भारत के लोकतांत्रिक देश होने के कारण यहाँ चुनाव को एक त्योहार की तरह लिया जाता है. भारत का क्षेत्रफल बहुत बड़ा है तथा इसके साथ ही भौगोलिक आधार पर भी भारत में बहुत विविधता है. जिसके कारण भारत में चुनाव प्रक्रिया चलती ही रहती है. चुनाव के लिए नेता अपना पूरा ध्यान उस क्षेत्र पर चुनाव में जीत हासिल करने के लिए लगा देते हैं. इसी कड़ी में 2021 में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. जिसको लेकर ज्यादा ही चर्चा चल रही है. जिसका सबसे बड़ा कारण पश्चिम बंगाल में चुनाव के प्रचार में होने वाले हिंसा भी है.
पीछले काफी लंबे समय से पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार काम कर रही है. जिसका केंद्र सरकार के साथ गतिरोध समय समय पर सामने आता रहता है. बंगाल चुनाव को लेकर चर्चा का एक कारण यह भी है कि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बंगाल में लोकसभा की 18 सीटों पर जीत हासिल की है. जिसके बाद बीजेपी ने अपना पूरा ध्यान पश्चिम बंगाल चुनाव पर लगा रखा है.
292 सीटों पर होने वाले पश्चिम बंगाल के चुनाव को लेकर अभी कोई निश्चित तिथी तो चुनाव आयोग के द्वारा जारी नहीं की गई. लेकिन चुनाव आयोग द्वारा साफ किया गया है कि पश्चिम बंगाल के चुनाव समय पर ही होंगें. ममता बनर्जी का यह कार्यकाल 27 मई, 2016 से शुरू हुआ था. जो 26 मई, 2021 तक है.
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2021 में पश्चिम बंगाल के साथ साथ दूसरे 5 राज्यों में भी चुनाव होने हैं. अभी किसी भी राज्य में चुनाव की तिथी चुनाव आयोग द्वारा जारी नहीं की गई है. संभावना जताई जा रही है कि अप्रैल या मई में पश्चिम बंगाल में चुनाव हो सकते हैं.