Kumar Manglam Birla: पेंट पसंद है या सीमेंट, देखिए कुमार मंगलम बिड़ला ने क्या दिया जवाब h3>
नई दिल्ली: आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla) देश के सबसे अमीर उद्योगपतियों में शामिल हैं। इस ग्रुप का कारोबार कई क्षेत्रों में फैला है। ग्रुप अब पेंट के बिजनस में भी उतरने जा रहा है। उनकी कंपनी ग्रासिम (Grasim) अगले साल की शुरुआत में पेंट बाजार में एंट्री मारने की तैयारी में है। कंपनी मार्च 2024 तक 1.3 अरब लीटर कैपेसिटी का टारगेट लेकर चल रही है। इसके लिए उसने 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। मुकेश अंबानी और सज्जन जिंदल ने भी पेंट सेक्टर में दिलचस्पी दिखाई है। माना जा रहा है कि इससे पेंट सेक्टर में नई हलचल देखने को मिल सकती है। फाइनेंशियल ईयर 2020 में एशियन पेंट्स की कैपेसिटी 1.73 अरब लीटर रही थी। आदित्य बिड़ला ग्रुप सीमेंट सेक्टर का भी बड़ा प्लेयर है। ग्रुप की कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट देश की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी है।
लोकमत के एक कार्यक्रम में कुमार मंगलम बिड़ला से पूछा गया कि उन्हें पेंट पसंद है या सीमेंट? इस पर उन्होंने कहा कि अभी उन्हें सीमेंट पसंद है और यह लंबे समय तक उनकी पसंद बना रहेगा। उन्होंने कहा, मैं सीमेंट के बिजनस के साथ बड़ा हुआ हूं। इसलिए अभी मुझे सीमेंट पसंद है। लेकिन हम पेंट को लेकर काफी उत्साहित हैं।’ इंडस्ट्री के जानकारों की मानें तो आदित्य बिड़ला ग्रुप पेंट में बड़ा प्लेयर बनना चाहता है। इसके लिए पानीपत, लुधियाना और चामराजनगर में प्लांट बनाए जा रहे हैं। बिड़ला से जब पूछा गया कि उन्हें टॉप लाइन (रेवेन्यू) और बॉटम लाइन (प्रॉफिट) में क्या पसंद है तो उन्होंने तपाक से कहा, ‘बॉटम लाइन। इससे ज्यादा मुझे कैश पसंद है।’ यह पूछने पर कि उन्हें एक्विजिशन और ग्रीनफील्ड/ब्राउनफील्ड में से क्या पसंद है, बिड़ला ने कहा कि यह परिस्थिति पर निर्भर करता है। जिससे ज्यादा वैल्यू क्रिएट होगी, वही सही है। उन्होंने कहा कि मैन्यूफैक्चरिंग और कंज्यूमर फेसिंग में दोनों इंटरेस्टिंग हैं। ग्रुप का मैन्यूफैक्चरिंग बेस ज्यादा है लेकिन कंज्यूमर फेसिंग में भी कई संभावनाएं हैं। स्टार्टअप कंपनियों के बारे में बिड़ला ने कहा कि फिनटेक सेक्टर में कई अच्छे लोग काम कर रहे हैं।
कितनी है नेटवर्थ
ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक कुमार मंगलम बिड़ला की नेटवर्थ 13.9 अरब डॉलर है। वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 129वें नंबर पर हैं। हाल में उन्हें देश के सबसे बड़े तीसरे नागरिक सम्मान पद्म भूषण (Padma Bhushan) से सम्मानित किया गया था। कुमार मंगलम बिड़ला को पिता के असामयिक निधन के कारण मात्र 28 साल की उम्र में ग्रुप की कमान संभालनी पड़ी थी। उन्होंने सॉफ्टवेयर, बीपीओ और टेलिकॉम समेत कई क्षेत्रों में बिजनस फैलाया। आज आदित्य बिड़ला ग्रुप का कारोबार छह महाद्वीपों में 36 देशों में फैला है। उनके नेतृत्व में ग्रुप का टर्नओवर 30 गुना बढ़कर 60 अरब डॉलर पहुंच गया है। उनकी लीडरशिप ने ग्रुप ने भारत और विदेशों में 40 से अधिक कंपनियों का अधिग्रहण किया। यह किसी भारतीय मल्टीनेशनल कंपनी द्वारा किया गया सबसे अधिक अधिग्रहण है।
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लोकमत के एक कार्यक्रम में कुमार मंगलम बिड़ला से पूछा गया कि उन्हें पेंट पसंद है या सीमेंट? इस पर उन्होंने कहा कि अभी उन्हें सीमेंट पसंद है और यह लंबे समय तक उनकी पसंद बना रहेगा। उन्होंने कहा, मैं सीमेंट के बिजनस के साथ बड़ा हुआ हूं। इसलिए अभी मुझे सीमेंट पसंद है। लेकिन हम पेंट को लेकर काफी उत्साहित हैं।’ इंडस्ट्री के जानकारों की मानें तो आदित्य बिड़ला ग्रुप पेंट में बड़ा प्लेयर बनना चाहता है। इसके लिए पानीपत, लुधियाना और चामराजनगर में प्लांट बनाए जा रहे हैं। बिड़ला से जब पूछा गया कि उन्हें टॉप लाइन (रेवेन्यू) और बॉटम लाइन (प्रॉफिट) में क्या पसंद है तो उन्होंने तपाक से कहा, ‘बॉटम लाइन। इससे ज्यादा मुझे कैश पसंद है।’ यह पूछने पर कि उन्हें एक्विजिशन और ग्रीनफील्ड/ब्राउनफील्ड में से क्या पसंद है, बिड़ला ने कहा कि यह परिस्थिति पर निर्भर करता है। जिससे ज्यादा वैल्यू क्रिएट होगी, वही सही है। उन्होंने कहा कि मैन्यूफैक्चरिंग और कंज्यूमर फेसिंग में दोनों इंटरेस्टिंग हैं। ग्रुप का मैन्यूफैक्चरिंग बेस ज्यादा है लेकिन कंज्यूमर फेसिंग में भी कई संभावनाएं हैं। स्टार्टअप कंपनियों के बारे में बिड़ला ने कहा कि फिनटेक सेक्टर में कई अच्छे लोग काम कर रहे हैं।
कितनी है नेटवर्थ
ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक कुमार मंगलम बिड़ला की नेटवर्थ 13.9 अरब डॉलर है। वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 129वें नंबर पर हैं। हाल में उन्हें देश के सबसे बड़े तीसरे नागरिक सम्मान पद्म भूषण (Padma Bhushan) से सम्मानित किया गया था। कुमार मंगलम बिड़ला को पिता के असामयिक निधन के कारण मात्र 28 साल की उम्र में ग्रुप की कमान संभालनी पड़ी थी। उन्होंने सॉफ्टवेयर, बीपीओ और टेलिकॉम समेत कई क्षेत्रों में बिजनस फैलाया। आज आदित्य बिड़ला ग्रुप का कारोबार छह महाद्वीपों में 36 देशों में फैला है। उनके नेतृत्व में ग्रुप का टर्नओवर 30 गुना बढ़कर 60 अरब डॉलर पहुंच गया है। उनकी लीडरशिप ने ग्रुप ने भारत और विदेशों में 40 से अधिक कंपनियों का अधिग्रहण किया। यह किसी भारतीय मल्टीनेशनल कंपनी द्वारा किया गया सबसे अधिक अधिग्रहण है।
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