Mahakal Corridor: पीएम मोदी के दौरे से पहले हटाए गए उज्जैन नगर निगम कमिश्नर, लापरवाही के चलते गिरी गाज

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Mahakal Corridor: पीएम मोदी के दौरे से पहले हटाए गए उज्जैन नगर निगम कमिश्नर, लापरवाही के चलते गिरी गाज

Mahakal Corridor: पीएम मोदी के दौरे से पहले हटाए गए उज्जैन नगर निगम कमिश्नर, लापरवाही के चलते गिरी गाज

उज्जैनः महाकाल लोक के लोकार्पण के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के उज्जैन दौरे से पहले सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। उज्जैन नगर निगम के कमिश्नर अंशुल गुप्ता को उनके पद से हटा दिया गया है। रोशन कुमार सिंह नए नगर निगम कमिश्नर बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री के लोकार्पण कार्यक्रम की तैयारियों में हो रही देरी और लापरवाही के चलते अंशुल गुप्ता को हटाया गया।

प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर प्रदेश सरकार का पूरा अमला तैयारियों में जुटा है। मुख्यमंत्री स्वयं उज्जैन आकर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहते हैं। हर एक विषय पर बारीकी से ध्यान दिया जा रहा है। छोटी सी गलती की सजा भी ट्रांसफर के रूप में दी जा रही है। कुछ दिन पहले महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ को उनके खिलाफ मिल रही शिकायतों और मंदिर प्रबंधन की अव्यवस्थाओं के चलते पद से हटाकर ट्रांसफर कर दिया गया था। इसके बाद अब उज्जैन नगर निगम आयुक्त और 2016 बैच के आईएएस अधिकारी अंशुल गुप्ता को भी हटा दिया गया है।

सीएम के दौरे में दिखी अव्यवस्थाएं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उज्जैन दौरे के दौरान कई अव्यवस्थाएं सामने आई थीं। सीएम के कारकेड के सामने गाय के आ जाने से भी वे बेहद नाराज थे। कई जगहों पर स्वच्छता की कमी और लोकार्पण कार्यक्रम की वॉल पेंटिंग्स का ना होना भी मुख्यमंत्री की नाराजगी के कारण बने। उज्जैन दौरे से लौटते ही सीएम ने नगर निगम कमिश्नर को हटाने का फरमान जारी कर दिया। इसके बाद कमिश्नर पद का अतिरिक्त प्रभार उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप कुमार सोनी को सौंपा गया था। अब इस पद पर रोशन कुमार सिंह ने पदभार ग्रहण किया है।

रोशन कुमार सिंह ने संभाला पदभार
सिंह 2015 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। इससे पहले वे मुरैना जिला पंचायत में मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर पदस्थ थे। बुधवार को राज्य शासन ने निगमायुक्त अंशुल गुप्ता को हटाकर उन्हें मंत्रालय में उप सचिव के पद पर पदस्थ किया था।

मंत्री भूपेंद्र सिंह भी थे अंशुल गुप्ता से नाराज
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के चलते नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह भी उज्जैन आए थे। पीएम के दौरे को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में मंत्री भूपेंद्र सिंह ने जब आयुक्त अंशुल गुप्ता से कुछ सवाल किये तो उनका रवैया ठीक नहीं था। इससे भूपेंद्र सिंह भी नाराज हो गए थे। उनकी नाराजगी भी अंशुल गुप्ता के तबादले का कारण बन गई।

विवादों में रहा गुप्ता का कार्यकाल
आयुक्त पद पर अपने कार्यकाल में अंशुल गुप्ता ने कई ऐसे मनमाने निर्णय लिये जो विवादों और चर्चाओं का कारण बने। चाहे वह निगम के कामकाज में बाहरी व्यक्ति आकाश का हस्तक्षेप हो, या फिर लोकायुक्त द्वारा टेप कांड में फंसी महिला अधिकारी को आठ महत्वपूर्ण विभागों का प्रभारी बनाने का मामला हो। ठेकेदारों से अभद्रता और धमकी भरे लहजे में बात करने के मामले ने भी काफी तूल पकड़ लिया था। इसके अलावा अपने अधीनस्थों के साथ उनके अभद्र व्यवहार से भी कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक परेशान थे।

ट्रांसफर पर कर्मचारियों ने जताई खुशी
जानकारी के मुताबिक आयुक्त अंशुल गुप्ता की रवानगी आदेश आते ही नगर निगम में ठेकेदारों से लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों में खुशी की लहर छा गई। उन्होंने जश्न मनाते हुए ढोल बजवाये, पटाखे भी फोड़े। निगम परिसर में ढोल और पटाखों के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं।

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