Lalu Yadav News: तेजस्वी और हमारी पत्नी नहीं होती तो हमको रांची में ही खत्म कर देते…कार्यकर्ताओं से बोले लालू यादव

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Lalu Yadav News: तेजस्वी और हमारी पत्नी नहीं होती तो हमको रांची में ही खत्म कर देते…कार्यकर्ताओं से बोले लालू यादव


Lalu Yadav News: तेजस्वी और हमारी पत्नी नहीं होती तो हमको रांची में ही खत्म कर देते…कार्यकर्ताओं से बोले लालू यादव

पटना
लंबे समय बाद जेल से बाहर आए लालू प्रसाद यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के रजत जयंती समारोह में वर्चुअल तरीके से कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान जहां उन्होंने अपने दोनों बेटों तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव की तारीफ की। वहीं आरजेडी सुप्रीमो ने कहा कि तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी नहीं होती तो मैं रांची में ही खत्म हो जाता। इन लोगों ने मुझे एम्स में भर्ती कराया। डॉक्टर राकेश यादव हमारा इलाज कर रहे हैं। हम बहुत जल्द पटना आएंगे और हर जिले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। अभी मीसा के सरकारी क्वॉर्टर में हैं। आरजेडी मुखिया ने कहा कि हमारे साथ जनता की ताकत है, हमारे साथ अल्पसंख्यक, दलित, पिछड़े, अति पिछड़े गरीब सभी हैं।

लालू यादव ने कहा कि जनता दल से जब सबलोग अलग हुए तब हम भी अलग हुए। असमंजस की स्थिति तो मैंने सभी साथियों को एकत्र करके बिहार भवन में मीटिंग की थी और आरजेडी का गठन किया। पार्टी का नाम रखने को लेकर बातें हो रही थी। तब मैंने रामकृष्ण हेगड़े जी को कॉल किया था। तो उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल नाम दिया। तब से हम लोग संघर्ष कर रहे हैं। हम लोगों ने मंडल कमीशन लागू करने के लिए संघर्ष किया। हम लोग ट्रेन से गोरखपुर आ गए थे। उस समय की सरकार ने हमारी खूब पिटाई की, लेकिन हमने अपना इरादा नहीं त्यागा। जननायक कर्पूरी ठाकुर समेत हम लोगों को इंडिया गेट से गिरफ्तार किया गया। जेपी बाबू ने कहा था संपूर्ण क्रांति समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगों के लिए है।

लालू यादव ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान मैं आप लोगों से मिलने के लिए तड़पता रहा। तेजस्वी यादव से लगातार बात होती रहती। उन्होंने कहा कि पापा आप चिंता मत कीजिए, जनता अपने साथ है। मैं जब राजनीति में आया तब गरीब को खटिया पर बैठने नहीं दिया जाता था, बस, ट्रेन में सीट नहीं दी जाती थी। हमने उन्हें अधिकार दिलाया। हमारे जमाने में बूथ कैप्चरिंग का कल्चर था, हमने इलेक्शन कमीशन के साथ मिलकर इसे ठीक कराया। हम लोग नारा लगाते थे, ‘जेकर हाथ में चक्का बा, ओकर जीत पक्का बा’। कर्पूरी ठाकुर के साथ हम लोग नारा लगाते थे ‘ठाकुर तेरे अरमानों को दिल्ली तक पहुंचाएंगे।’ दौर बदला है, आज समाज में बराबरी है। राष्ट्रीय जनता दल का भविष्य बहुत उज्जवल है। मैंने पांच-पांच प्रधानमंत्री को देखा और उन्हें बनाने का काम किया। हम लोग उन दिनों में केंद्र में मंत्री नहीं बनाए गए तो परवाह नहीं किया। नीतीश कुमार व्याकुल थे तो बोलकर उन्हें कृषि मंत्री बनवाया।

लालू यादव ने कहा कि हमारे साथ जनता की ताकत है, हमारे साथ अल्पसंख्यक, दलित, पिछड़े, अति पिछड़े गरीब सभी हैं। कोरोना प्रलय जैसा है। लेकिन उससे बढ़कर महंगाई और बेरोजगारी कमर तोड़ रही है। अगर हमारी सरकार में पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ते तो लोग हमें चलने नहीं देते, लेकिन आज लोग मजबूर हैं। आज पेट्रोल का दाम घी को पीछे कर रहा है। बिहार में हमने 10 लाख नौकरी देने का ऐलान किया तो बीजेपी वालों ने अपना नंबर 20 लाख बता दिया और वोट ले लिया। लेकिन किया कुछ भी नहीं। देशभर के हर इलाकों में तबाही हुई है।

आरजेडी मुखिया ने ये भी कहा कि देश हजारों वर्ष पीछे चला गया है, कोरोना और मौजूदा सरकार के चलते। इस वक्त हम लोग एक दूसरे से मिल नहीं सकते हैं। कोरोना का तीसरा फेज आने वाला है। जितनी मौत हुई है देश में कोरोना से उसकी गिनती नहीं की जा सकती है। चिकित्सा के अभाव में बिहार में अनगिनत मौत हुई है। गांव में जो मरे सो मरे, शहर में भी कई जानें गईं। किसी चीज का प्रबंध नहीं रहा। आज ये देश हमारा काफी पीछे है। इसकी पूर्ति करना साधारण बात नहीं है। आर्थिक संकट और दूसरी तरफ सामाजिक तानाबाना खंडित किया जा रहा है। कभी-कभी नारा लग रहा है अयोध्या के बाद मथुरा। ये लोग सत्ता के लिए क्या चाहते हैं। आरजेडी के लोगों से यही कहूंगा कि वे सामाजिक तानाबाना को मजबूत करने के लिए काम करते रहे।

आरजेडी सुप्रीमो ने कहा कि आज आलम यह है कि संसद भी नियमित रूप से नहीं चल पा रहा है। मैं लोगों को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि मिट जाएंगे लेकिन झुकेंगे नहीं। हमारी सरकार को जंगलराज कहते हैं। तवा पर रोटी एक ही साइड से पक रही थी उसे हमने पलटने का काम किया। हमरा राज जंगलराज नहीं जनराज रहा। चरवाहा स्कूल एक मैसेज था कि पेट के साथ शिक्षा का इंतजाम। लोग मजाक करते हैं कि अपने बेटों को बाहर भेज दिया और गरीबों के लिए चरवाह स्कूल खोल दिया। पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं का लगातार प्रशिक्षण होते रहना चाहिए। लोगों को विश्वास है कि एक ही दल है आरजेडी जो तमाम समस्या का निजात दिला सकता है। अभी बिहार में कोई ऐसा दिन जब चार-पांच जगहों पर खून नहीं होता है। तबाही, भ्रष्टाचार के विषय में तो कहने की जरूरत ही नहीं है। हम लोग देहात में कहते थे, जब चूहा मोटा होगा तो लोढ़ा बनेगा। आज भी बिहार के लाखों लोग राज्य से निकलकर बाहर जाते हैं। जब मजदूर लौटने लगे तो आरजेडी कार्यकर्ताओं ने उन्हें घर तक पहुंचाने का प्रबंध किया।

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यही कहेंगे कि तेजस्वी तो बढ़िया भाषण करते ही हैं, लेकिन तेजप्रताप भी बढ़िया बोलते हैं। मुझे खुशी है कि तेजस्वी ने इतनी कम उम्र में बिहार जैसे राज्य में पार्टी को आगे ले जा रहे हैं। इतनी सीट जिताए हैं। जगदानंद सिंह को हर बात की जानकारी है। मैं जगदानंद जी को भाई कहता हूं। वो कभी भाषण नहीं देते हैं, लेकिन मैं जब आता हूं तो वो बोलते हैं और शानदार बोलते हैं।



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