Kuldeep Yadav: टीम से बाहर हुआ, आत्मसम्मान खोया, अपमान का घूंट पीने वाले कुलदीप यादव ने KKR को सबक सिखा ही दिया h3>
नई दिल्ली: कुलदीप यादव को भले ही यह नहीं पता हो कि उनकी क्या गलती थी, लेकिन आज दिल्ली कैपिटल्स से हार के बाद केकेआर को जरूर समझ आ गया होगा कि जिस ‘चाइनामैन’ को उन्होंने हल्के में लिया, अब वही भारी पड़ गया। आईपीएल में सुपर संडे का पहला मैच सिर्फ केकेआर और दिल्ली कैपिटल्स के बीच 2 अंकों की लड़ाई नहीं थी बल्कि कुलदीप यादव के लिए सवाल था आत्मसम्मान का। क्योंकि वह अपनी उस पुरानी फ्रैंचाइजी के खिलाफ खेल रहे थे, जिसने चंद माह पहले अजीबोगरीब तरीके से बाहर का रास्ता दिखाया था।
जिस टीम ने निकाला, उसी को ढहाया
आईपीएल के बीते कुछ सीजन कुलदीप यादव के लिए वाकई बुरे सपने से कम नहीं थे। कभी कोलकाता नाइटराइडर्स की बॉलिंग डिपार्टमेंट की जान रहे कुलदीप को सिर्फ पानी पिलाने के ही लायक समझा जाता रहा था। प्लेइंग इलेवन में वरुण चक्रवर्ती को तरजीद दी जाती। टीम इंडिया से भी वह बाहर ही चल रहे थे। वहां भी खेलने के कम ही मौके मिलते। ऐसे में मेगा ऑक्शन से पहले केकेआर ने उन्हें रिटेन भी नहीं किया था। मगर दिल्ली ने उन पर भरोसा जताया। 2 करोड़ रुपये में खरीदा और आज कुलदीप ने अपनी फिरकी में केकेआर को ऐसे नचाया कि केकेआर मैनेजमेंट अपनी गलती पर अफसोस कर रहा होगा। यह कुलदीप की फिरकी का ही कमाल था कि कोलकाता की टीम 171 रन पर ऑल आउट हो गई। दिल्ली ने मुकाबला 44 रन से जीता।
चार विकेट चटकाकर तोड़ी कमर
कुलदीप यादव ने केकेआर के कप्तान श्रेयस अय्यर को आउट कर अपनी टीम को बड़ी सफलता दिलाई थी। खराब शुरुआत से उबरकर कप्तान श्रेयस अय्यर और नीतीश राणा ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे थे। 11 ओवर में कोलकाता का स्कोर 101 रन हो गया था। टीम को जीतने के लिए 115 रनों की और जरूरत थी। ऐसे में अय्यर जैसी बड़ी मछली फंसना अहम रहा। पारी का 16वां और अपने स्पैल का आखिरी ओवर लेकर आए कुलदीप ने तीन विकेट लेकर कोलकाता की कमर तोड़ दी, जिससे उनका स्कोर आठ विकेट के नुकसान पर 147 हो गया। तीसरी बॉल पर पैट कमिंस (4), पांचवीं पर सुनील नरेन (4) और आखिरी गेंद पर उमेश यादव बिना खाता खोले ही आउट हो गए।
कुलदीप यादव का आईपीएल करियर
2012 से मुंबई इंडियंस के स्क्वॉड में बैठे कुलदीप यादव को असल पहचान केकेआर में ही मिली। जब 2014 में टीम के साथ जोड़ा गया, लेकिन डेब्यू के लिए इस चाइनामैन को दो साल का लंबा इंतजार करना पड़ा। कुलदीप यादव ने आईपीएल का पहला मैच 2016 में खेला। कुलदीप के लिए आईपीएल का सबसे अच्छा सीजन 2018 का रहा है, जहां उन्होंने 17 विकेट चटकाए थे। करियर के कुल 49 में से 45 मैच केकेआर के लिए खेलने वाले कुलदीप ने टूर्नामेंट में 50 विकेट चटकाए हैं। उनका बेस्ट 4-20 है।
जिस टीम ने निकाला, उसी को ढहाया
चार विकेट चटकाकर तोड़ी कमर
कुलदीप यादव ने केकेआर के कप्तान श्रेयस अय्यर को आउट कर अपनी टीम को बड़ी सफलता दिलाई थी। खराब शुरुआत से उबरकर कप्तान श्रेयस अय्यर और नीतीश राणा ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे थे। 11 ओवर में कोलकाता का स्कोर 101 रन हो गया था। टीम को जीतने के लिए 115 रनों की और जरूरत थी। ऐसे में अय्यर जैसी बड़ी मछली फंसना अहम रहा। पारी का 16वां और अपने स्पैल का आखिरी ओवर लेकर आए कुलदीप ने तीन विकेट लेकर कोलकाता की कमर तोड़ दी, जिससे उनका स्कोर आठ विकेट के नुकसान पर 147 हो गया। तीसरी बॉल पर पैट कमिंस (4), पांचवीं पर सुनील नरेन (4) और आखिरी गेंद पर उमेश यादव बिना खाता खोले ही आउट हो गए।
कुलदीप यादव का आईपीएल करियर
2012 से मुंबई इंडियंस के स्क्वॉड में बैठे कुलदीप यादव को असल पहचान केकेआर में ही मिली। जब 2014 में टीम के साथ जोड़ा गया, लेकिन डेब्यू के लिए इस चाइनामैन को दो साल का लंबा इंतजार करना पड़ा। कुलदीप यादव ने आईपीएल का पहला मैच 2016 में खेला। कुलदीप के लिए आईपीएल का सबसे अच्छा सीजन 2018 का रहा है, जहां उन्होंने 17 विकेट चटकाए थे। करियर के कुल 49 में से 45 मैच केकेआर के लिए खेलने वाले कुलदीप ने टूर्नामेंट में 50 विकेट चटकाए हैं। उनका बेस्ट 4-20 है।