Lok Sabha Election 2024 : सपा को बड़ा झटका, पूर्व एमएलसी श्याम सुंदर BJP में शामिल | Lok Sabha Election 2024 Big blow SP former MLC Shyam Sundar joins BJP | News 4 Social h3>
1988 से कर रहे राजनीति पूर्व एमएलसी श्याम सुंदर सिंह झांसी मुख्यालय से महज 20 KM दूर पारीछा गांव से आते हैं। वे 1988 से लगातार राजनीति में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। जनता के मुद्दों की लड़ाई करने और जनता से सरोकार रखने वाले श्याम सुंदर सिंह यादव ने वर्ष 1988 से 1998 के बीच लोकदल, जनता दल, और सपा पार्टी की राजनीति में सक्रिय भागीदारी निभाई।
किसानों की तरह है रहन सहन पूर्व एमएलसी अपना जीवन किसानों की तरह बिताते हैं। वे गांव के नागरिकों और किसानों के मुद्दों को उठाते चले आए हैं।
दो बार रहे एमएलसी
श्याम सुंदर सिंह यादव 1998 से 2010 तक लगातार दो बार स्थानीय निकाय क्षेत्र झांसी-जालौन-ललितपुर से विधान परिषद सदस्य के पद पर निर्वाचित किया। श्याम सुन्दर सिंह यादव की छवि क्षेत्र में ईमानदार नेता की रही है।
सपा से लड़ चुके लोकसभा चुनाव श्याम सुन्दर सिंह यादव पिछली बार झांसी-ललितपुर संसदीय सीट पर सपा से इलेक्शन लड़ चुके हैं। वे इस सीट पर उपविजेता थे। इसके बाद उन्हें पार्टी ने एक बार फिर एमएलसी चुनाव में प्रत्याशी बनाया था। लेकिन उन्हें बीजेपी की रमा निरंजन के सामने हार का सामना करना पड़ा था।
1988 से कर रहे राजनीति पूर्व एमएलसी श्याम सुंदर सिंह झांसी मुख्यालय से महज 20 KM दूर पारीछा गांव से आते हैं। वे 1988 से लगातार राजनीति में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। जनता के मुद्दों की लड़ाई करने और जनता से सरोकार रखने वाले श्याम सुंदर सिंह यादव ने वर्ष 1988 से 1998 के बीच लोकदल, जनता दल, और सपा पार्टी की राजनीति में सक्रिय भागीदारी निभाई।
किसानों की तरह है रहन सहन पूर्व एमएलसी अपना जीवन किसानों की तरह बिताते हैं। वे गांव के नागरिकों और किसानों के मुद्दों को उठाते चले आए हैं।
दो बार रहे एमएलसी
श्याम सुंदर सिंह यादव 1998 से 2010 तक लगातार दो बार स्थानीय निकाय क्षेत्र झांसी-जालौन-ललितपुर से विधान परिषद सदस्य के पद पर निर्वाचित किया। श्याम सुन्दर सिंह यादव की छवि क्षेत्र में ईमानदार नेता की रही है।
सपा से लड़ चुके लोकसभा चुनाव श्याम सुन्दर सिंह यादव पिछली बार झांसी-ललितपुर संसदीय सीट पर सपा से इलेक्शन लड़ चुके हैं। वे इस सीट पर उपविजेता थे। इसके बाद उन्हें पार्टी ने एक बार फिर एमएलसी चुनाव में प्रत्याशी बनाया था। लेकिन उन्हें बीजेपी की रमा निरंजन के सामने हार का सामना करना पड़ा था।