Lok Sabha Election 2024 : भाजपा-कांग्रेस में फिर आंतरिक कलह आई सामने, डैमेज कंट्रोल में नेता जुटे | BJP and Congress facing internal strife and factionalism in Lok Sabha election work start on damage control formula | News 4 Social

7
Lok Sabha Election 2024 : भाजपा-कांग्रेस में फिर आंतरिक कलह आई सामने, डैमेज कंट्रोल में नेता जुटे | BJP and Congress facing internal strife and factionalism in Lok Sabha election work start on damage control formula | News 4 Social

Lok Sabha Election 2024 : भाजपा-कांग्रेस में फिर आंतरिक कलह आई सामने, डैमेज कंट्रोल में नेता जुटे | BJP and Congress facing internal strife and factionalism in Lok Sabha election work start on damage control formula | News 4 Social

भाजपाः कुछ जगह कार्यकर्ताओं का द्वंद्व, पार्टी की नजर
भाजपा में टोंक-सवाईमाधोपुर सीट पर प्रत्याशी के खिलाफ कुछ कार्यकर्ताओं का विरोध और झुंझुनूं सीट से प्रत्याशी के सामने ही कार्यकर्ताओं के आपस में उलझने की घटना को पार्टी ने गंभीरता से लिया है। इसके पीछे की वास्तविक वजह पता लगाने और भविष्य में ऐसी हालात नहीं पनपे, इसके लिए बड़े नेताओं को मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। बताया जा रहा है कि प्रदेश चुनाव प्रभारी चुनाव प्रबंधन के साथ ऐसे मामलों पर नजर बनाए हुए हैं। सभी को मिशन 25 के तहत हर सीट को पांच लाख वोट अंतर से जीतने के मकसद से एक साथ आगे बढ़ने के लिए कहा गया है।

यह भी पढ़ें

राजस्थान में BJP का ‘मिशन 25’, अमित शाह आज मरुधरा में भरेंगे हुंकार

यहां हुआ विवाद…
– टोंक-सवाईमाधोपुर लोकसभा सीट से लगातार दो बार से सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया को कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा है। टोंक जिले के मालपुरा में आयोजित बैठक में कुछ कार्यकर्ताओं ने यह कहते हुए नाराजगी जताई कि जौनपुरिया जीतने के बाद यहां नहीं आए। न ही क्षेत्र में विकास हुआ।

– झुंझुनूं से भाजपा लोकसभा प्रत्याशी शुभकरण चौधरी के कार्यालय उद्घाटन कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं के बीच तू-तू, मैं-मैं हुई। इस दौरान वरिष्ठ नेता-कार्यकर्ताओं को मामला संभालना पड़ा।

जैसलमेर-बाड़मेर सीट पर भी फोकस
जैसलमेर-बाड़मेर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति बनी हुई है। यहां भाजपा के प्रत्याशी कैलाश चौधरी हैं, जो अभी केन्द्रीय मंत्री हैं। यहीं से निर्दलीय विधायक बने रविन्द्र सिंह भाटी भी सांसद का चुनाव लड़ने का एलान कर चुके हैं। इस कारण पार्टी कुछ चिंतित है। अंदरखाने भाटी को मनाने का दौर भी चलना बताया जा रहा है।

कांग्रेसः नेताओं में मनमुटाव दूर करने की कवायद
कांग्रेस में कई सीटों पर गुटबाजी और अंतर्कलह सामने आई है। कोटा, नागौर और सीकर में कार्यकर्ताओं के बीच नाराजगी बढ़ी है। कोटा में जहां कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल और वरिष्ठ विधायक शांति धारीवाल के बीच विवाद सामने आया था, तो सीकर और नागौर में गठबंधन के चलते कार्यकर्ता अंदरखाने नाराज हैं, हालांकि ये नाराजगी खुलकर सामने नहीं आई है। पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी को देखते हुए शीर्ष नेता डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। कार्यकर्ताओं की मनुहार करने के साथ ही उनकी पीड़ा भी सुनी जा रही है।

यह भी पढ़ें

राजस्थान में लोकसभा चुनाव की ऐतिहासिक हार, जिसकी देशभर में हुई थी चर्चा, जानिए…

कोटा में बड़ा विवाद
कोटा में कांग्रेस को ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही है। एक दिन पहले ही सार्वजनिक मंच पर शांति धारीवाल और प्रहलाद गुंजल के बीच जमकर हुई कहासुनी के बाद शनिवार को प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा कोटा पहुंचे और पार्टी नेताओं को एक जाजम पर बिठाया और एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की। डोटासरा ने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि दोनों पहले एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़े थे और इस दौरान आरोप-प्रत्यारोप लगाए होंगे। अब कोई मनमुटाव नही है। पार्टी के सभी कार्यकर्ता एकजुट है।

राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News