Maharashtra Covid-19: महाराष्ट्र में चिंता का सबब बनीं कोरोना से हो रही मौतें, एक दिन में 974 लोगों की गई जान h3>
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से होने वाली मौत का आंकड़ा हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहा है। रविवार को राज्य में कोरोना वायरस से 974 लोगों की जान चली गई है। राज्य में कोरोना वायरस से एक दिन में होने वाली यह अब तक की सबसे अधिक मौतें हैं। राज्य में नए मामलों में गिरावट जरूर देखने को मिली है लेकिन, पिछले दो दिनों से मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 34,389 नए मामले सामने आए। वहीं, 59,318 लोग कोरोना वायरस से ठीक भी हुए। नए केस की तुलना में रिकवरी ज्यादा होने से राज्य में एक्टिव केस में कमी देखने को मिली है।
राज्य में फिलहाल एक्टिव केसों की संख्या 4,68,109 पर आ गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में मौत का आंकड़ा 81,486 पहुंच गया है। बता दें कि पूरे देश में महाराष्ट्र इकलौता ऐसा राज्य है जहां पर इतनी ज्यादा मौतें देखने को मिली हैं। राज्य में शनिवार को कोरोना वायरस से 960 लोगों की जान गई थी।
Maharashtra reports 34,389 new #COVID19 cases, 59,318 discharges and 974 deaths in the last 24 hours
Total discharges 48,26,371
Death toll 81,486
Total cases 53,78,452
Active cases 4,68,109 pic.twitter.com/3M0j67isCU
— ANI (@ANI) May 16, 2021
राजधानी मुंबई में कोरोना वायरस के नए मामलों में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली है। रविवार को पिछले 24 घंटे में शहर में 1544 नए मामले सामने आए हैं और 60 लोगों की मौत भी हुई है। शहर में रविवार को 2438 मरीजों ने कोरोना को मात देते हुए रिकवर हुए। शहर में फिलहाल कोरोना वायरस के 35,702 एक्टिव केस हैं।
वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पारिवारिक चिकित्सक के रूप में अपनी सेवा दे रहे डॉक्टरों से रविवार को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में राज्य का साथ देने तथा घर में पृथक-वास में रह रहे अपने मरीजों को सही उपचार परामर्श देने की अपील की। निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों एवं कोविड -19 कार्यबल के सदस्यों के साथ डिजिटल संवाद के दौरान ठाकरे ने कहा कि मरीजों को किसी अन्य के बजाय अपने पारिवारिक चिकित्सकों पर अधिक भरोसा करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, ”घरों में होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 मरीजों की उपचार प्रक्रिया तब प्रभावी ढंग से संभाली जा सकती है, यदि पारिवारिक डॉक्टर इस वायरस संबंधी संक्रमण के विरूद्ध लड़ाई से जुड़ जाएं।”
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से होने वाली मौत का आंकड़ा हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहा है। रविवार को राज्य में कोरोना वायरस से 974 लोगों की जान चली गई है। राज्य में कोरोना वायरस से एक दिन में होने वाली यह अब तक की सबसे अधिक मौतें हैं। राज्य में नए मामलों में गिरावट जरूर देखने को मिली है लेकिन, पिछले दो दिनों से मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 34,389 नए मामले सामने आए। वहीं, 59,318 लोग कोरोना वायरस से ठीक भी हुए। नए केस की तुलना में रिकवरी ज्यादा होने से राज्य में एक्टिव केस में कमी देखने को मिली है।
राज्य में फिलहाल एक्टिव केसों की संख्या 4,68,109 पर आ गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में मौत का आंकड़ा 81,486 पहुंच गया है। बता दें कि पूरे देश में महाराष्ट्र इकलौता ऐसा राज्य है जहां पर इतनी ज्यादा मौतें देखने को मिली हैं। राज्य में शनिवार को कोरोना वायरस से 960 लोगों की जान गई थी।
Maharashtra reports 34,389 new #COVID19 cases, 59,318 discharges and 974 deaths in the last 24 hours
Total discharges 48,26,371
Death toll 81,486
Total cases 53,78,452Active cases 4,68,109 pic.twitter.com/3M0j67isCU
— ANI (@ANI) May 16, 2021
राजधानी मुंबई में कोरोना वायरस के नए मामलों में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली है। रविवार को पिछले 24 घंटे में शहर में 1544 नए मामले सामने आए हैं और 60 लोगों की मौत भी हुई है। शहर में रविवार को 2438 मरीजों ने कोरोना को मात देते हुए रिकवर हुए। शहर में फिलहाल कोरोना वायरस के 35,702 एक्टिव केस हैं।
वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पारिवारिक चिकित्सक के रूप में अपनी सेवा दे रहे डॉक्टरों से रविवार को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में राज्य का साथ देने तथा घर में पृथक-वास में रह रहे अपने मरीजों को सही उपचार परामर्श देने की अपील की। निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों एवं कोविड -19 कार्यबल के सदस्यों के साथ डिजिटल संवाद के दौरान ठाकरे ने कहा कि मरीजों को किसी अन्य के बजाय अपने पारिवारिक चिकित्सकों पर अधिक भरोसा करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, ”घरों में होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 मरीजों की उपचार प्रक्रिया तब प्रभावी ढंग से संभाली जा सकती है, यदि पारिवारिक डॉक्टर इस वायरस संबंधी संक्रमण के विरूद्ध लड़ाई से जुड़ जाएं।”