Maharashtra News: बीएमसी चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे ने मिलाया प्रकाश आंबेडकर से हाथ, क्या है आगे की रणनीति?
केशव ठाकरे को प्रबोधनकर ठाकरे के रूप में भी जाना जाता है। उद्धव ने कहा कि इन दिनों राजनीति में कुछ कुरीतियां हैं, जिनके उन्मूलन के लिए इन दोनों नेताओं (केशव ठाकरे और भीम राव आंबेडकर) के वंशज व उनसे जुड़े लोग एकजुट हुए हैं।
‘लोकतंत्र बरकरार रखने के लिए एकजुट’
उद्धव ने कहा,’हम यह सुनिश्चित करने के लिए एकजुट हुए हैं कि लोकतंत्र बरकरार रहे।’ महाराष्ट्र और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का नाम लिए बगैर उद्धव ने कहा कि देश निरंकुश शासन की ओर बढ़ रहा है।
मुंबई, ठाणे और पुणे समेत कई नगर निगमों और नगर निकायों का कार्यकाल पिछले साल समाप्त हो गया था, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण चुनाव नहीं हो सके।
दलितों के बीच समर्थन मजबूत करने की कोशिश
मुंबई और ठाणे समेत कई शहरों में होने वाले नगर निकाय चुनावों से पहले गठबंधन के बारे में बात करते हुए आंबेडकर ने कहा कि वीबीए और शिवसेना (यूबीटी) का एकजुट होना परिवर्तन की राजनीति की शुरुआत है। ठाकरे के इस कदम को राज्य में निकाय चुनाव से पहले दलितों के बीच समर्थन को मजबूत करने के रूप में देखा जा रहा है।
राज्य के विदर्भ क्षेत्र में वीबीए की उपस्थिति है और आंबेडकर ने वर्ष 1998 और 1999 में अकोला लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वीबीए ने वर्ष 2019 में ओवैसी की अगुवाई वाले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन से गठजोड़ करके कई विधानसभा सीट पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया था।
कांग्रेस और एनसीपी भी होंगे शामिल?
प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि अभी यह गठबंधन केवल शिवसेना (यूबीटी) और वीबीए के बीच है, लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि इसमें महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के अन्य घटक दल (कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) भी शामिल होंगे।
जोगेंद्र कवाड़े की अगुवाई वाली एवं राज्य में दलित समुदाय में पैठ रखने वाली पीपुल्स रिपब्लिकन पार्टी (पीआरपी) ने पिछले महीने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ‘बालासाहेबांची शिवसेना’ से हाथ मिला लिया था।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ दल बीजेपी का रामदास अठावले की पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के साथ पहले से ही गठबंधन है। ठाकरे ने कहा कि एमवीए में वीबीए को शामिल करने को लेकर उन्हें कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई विरोध नहीं दिखता।