जानिए बिहार चुनाव 2020 के सभी दल और उनके घोषणा पत्र?

681
news
जानिए बिहार चुनाव 2020 के सभी दल और उनके घोषणा पत्र?

बिहार विधान सभा के चुनावी दंगल में दमखम दिखाने को सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी बिसात बिछा ली है। चुनाव से ठीक वोटरों को अपने पाले में लाने के लिए सभी दलों ने चुनावी वादों की झड़ियां लगा दी हैं। किसी ने भारी भरकम नौकरी का वादा किया है तो किसी ने रोजगार देने का वचन दिया है। सभी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने हिसाब से चुनावी तरकश से तीर निकाले हैं, जो 10 नवंबर को ही पता चलेगा कि किसका चुनावी तीर निशाने पर लगा है। फिलहाल, एनडीए, महागठबंधन, राजद, भाजपा, जदयू, लोजपा समेत सभी पार्टियों ने अपने घोषणा-पत्र का ऐलान कर दिया है। ऐसे में अब यह जानना जरूरी है कि किस पार्टी ने अपने घोषणा-पत्र में क्या कहा है और बिहार के विकास के लिए कौन-कौन से वादे किए हैं। तो चलिए एक ही जगह और एक बार में जान लेते हैं सभी राजनीतिक दलों के घोषणा-पत्र के सभी अहम चुनावी वादे।

राजद का घोषणा पत्र जारी: राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा-पत्र जारी कर दिया है। इस घोषणा-पत्र को राजद ने ‘हमारा प्रण’, ‘संकल्‍प बदलाव का’ नाम दिया है। तो चलिए जानते हैं राजद के वादे…

बिहार के बेरोजगार युवाओं को 10 लाख नौकरी देने का वादा। कैबिनेट की पहली बैठक में पहली दस्तखत के साथ शुरू होगी बहाली की प्रक्रिया।
संविदा प्रथा को खत्‍म कर सभी कर्मचारियों को स्थाई किया जाएगा और समान काम का समान वेतन दिया जाएगा।
सभी विभागों में निजीकरण को समाप्त किया जाएगा।
नियोजित शिक्षकों, वेतनमान कार्यपालक सहायकों, लाइब्रेरियन उर्दू शिक्षकों की बहाली की जाएगी।
सरकारी नौकरियों का फॉर्म भरने के लिए बिहार के युवाओं को आवेदन शुल्क नहीं देना होगा और परीक्षा केंद्र तक की यात्रा मुक्त होगी।


हेल्थ केयर सेक्टर में निजी एवं असंगठित क्षेत्रों के माध्यम से प्रत्यक्ष नौकरियों व परोक्ष रोजगार के लाखों अवसर
जीविका कैडरों को नियमित वेतनमान पर स्थाई नौकरी के साथ समूहों के सदस्यों को ब्याज मुक्त ऋण देंगे।
बेरोजगार युवाओं को 1500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा।
सरकारी नौकरियों के 85 प्रतिशत पद बिहार के युवाओं के लिए आरक्षित करने का वादा
किसानों का कर्ज माफ करने का वादा
महागठबंधन का घोषणा पत्र: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने नवरात्र के पहले दिन अपना घोषणा-पत्र जारी किया। महागठबंधन ने साझा घोषणापत्र को बदलाव के संकल्प पत्र का नाम दिया है। आरजेडी के साथ-साथ कांग्रेस और वाम दलों में सरकार गठन के बाद बिहार के लिए जो प्राथमिकताएं तय की है उसका जिक्र इस घोषणापत्र में किया गया है।

पहली कैबिनेट में दस लाख नौजवानों को रोजगार
परीक्षा के लिए भरे जाने वाले आवेदन फार्म पर फीस माफ
परीक्षा केंद्रों तक जाने का किराया सरकार देगी
पलायन रोकने के लिए करेंगे काम
शिक्षकों के लिए समान काम समान वेतन का वादा
जीविका दीदियों का मानदेय दोगुना करने का वादा
पहले विधानसभा सत्र में केंद्र के कृषि संबंधी तीनों बिल के प्रभाव से बिहार के किसानों को मुक्ति दिलाने का वादा किया गया है।
भाजपा का घोषणा-पत्र: बीजेपी ने बिहार के लिए अपने विजन डाक्‍यूमेंट में 11 संकल्प किए हैं। इनमें सबसे पहला है कि अगर सत्ता में आए तो कोरोना वैक्सीन का मुफ्त टीकाकरण किया जाएगा। बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में 19 लाख नौकरी देने का भी वादा किया है। तो चलिए जानते हैं अन्य वादे…

कोरोना वैक्सीन उपलब्ध होने पर हर बिहारवासी का मुफ्त में होगा टीकाकरण
सरकार बनने के एक साल के भीतर हर तरह के स्कूलों और विश्वविद्यालयों में 3 लाख शिक्षकों की भर्ती का वादा
एक करोड़ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का वादा
बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में कुल 19 लाख रोजगार देने का भी वादा किया है
2022 तक 30 लाख लोगों को पक्के मकान देने का वादा
मेडिकल और इंजीनियरिंग समेत सभी तकनीकी कोर्स को हिन्दी भाषा में उपलब्ध कराने का वादा
जदयू का घोषणा-पत्र: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड ने भी अपना घोषणा-पत्र जारी किया है। जदयू के घोषणा पत्र को एक नए नारे के साथ जनता के सामने रखा गया है- ‘पूरे होते वादे, अब हैं नए इरादे।’ जदयू के घोषणा-पत्र में कहा गया है कि सात निश्चय योजना ही उनका ही वचन पत्र होगा। सात निश्चय-2 को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।

युवा शक्ति बिहार की प्रगति
सशक्त महिला,सक्षम महिला
हर खेत में सिंचाई का पानी
स्वच्छ गांव,समृद्ध गांव
स्वच्छ शहर, विकसित शहर
सुलभ संपर्कता
सबके लिए स्वास्थ्य सुविधा
कांग्रेस का घोषणा-पत्र: बिहार में अगले हफ्ते से शुरू हो रहे विधानसभा आम चुनाव को लेकर कांग्रेस ने बुधवार को अपना महागठबंधन से अलग एक घोषणा पत्र जारी किया। पार्टी ने इसे बिहार बदलाव पत्र नाम दिया है। इस घोषणा पत्र में कांग्रेस ने बिहार के किसानों से सत्ता में आने पर मुफ्त बिजली और कर्ज माफ करने का वादा किया है।

सत्ता में आने पर किसानों का कर्ज माफ
गरीबों का बिजली बिल माफ
किसानों के सही फसल का सही मूल्य दिलाने का वादा
कृषि कानूनों को खारिज करने का वादा
नौकरी मिलने तक बेरोजगारों को हर महीने 1500 रुपए देने का वादा
विधवा महिलाओं को ₹1000 का पेंशन देने का वादा
लोजपा का घोषणा-पत्र: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए लोजपा ने विजन डाक्यूमेट जारी किया। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने घोषणा पत्र के तौर पर डाक्यूमेंट जारी करते हुए सीता मैया का भव्य मंदिर बनाने का वादा किया। जानिए उनके प्रमुख वादे…

बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के लागू होने से सभी महिलाओं को मुफ्त में बस यात्रा की सुविधा मिलेगी।
समान काम समान वेतन का वादा
सभी विभागों के अनुमोदित व स्वीकृत पदों में शीघ्र बहाली
अत्याधुनिक कैंसर संस्थानों की स्थापना का वादा
बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट युवा आयोग का गठन का वादा
माता सीता का भव्य मंदिर निर्माण का वादा
अनुसूचित जाति-जनजाति छात्रावास को वाई-फाई, लाइब्रेरी, मेस, खेलकूद सामग्री, व सुरक्षा गार्ड के साथ आधुनिक बनाने का वादा
एनडीए का रिपोर्ट कार्ड:

बिहार चुनाव के लिए एनडीए ने अपना घोषणा-पत्र जारी नहीं किया है। एनडीए ने बिहार चुनाव को लेकर अपना रिपोर्ट कार्ड जारी किया है। रिपोर्ट कार्ड में सबसे पहले जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखने को शामिल किया गया है। जबकि मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से आजादी दिलाने को भाजपा ने अपनी वैचारिक पृष्ठभूमि को नया आयाम देना बताया है। रिपोर्ट कार्ड में सड़कों का हवाला देते हुए कहा गया है कि 2775 किमी एनएच को फोरलेन बनाया। गांव की हर गली-नली का निर्माण और पक्की सड़कों का जाल बिछाया। आजादी के 58 वर्षों तक गंगा नदी पर चार पुल थे। 15 वर्षों में 13 नए पुलों में दो बन गए तो आठ निर्माणाधीन व तीन प्रस्तावित हैं। 2005 से पहले कोसी पर दो पुल थे जो अब छह और गंडक पर तीन थे तो अब चार नए पुल निर्माणाधीन व प्रस्तावित हैं। कोसी महासेतु पर रेल का परिचालन होने से मिथिलांचल का निर्बाध जुड़ाव हुआ। 150 वर्षों के बाद कोईलवर पुल के समानांतर छह लेन पुल का निर्माण कार्य प्रगति में है जिसमें दो लेन अगले दो महीने में चालू हो जाएगा।

यह भी पढ़े:जानिए कैसे सरदार पटेल ने हैदराबाद को भारत में विलय कराया था?