति के आधार पर गाली दी गई और इस वजह से मुझे पीने के लिए पानी नहीं दिया गया।
मुझे पानी पीने जैसे बुनियादी मानवाधिकार से भी इस चीज को लेकर वंचित किया गया कि मैं अनुसूचित जाति से हूं। नवनीत आगे कहती हैं कि मुझे रात को बाथरूम जाना था। लेकिन पुलिस स्टाफ ने मेरी इस मांग पर भी कोई ध्यान नहीं दिया। फिर मुझे गाली दी गई। कहा गया कि नीची जात वालों को वे (पुलिस स्टाफ) अपना बाथरूम इस्तेमाल नहीं करने देते हैं।
यह है मामला
दरअसल कुछ दिन पहले राणा दंपत्ति ने उद्धव ठाकरे से यह मांग की थी कि वह हनुमान जयंती के मौके पर हनुमान चालीसा का पाठ अपने घर में करें। उन्होंने कहा था कि अगर ऐसा नहीं होगा तो खुद मातोश्री आकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। बीती 22 तारीख को राणा दंपत्ति अमरावती से मुंबई शहर आया था और शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने की कोशिश की थी। हालांकि जब यह बात शिवसैनिकों को पता लगी तो भारी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने राणा परिवार के खार स्थित घर पर डेरा जमा लिया था। जिसके बाद से इलाके में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
नवनीत राणा को सेशंस कोर्ट से नहीं मिली राहत
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निवास स्थान मातोश्री पर हनुमान चालीसा पढ़ने के मामले में गिरफ्तार हुए नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। राणा दंपत्ति ने मुंबई सेशंस कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी। जिसपर अदालत ने उन्हें फौरी राहत देने से इंकार कर दिया है। अब इस मामले की सुनवाई 29 अप्रैल को होगी। तब तक राणा दंपत्ति को जेल में रहना पड़ेगा। इस मामले में अदालत ने राज्य सरकार को 29 अप्रैल तक अपना रिप्लाई फाइल करने का भी आदेश दिया है।
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